Saturday, December 14, 2013

विश्व पर्यावरण दिवस, ५ जून को, क्यों मनाया जाता है

इस चिट्ठी में, चर्चा है कि विश्व पर्यावरण दिवस, पांच जून को, क्यों मानाया जाता है।
चित्र विकिपीडिया से
संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में ०५ से १६ जून, १९७२ को स्टाकहोम, स्वीडन में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मानवीय पर्यावरण आयोजित किया गया था। इसे स्टाकहोम कान्फ्रेंस के नाम से भी जाना जाता है। यह संयुक्त राष्ट्र का, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर पहला बड़ा सम्मेलन था और यह अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संबंधी राजनीति के विकास में निर्णायक बिन्दु रहा। 

यह जून की ०५ तारीख को शुरू हुआ और अब इस दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में जाना जाता है।

पर्यावरण के बारे में, दूसरा महत्वपूर्ण कदम, सन् १९८७ में, वर्ल्ड कमीशन आफ एनवायरमेन्ट एंड डेवलपमैंट ने लिया। उन्होंने 'अवर कामन फ्यूचर' (Our Common Future) नामक रिपोर्ट दी।  

उक्त कमीशन की अध्यक्ष, सुश्री जी.एच.ब्रंटलैंड थीं। आप एक चिकित्सक हैं। वे १० वर्षों तक नॉरवे की प्रधानमंत्री रहीं। बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री का पद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक बनने के लिये छोड़ दिया। 

सुश्री ब्रंटलैंड कमीशन की अध्यक्ष थीं। इसलिये इस रिपोर्ट को 'ब्रंटलैंड रिपोर्ट' के नाम से भी जाना जाता है। यह आयोग की अनुशंसा थी, जिसके कारण सन् १९९२ में, रियो डि जनेरो ब्राजील में संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में पर्यावरण विकास पर शिखर वार्ता हुई।

इस सम्मेलन और कमीशन की रिपोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण बात टिकाऊ विकास (Sustainable development) की गयी थी। इसकी चर्चा अगली बार। 

हरित पथ ही राजपथ है
भूमिका।। विश्व पर्यावरण दिवस, ५ जून को, क्यों मनाया जाता है।।

About this post in Hindi-Roman and English
This post, in Hindi (Devanagari script) explains, why world environment day (WED) is celebrated on June 5.  You can read it in Roman script or any other Indian regional script as well – see the right hand widget for converting it in the other script. 

hindi (devnaagree) kee is chitthi mein charchaa hai ki, vishva prayavarn divas 5 june kon kyon manaya jaata hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

6 comments:

  1. सुन्दर संकलित क्रमबद्ध जानकारी

    ReplyDelete
  2. ज्ञानपरक तथ्य।

    ReplyDelete
  3. shweta2:48 pm

    I am not sure but i feel like i have read this post before ... may be on some other blog or may be yours , with the same title.

    ReplyDelete
    Replies
    1. शायद यहां। यह मेरे तीनों चिट्ठों को मिला कर बनाया गया चिट्टा है। मुझे नहीं मालुम यह किसने शुरू किया है। कोई मेरा अज्ञात मित्र है।

      Delete
  4. shweta3:19 pm

    I found a very nice documentary on NDTV.

    http://www.ndtv.com/video/player/special-report/video-story/301013?video-ndtv-classics

    ReplyDelete

आपके विचारों का स्वागत है।