Saturday, January 04, 2014

टिकाऊ विकास और जनहित याचिकाएं क्या होती हैं

इस चिट्ठी में, टिकाऊ विकास (Sustainable development) और जनहित याचिकाओं (Public Interest Litigation) के बारे में चर्चा है।

सुश्री जी.एच.ब्रंटलैंड, जो कि वर्ल्ड कमीशन आफ एनवायरमेन्ट एंड डेवलपमैंट की अध्यक्ष थीं और जिसने अपनी  रिपोर्ट 'अवर कामन फ्यूचर' में टिकाऊ विकास की कल्पना की

टिकाऊ विकास
पर्यावरण का सबसे महत्वपूर्ण विषय, दीर्द्यकालिक, या स्थायी, या टिकाऊ विकास (sustainable development) है। इसकी कल्पना १८८७ में,  वर्ल्ड कमीशन आफ एनवायरमेन्ट एंड डेवलपमैंट की रिपोर्ट 'अवर कामन फ्यूचर' में किया गया था। इसके पश्चात १९९२ में, रियो डि जनेरो ब्राजील में, संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में पर्यावरण विकास पर शिखर वार्ता हुई। इसमें इस कल्पना को मूर्त रूप दिया गया। 

टिकाऊ विकास से तात्पर्य है कि विकास इस प्रकार का हो कि वह वर्तमान की जरूरतों को- भविष्य को अपनी जरूरतें पूरा करने की क्षमता को संकट में बिना डाले - पूरा करें। इसकी विशेषताएं हैं:
  • अन्तर पीढ़ी निष्पक्षता (Inter Generation Equity);
  • प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग एवं सरंक्षण (Use and conservation of Natural Resources);
  • पर्यावरण सुरक्षा (Environmental Protection);
  • एहतियाती सिद्घांत (Precautionary Principles);
  • साथ एवं सहयोग का दायित्व (Obligation to assist and cooperate);
  • गरीबी उन्मूलन (Eradication of Poverty); (तथा)
  • विकासशील देशों को वित्तीय सहायता (Financial Assistance to Developing Nations)।

जनहित याचिकाएं
जनहित याचिकाएं (Public Interest Litigation) एक तरह की अलार्म घड़ियां हैं, जो सोती हुई सरकार को उसके ठीक रास्ते पर काम करने के बाध्य करती हैं। 

जनहित याचिकाओं में दिये गये निर्णयों के द्वारा न्यायालयों ने हरित पथ को गति दी तथा टिकाऊ विकास एवं इसकी विशेषताओं के कानूनी जामा पहनाया। 

अगली कुछ चिट्ठियों में, जनहित याचिकाओं में दिये गये उन निर्णयों की चर्चा करेंगे, जिनमें टिकाऊ विकास एवं इसकी विशेषताओं को कानूनी जामा पहनाया गया। 
 
हरित पथ ही राजपथ है
भूमिका।। विश्व पर्यावरण दिवस ५ जून को क्यों मनाया जाता है।। टिकाऊ विकास और जनहित याचिकाएं क्या होती हैं।।

About this post in Hindi-Roman and English
This post, in Hindi (Devanagari script) talks about sustainable development and Public Interest Litigation (PIL). You can read it in Roman script or any other Indian regional script as well – see the right hand widget for converting it in the other script. 

hindi (devnaagree) kee is chitthi mein tikaoo vikas (Sustainable development) aur janhit yachikaon  (Public Interest Litigation) ke baare mein charchaa hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

2 comments:

  1. विकास की सही दिशा परिभाषित करनी होगी

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  2. महत्वपूर्ण विषयगत जानकारी

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