tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post619346821676179706..comments2024-02-22T19:15:31.889+05:30Comments on उन्मुक्त: एक अकेला भी बहुत कुछ कर सकता हैउन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-74210670219650713012007-10-22T00:40:00.000+05:302007-10-22T00:40:00.000+05:30Quite interesting to read this!Thanks for sharing....Quite interesting to read this!<BR/><BR/>Thanks for sharing.<BR/><BR/>durgaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-58773133589991779712007-10-19T08:29:00.000+05:302007-10-19T08:29:00.000+05:30विद्वतापूर्ण विषय है और समान पाठक की मांग करता है ...विद्वतापूर्ण विषय है और समान पाठक की मांग करता है .Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-80724699725780500892007-10-18T21:24:00.000+05:302007-10-18T21:24:00.000+05:30हम भी संजय तिवारी जी पीछे छिपे हैं.हम भी संजय तिवारी जी पीछे छिपे हैं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-3112942071531828162007-10-18T17:52:00.000+05:302007-10-18T17:52:00.000+05:30जरूर कोई विद्वतापूर्ण बात कह रहे हैं आप.लेकिन मुझ ...जरूर कोई विद्वतापूर्ण बात कह रहे हैं आप.लेकिन मुझ नादान को किस्सा समझ में नहीं आया.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-60400118427316054772007-10-18T15:03:00.000+05:302007-10-18T15:03:00.000+05:30काश! कि भारत में भी "एक क्लिक" करने से ही अपने उत्...काश! कि भारत में भी "एक क्लिक" करने से ही अपने उत्पादों/सेवाओं/आविष्कारों पर पेटेण्ट(बौद्धिक सम्पदा अधिकार) मिल जाता।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-67457707350471126912007-10-18T14:16:00.000+05:302007-10-18T14:16:00.000+05:30कुहू जीइसके कई कारण है। इसको जानने के लिये आप यू.ए...कुहू जी<BR/>इसके कई कारण है। इसको जानने के लिये आप यू.एस.पी.टी.ओ. की सूचना वेबसाईट पर जा कर उनका फैसला देख सकती हैं जैसा कि मैंने चिट्ठी में बताया है। <BR/>मैंने कारण विस्तार से नहीं लिखा। मुझे लगता था कि लोगों को इतनी रुचि नहीं होगी। आपकी टिप्पणी से मेरी गलतफहमी दूर हुई। आगे से ध्यान रखूंगा।<BR/>इसका मुख्य कारण है कि इसमें कुछ नया नहीं है। यह उस समय की उपलब्ध तकनीक द्वारा आसनी से सोचा और क्रियावान्तित किया जा सकता था। यदि prior art है या obvious है तो पेटेंट नहीं हो सकता है। पेटेंट कब हो सकता है कब नहीं, इसके लिये मेरे लेख चिट्ठे पर चिट्ठियों को पढ़ सकतीं हैं जिसका जिक्र मैंने चिट्ठी में किया है।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-75591851264356987672007-10-18T13:33:00.000+05:302007-10-18T13:33:00.000+05:30उन्मुक्त जी,"बहुत से लोगों को एक क्लिक पेटेंट गलत ...उन्मुक्त जी,<BR/>"बहुत से लोगों को एक क्लिक पेटेंट गलत लगता है।" पर क्यों, यह नहीं पता चल सका | पीटर कालवेले के शब्द भी पढे, वहाँ भी ज़िक्र नहीं है |Cuckoohttps://www.blogger.com/profile/09593822080382578122noreply@blogger.com