Saturday, November 25, 2006

अधिकारी, विशेषज्ञ: ... time to think?

फाइनमेन का हमेशा कहना था कि किसी बात को तब स्वीकार करो जब वह तर्क पर खरी उतरे, उसे केवल किसी के कहने पर न स्वीकार करो। १९७६ में मार्क को पत्र लिखते समय सलाह दी कि,
'Don’t pay attention to “authorities,” think yourself.'

अपनी पुस्तक Lectures on Physics में एक जगह उन्होने लिखा था कि
'No static distribution of charges inside a closed conductor can produce any electric field outside.'
एलिज़बेथ ने भौतिक शास्त्र में एक कोर्स लिया था। परीक्षा में एक सवाल का यही जवाब दिया। इस पर उसके शिक्षक ने उसे कोई नम्बर नहीं दिया क्योंकि यह बात गलत थी। शिक्षक ने एलिज़बेथ को यह भी बताया कि यह किस प्रकार से गलत है। एलिज़बेथ ने जब इसके बारे में फाइनमेन को पत्र लिखा। तो फाइनमेन का जवाब था,
'Your instructor was right not to give you any points for your answer was wrong, as he [the teacher] demonstrated using Gauss’ Law. You should, in science, believe logic and arguments, carefully drawn, and not authorities. '

वे आगे कहते हैं कि तुमने मेरी किताब को सही समझा, मैंने ही गलती कर दी थी,
'You also read the book correctly and understood it. I made a mistake, so the book is wrong ... I am not sure how I did it, but I goofed. And you goofed too, for believing me.

बड़े व्यक्तियों का पहला गुण – यदि वे गलत हैं, तो स्वीकार करने में कभी नहीं हिचकते।

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1 comment:

  1. बड़े व्यक्तियों का पहला गुण – यदि वे गलत हैं, तो स्वीकार करने में कभी नहीं हिचकते।
    --अच्छा सबक देता छोटा सा लेख, बधाई.

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