tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post4708574139762634241..comments2024-02-22T19:15:31.889+05:30Comments on उन्मुक्त: मेरे शरीर में हनुमान जी आ गये थेउन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-57396301825007857582011-03-10T17:13:23.140+05:302011-03-10T17:13:23.140+05:30बहुत मार्मिक!
और बात मेरे बेटे की, तो यह भी है क...बहुत मार्मिक! <br /><br />और बात मेरे बेटे की, तो यह भी है कि वह ब्रेन इंजरी के कारण कोमा मे था - तब तीन चार महीने हमारा एक ही महत्वपूर्ण काम था। वह था उसे मौत के मुंह से बचाना। शायद पितृत्व का लेखा-जोखा हो तो वह मेरे खाते में जमा में दर्ज हो!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-38454474353767649122011-02-09T07:51:24.637+05:302011-02-09T07:51:24.637+05:30समस्या के साथ उनके निदान का रास्ता निकल ही आता ह...समस्या के साथ उनके निदान का रास्ता निकल ही आता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-48680935577555613222011-02-08T22:49:08.283+05:302011-02-08T22:49:08.283+05:30आपका यह लेख , पुत्र के प्रति आपके प्यार का प्रतीक ...आपका यह लेख , पुत्र के प्रति आपके प्यार का प्रतीक रहेगा जो उसे हमेशा अपने पिता का स्नेह याद दिलाएगा ! शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-12262939021343356062011-02-08T21:05:42.113+05:302011-02-08T21:05:42.113+05:30बच्चों के प्रति आपके स्नेह से वाकिफ हूँ -उन्हें सं...बच्चों के प्रति आपके स्नेह से वाकिफ हूँ -उन्हें संबोधित आपकी चिट्ठियाँ मैंने देखी हैं !<br />उन्हें मेरी ओर से भी स्नेहिल शुभकामनाएं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-23897902040225345852011-02-08T20:36:31.402+05:302011-02-08T20:36:31.402+05:30आपकी बात से प्रभावित हूं. आज से ही प्रतिदिन बच्चों...आपकी बात से प्रभावित हूं. आज से ही प्रतिदिन बच्चों को समय दूंगा...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-50045384311366353102011-02-08T13:59:58.988+05:302011-02-08T13:59:58.988+05:30बच्चों को कष्ट में देख न जाने कहाँ से वह ममत्व आ ज...बच्चों को कष्ट में देख न जाने कहाँ से वह ममत्व आ जाता है जो आपसे कुछ भी करा सकता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com