Saturday, April 27, 2013

उनका नाम गणित के इतिहास में अमर हो जायगा

रामनुजन को कैम्ब्रिज ले जाने में, एरिक नैविले का भी सहयोग था उसी की चर्चा इस चिट्ठी में है।
एरिक नैविले - चित्र इस वेबसाइट से

एरिक हेरॉल्ड नैविले (Eric Harold Neville) ने, ट्रिनिटी कॉलेज से गणित ट्राइपॉस की परीक्षा, १९०९ में पास की थी और वे इसमें द्वितीय स्थान पर थे। वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हार्डी के सहयोगी थे और बाद में युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ रीडिंग के गणित विभाग में चले गये थे। वे भारत आ रहे थे। हार्डी ने उनसे रामनुजन से मिलने के लिये कहा और उसे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय आने के लिये राजी करने को कहा। 

मद्रास पहुंवने के बाद, नैविले रामनुजन से मिले। उनसे मिलने के बाद, नैविले को लगा कि हार्डी और लिटिलवुड ने रामनुजन को सही पहचाना। वह वास्तव में छिपा हीरा था। नैविले ने मद्रास विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को २८ जनवरी १९१४ में पत्र लिखा,
'The discovery of the genius of S. Ramanujan of Madras promises to be the most interesting event of our time in the mathematical world. From the first results which he communicated, the mathematicians of Cambridge at once believed that he had uncommon ability, and the effect of personal acquaintance with the man and conversation as to his methods has been in my own case to replace that belief by certainty. As the same time the importance of securing to Ramanujan a training in the refinements of modern methods and a contact with men who know what range of ideas have been explored and what have not cannot be over estimated.

I see no reason to doubt that Ramanujan himself will respond fully to the stimulus which contact with Western mathematicians of the highest class will afford him. In that case his name will become one of the greatest in the history of mathematics, and the University and City of Madras will be proud to have assisted in his passage from obscurity to fame.'
मद्रास में प्रतिभाशाली रामनुजन का पता चलना,इस समय के गणित के संसार की सबसे रोचक बात है।  उनके द्वारा बताये गये परिणामों ने, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के गणितज्ञों को उसके असाधारण प्रतिभा से परिचय कराया। उससे मिलने के बाद,  यह परिचय यकीन में बदल गया है। लेकिन यह जरूरी है कि उन्हें गणित के नये तरीकों से परिचय कराया जाय।
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मुझे शक नहीं कि रामनुजन पश्चात्य गणितज्ञों से मिलने के बाद, उनसे मिले प्रोत्साहन  का पूरा लाभ उठायेंगे। उनका नाम गणित के इतिहास में अमर हो जायगा। मद्रास शहर और विश्वविद्यालय को हमेशा गर्व होगा कि उसने रामनुजन के गुमानमी से ख्याति की रास्ते में सहायता की।
रामानुजन को इंग्लैण्ड जाने के लिये पैसा राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय के माध्यम से दिया। वे १७ मार्च १९१४ को, पानी के जहाज से इंग्लैण्ड के लिये चले और १४ अप्रैल को लंडन पहुंचे।

हार्डी को कुछ १२० प्रमेय पहले ही मिल चुके थे। लेकिन रामानुजन के नोटबुक में बहुत सारे प्रमेय थे। इसमें कुछ गलत थे, कुछ पहले सिद्ध हो चुके थे। लेकिन अधिकतर महत्वपूर्ण खोज ही थे। 

रामानुजन कैम्ब्रीज विश्वविद्यालय गये वर्ष १९१६ में उन्हें बीएससी और पीएचडी की डिग्री शोध के द्वारा मिली। वर्ष १९१७ में, वे लंडन मैथमेटिकल सोसायटी के सदस्य बने। १९१८ में, रॉयल सोसायटी के सदस्य बने तथा ऐसा करने वाले वे दूसरे भारतीय थे। १३ अक्टूबर १९१८ को, वे कैम्ब्रीज विश्वविद्यालय के ट्रिन्टी कालेज के सदस्य बने और ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय थे।

अगली बार, कुछ चर्चा हार्डी और रामानुजन के बारे में। 
अनन्त का ज्ञानी - श्रीनिवास रामानुजन
भूमिका।। क्या शून्य को शून्य से भाग देने पर एक मिलेगा।। मैं तुम्हारे पुत्र के माध्यम से बोलूंगी।। गणित छोड़ कर सब विषयों में फेल हो गये।। रामानुजन को भारत में सहायता।। रामानुजन, गणित की मुशकिलों में फंस गये हैं।। दिन भर वह समीकरण, हार्डी के दिमाग पर छाये रहे।। दूसरा न्यूटन मिल गया है।। अभाज्य अंक अनगिनत हैं।। दस खरब असाधारण शून्य सीधी पंक्ति में हैं।। दस लाख डॉलर अब भी प्रतीक्षा में हैं।। मेरे जीवन का रूमानी संयोग शुरू हुआ।। गणित में, भारत इंगलैंड से सदियों पीछे था।। उनका नाम गणित के इतिहास में अमर हो जायगा।।


About this post in English and Hindi-Roman
Eric Harold Neville also played a role in bringing Ramanujan to Cambridhe. This post in Hindi (Devnagri) talks about the same. You can translate it in any other language – see the right hand widget for converting it in the other script.

ramujan ko cambridge le jaane mein,  Eric Harold Neville ka bhi haath tha. is chhitthi mein usee kee charchaa hai. ise aap kisee aur bhasha mein anuvaad kar sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

सांकेतिक शब्द  
Eric Harold Neville,
Srinivasa-Ramanujan,
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4 comments:

  1. अंको ने जब अंक बिठाया,
    अपने द्वारे मोती पाया।

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  2. आपकी रामानुजन पर यह श्रृंखला एक दस्तावेज रहेगी -इस पोस्ट में उनके जीवन में आये टर्निंग प्वायंट का जिक्र है!

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  3. shweta5:58 pm

    That was nice !

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