Monday, December 31, 2012

चीनी खिलौने - जितने सस्ते, उतने बेकार

इस चिट्ठी में, नैनीताल के फ्लैट में लगी कुछ दुकानों एवं चीनी खिलौनों की चर्चा है। 
राकेश जिनसे मैंंने लट्ठू खरीदा


फ्लैट में बहुत सी दुकाने खिलौनें की थी। बचपन में, मैंने चकरी चलायी हुई थी और मुझे अब भी उसको चलाना अच्छा लगता है। मैंने एक खिलौने की दुकानवाले से पूछा,
'क्या आपके पास चकरी होगी?'
दुकानवाले ने अपना नाम राकेश बताया और मुझसे पूछा,
'यह चकरी क्या होती है।'
मैंने बताय कि चकरी गोल गोल होती है और उसमें डोरी बंधी रहती है। जब आप उसे चलाते हैं तब नीचे जाती है और फिर वापस आती है। राकेश ने कहा
'अरे आप इसे चकरी क्यों कह रहे हैं। यो-यो कहिए ना।'
मुझे आश्चर्य लगा कि उसको हिन्दी का नाम नही मालूम था पर यो-यो जो कि एक अमेरिकन नाम है वह उसे मालूम था। राकेश ने बताया,
'मेरे पास यो-यो नहीं है। लेकिन आपको यहां पर मिल जायगा।'
जिससे मैंने चकरी खरीदी
उससे मुझे एक छोटा सा लट्टू दिखाया। मेरे मित्र का एक छोटा लड़का था। मैंने उसी के लिए वह लट्टू खरीद लिया।

मैंने बगल की दुकान से योयो लिया जो कि ४०₹ का मिला। यह सारे खिलौने चीन से बन कर आ रहे हैं। यह बहुत सस्ते हैं और हमारे खिलौने उद्योग को समाप्त कर रहे हैं। चीनी खिलौने जितने सस्ते हैं उतने ही बेकार हैं। बहुत जल्दी ही टूट जाते हैं। जीवन भी उतना कम है। 


यो-यो वहीं फलैट में चलाते समय टूट गया। मेरे ४०₹, ५ मिनट में ही डूब गये।
 

अगली बार कुछ और दुकानों की चर्चा करेंगे।

जिम कॉर्बेट की कर्म स्थली - कुमाऊं
जिम कॉर्बेट।। कॉर्बेट पार्क से नैनीताल का रास्ता - ज्यादा सुन्दर।। ऊपर का रास्ता - केवल अंग्रेजों के लिये।। इस अदा पर प्यार उमड़ आया।। उंचाई फिट में, और लम्बाई मीटर में नापी जाती है।। चिड़िया घर चलाने का अच्छा तरीका।। नैनीताल में सैकलीज़ और मचान रेस्त्रां जायें।। क्रिकेट का दीवानापन - खेलों को पनपने नहीं दे रहा है।। गेंद जरा सी इधर-उधर - पहाड़ी के नीचे गयी।। नैनीताल झील की गहरायी नहीं पता चलती।। झील से, हवा के बुलबुले निकल रहे थे।। नैनीताल झील की सफाई के अन्य तरीके।। पास बैटने को कहा, तो रेशमा शर्मा गयी।। चीनी खिलौने - जितने सस्ते, उतने बेकार।।

 
About this post in Hindi-Roman and English 
hindi (devnagri) kee is chitthi mein,  nainital ke flat mein lagee dukano aur cheenee khilauno kee charchaa hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

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सांकेतिक शब्द
Nainital, Kumaon,
। flat, 
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9 comments:

  1. प्रभावी लेखन,
    जारी रहें,
    बधाई !!

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  2. चीनी खिलौनों की असलियत हम कब समझेंगे।

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  3. China has mastered the art of manufacturing . That's why its products are cheaper.

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  4. बाजार पर चीनियों का कब्ज़ा है -बचपन से बुढापा तक उनके हवाले :-(

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  5. Anonymous1:59 pm

    sach kaha lekhak mahoday..par apne desh ke khilono ki baat hi alag hai...

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  6. खरीदने में सस्ते पर उपयोग की दृष्टि से बड़े मँहगे हैं खिलौने।

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  7. जी हम तो स्वदेशी विचारधारा के समर्थक है । बस समस्या ये है कि मंहगे उत्पादों मे स्वदेशी का ख्याल हम नही रख पाते है ।

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