tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post4594138390279327313..comments2024-02-22T19:15:31.889+05:30Comments on उन्मुक्त: गुलमर्ग में तारगाड़ीउन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-35359777997763131012007-07-31T21:43:00.000+05:302007-07-31T21:43:00.000+05:30शुक्रिया यह विवरण साझा करने के लिए!!रवि रतलामी जी...शुक्रिया यह विवरण साझा करने के लिए!!<BR/><BR/>रवि रतलामी जी से सहमत इसलिए हूं क्योंकि जब तक हम एमपी मे थे यही हाल था यहां भी। <BR/>छत्तीसगढ़ बनने के बाद यहां हालात सुधरे हैं तो एमपी में बिज़ली के मामले में हालात और भी बिगड़ गए!!<BR/><BR/>पूरे गुजरात का तो नही कह सकता पर दंगों के बाद अहमदाबाद जाना हुआ था, दो तीन दिन रहा, अच्छा लगा, रात मे भी लोगों को बेखौफ़ सड़कों पर घुमते देख कर!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-65195838972107731492007-07-31T17:48:00.000+05:302007-07-31T17:48:00.000+05:30गुलमर्ग से खिलन मर्ग तो पैदल भी जाया जा सकता है। व...गुलमर्ग से खिलन मर्ग तो पैदल भी जाया जा सकता है। वैसे अभी का तो हम नही कह सकते है हम लोग तो अस्सी के दशक मे गए थे।उस समय ये तारगाडी नही हुआ करती थी।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-50630610647650463372007-07-31T12:07:00.000+05:302007-07-31T12:07:00.000+05:30"...भारत के कई प्रदेशों के लोग, अपने प्रदेश के बार...<B>"...भारत के कई प्रदेशों के लोग, अपने प्रदेश के बारे में अच्छी राय नहीं रखते हैं।..."</B><BR/><BR/>माफ़ कीजिएगा, उन्मुक्त जी, एमपी में यदि आप रह देखें तो फिर कुछ कहें. न सड़कें हैं, न बिजली, न पानी. पानी एक दिन छोड़कर आता है. बिजली कभी भी चली जाती है.<BR/><BR/>वैसे गुजरात के बारे में जैसा आपको लोगों ने बताया, कुछ वैसा ही एक यात्रा के दौरान मैंने भी सुना था - व्यापार व्यवसाय इतना फल फूल रहा है कि आज वहां पर हर आदमी प्रसन्न है - इर्रेस्पेक्टिव ऑफ रेस एंड रिलीजन.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com