tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post6749963955045369947..comments2024-02-22T19:15:31.889+05:30Comments on उन्मुक्त: कल्पित चारित्य रमपोल के सृजनकर्ता - जॉन मॉरटिमर की मृत्यु, एक श्रद्धांजलि।उन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-67899287290858431272009-01-18T07:42:00.000+05:302009-01-18T07:42:00.000+05:30बहुत बढियां लिखा है आपने पेरी मेसन और जान मार्तिमर...बहुत बढियां लिखा है आपने पेरी मेसन और जान मार्तिमर के कल्पित चरित्र रमपोल के बारे में -जान मार्तिमर को श्रद्धांजलि ! <BR/>मैंने पेरी मेसन को बचपन में खूब पढ़ा है -एक समय था जब अगाथा क्रिस्टी और पेरी मेसन की ही धूम थी ! पेरी मेसन की एक कृति अ केस आफ परज्योर्ड पैरट के दृश्य तक याद हैं मुझे ! <BR/>तो ऐसे माहौल ने आपको संस्कारित किया है -तभी कहूं कि कैसे कुछ साम्य ,तादात्म्य सा है मेरा और उन्मुक्त जी का ! (मेरी हिमाकत )Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-53281533947464139172009-01-17T20:31:00.000+05:302009-01-17T20:31:00.000+05:30अवकाश प्राप्त बैरिस्टर रैमपोल या यूँ कहिये जान मार...अवकाश प्राप्त बैरिस्टर रैमपोल या यूँ कहिये जान मारटिमर के वकालत पेशे को लेकर की गई टिप्पड़ियाँ शानदार और जानदार हैं। रोजी-रोटी के लिए वकालत का धन्धा अन्तिम विकल्प होंना चाहिये। कहते हैं मरते ही जब वकील साहब को यमदूत नर्क की ओर ले जानें लगे तो वकील साहब की नाराजगी पर यमदूत नें बताया कि वकीलों के लिए स्टैंड़िग आड़र्स हैं सीधे नर्क में ले जानें के।सुमन्त मिश्र ‘कात्यायन’https://www.blogger.com/profile/14324507646856271888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-28669443489915067302009-01-17T19:29:00.000+05:302009-01-17T19:29:00.000+05:30पैरी मेशन के बारे आज ही पता चला आप के लेख से .धन्य...पैरी मेशन के बारे आज ही पता चला आप के लेख से .<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-2839407324342366122009-01-17T18:28:00.000+05:302009-01-17T18:28:00.000+05:30पेरीमेसन वकील बनने के दिनों ही पढ़ चुका था। लेकिन ...पेरीमेसन वकील बनने के दिनों ही पढ़ चुका था। लेकिन रमपोल से तो आज ही पहचान हो रही है। बहुत ही सुंदर आलेख है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-19588761145377316482009-01-17T17:55:00.000+05:302009-01-17T17:55:00.000+05:30रोचक आलेख. पैरी मेशन की कथाओं के बारे सुना जरुर है...रोचक आलेख. पैरी मेशन की कथाओं के बारे सुना जरुर है पर पढ़ा नहीं अभी तक.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-56794884807599934202009-01-17T16:00:00.000+05:302009-01-17T16:00:00.000+05:30रूचीकर लेख था. जानकारी के लिए धन्यवाद. मेरी अंग्रे...रूचीकर लेख था. जानकारी के लिए धन्यवाद. मेरी अंग्रेजी ठीक नहीं है अतः सिडनी-सेल्डन तक ही पढ़ पाता हूँ. इन्हे कोशिश करूँगा.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-12188910529706157932009-01-17T13:23:00.000+05:302009-01-17T13:23:00.000+05:30पैरी मेसन को तो खूब पढ़ा है परन्तु रमपोल से जान पह...पैरी मेसन को तो खूब पढ़ा है परन्तु रमपोल से जान पहचान नहीं हो सकी. परिचय कराकर प्रेरित करने का आभार.Anonymousnoreply@blogger.com