Saturday, January 05, 2013

रामानुजन, गणित की मुशकिलों में फंस गये हैं

इस चिट्ठी में, रामानुजन के द्वारा, ब्रिटानी गणितज्ञों को लिखी कुछ चिट्ठियों और उनके जवाबों की चर्चा है।
ई डब्लू हॉबसन और एच एफ बेकर, जिन्होंने रमानुजन का पत्र पर बिना टिप्पणी करे वापस कर दिया


रामानुजन ने, अपने मित्रों के कहने पर, ब्रिटानी गणीतज्ञों को, पत्र लिखना शुरू किया। सबसे पहले, उनहोंने प्रोफेसर ई डब्लू हॉबसन और एच एफ बेकर को, पत्र लिखा। हॉबसन कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर थे और बेकर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के सेंट जॉन कॉलेज में फेलो थे। यह दोनो गणितज्ञ कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के सीनियर रैंगलर रह चुके थे। लेकिन दोनो ने रामानुजन का पत्र, बिना कोई टिप्पणी किये, वापस भेज दिया। 

रामनुजन के जीवन में, केवल उक्त दो लोग ही ऐसे आये, जिन्होंने रामनुजन की कोई सहायता नहीं की। हांलाकि यह पता नहीं चलता कि जब रामनुजन प्रसिद्ध हो गये तब उनकी क्या क्या प्रतिक्रिया थी। मुझे लगता है कि उन्होंने यह ऐसा इसलिये किया, क्योंकि शायद वे रामुनजन की गणित को नहीं समझ पाये। 

गिंडी इन्जीनियरिंग कॉलेज, मद्रास, अपने देश का सबसे पुराना इंजीनियरिंग कॉलेज है। सी एल टी ग्रिफिथ, यहां प्रोफेसर थे। वे, एम जे एल हिल, जो कि लंडन विश्विद्यालय में गणित के प्रोफेसर थे,  के विद्यार्थी रह चुके थे। ग्रिफथ ने रामानुजन का काम हिल जे पास भेजा। 


हिल ने, ग्रिफिथ के पत्र का जवाब दिया और रामानुजन को सलाह भी दी कि वह किस प्रकार काम करे पर वे रामानुजन के द्वारा  लिखे कुछ प्रमेय को वह समझ नहीं सके। इसलिये उन्होंने उन प्रमेयों के बारे में लिखा,
 'Mr ramanujan has fallen into the pitfalls  of the very difficult subject of Divergent series. Otherwise he could not have got the erroneous results you send me.'
रामनुजन, गणित में डाइवर्जेनट श्रृंखला विषय की मुशकिलों में फंस गये हैं। अन्यथा उन्हें वह गलत फल नहीं मिलते जो कि तुमने मुझे भेजें हैं।
रामनुजन के द्वार लिखे प्रमेय या फल कुछ महत्वपूर्ण थे। इनके बारे में आगे चर्चा होगी। 

रामनुजन ने, गॉडफ्रे हेरॉल्ड हार्डी  (Godfrey Harold  Hardy) को भी पत्र लिखा था। उन्होंने ही रामनुजम के महत्व को पहचाना। वे ही रामानुजन के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। अगली बार कुछ चर्चा हार्डी के बारे में।


अनन्त का ज्ञानी - श्रीनिवास रामानुजन
भूमिका।। क्या शून्य को शून्य से भाग देने पर एक मिलेगा।। मैं तुम्हारे पुत्र के माध्यम से बोलूंगी।। गणित छोड़ कर सब विषयों में फेल हो गये।। रामानुजन को भारत में सहायता।। रामानुजन, गणित की मुशकिलों में फंस गये हैं।।


About this post in Hindi-Roman and English 
hindi (devnagri) kee is chitthi mein, ganitagya Srinivasa Ramanujan ke dvara britanee gnitagyon ko likhee chitthi, aur unke jvab kee charchaa hai. ise aap kisee aur bhasha mein anuvaad kar sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post in Hindi (Devnagri) is about some letters written by Ramanujan to British mathmaticians and their reply.  You can translate it in any other language – see the right hand widget for converting it in the other script.

सांकेतिक शब्द  
EW Hobson, HF Baker, MJM Hill, CLT Griffith,
Srinivasa-Ramanujan,
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3 comments:

  1. इस विश्व-महान गणितज्ञ के जन्मवर्ष में आपका यह योगदान महत्वपूर्ण है

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  2. रामानुजम की कई प्रमेयें तो अभी तक गणितज्ञों के समझ में नहीं आती हैं, उन दोनों का क्या दोष..

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  3. रामानुजम के बारे में पढ़ते जा रहे हैं।

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