tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post6845040243448542795..comments2024-02-22T19:15:31.889+05:30Comments on उन्मुक्त: प्यार किया तो डरना क्याउन्मुक्तhttp://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-63733811025794848692007-04-13T11:18:00.000+05:302007-04-13T11:18:00.000+05:30आपका आभारी हूँ की आपने मेरे पत्र में अपना विचार लि...आपका आभारी हूँ की आपने मेरे पत्र में अपना विचार लिखा। मैने तो सिर्फ शुरूवात ही की थी पर जान कर बहुत प्रसन्नता हुई की मेरे पत्र को भी पढ़ सकता है। और जैसा की आपने चाहा है, मै आपके पत्र को श्रुंखला प्रदान करूंगा। आशा है आप भी ऐसा ही करेंगें। आपका हितचिंतक – उदयनUdayanhttps://www.blogger.com/profile/16313596683820349463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-35023849020296798802007-04-07T16:34:00.000+05:302007-04-07T16:34:00.000+05:30vivaran ka pravah aacchcha lagaa. Bahut hi saral b...vivaran ka pravah aacchcha lagaa. Bahut hi saral bhasha mai likha hai. Dhanyavad.<BR/>DeepakDeepak Sethihttps://www.blogger.com/profile/12807995737843486629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-33150761826244297792007-03-09T14:10:00.001+05:302007-03-09T14:10:00.001+05:30मुझे भी लिनक्स का कुछ पता नही और ना ही कभी देखा है...मुझे भी लिनक्स का कुछ पता नही और ना ही कभी देखा है। शुरू ज़माने से सिर्फ विन्डोस और माकिंटोश पर काम किया है। भाई आपने गोवा की याद दिलादी... वाह कितने मज़े किए थे हम दोस्तों ने वहां :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-27234320495803948632007-03-09T07:33:00.000+05:302007-03-09T07:33:00.000+05:30सही है। आगे की फोटुयें दिखाइये ने अपनी दो बातों के...सही है। आगे की फोटुयें दिखाइये ने अपनी दो बातों के समर्थन में !:)अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-78638710607767719102007-03-08T23:02:00.000+05:302007-03-08T23:02:00.000+05:30भाई कम बुझाया अपन को!!! उ का है की टेक्निकल ज्ञान ...भाई कम बुझाया अपन को!!! उ का है की टेक्निकल ज्ञान में अपना हाथ थोड़ा तंगी मे रहता है…।फिर भी लोगों की टिप्पणी से जो प्रतीति हुई वह अच्छा अनुभव करा रही है…।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-27592686143474366642007-03-08T20:55:00.000+05:302007-03-08T20:55:00.000+05:30आपका लिनक्स के प्रति प्रेम देखकर मेरी भी लिनक्स आज...आपका लिनक्स के प्रति प्रेम देखकर मेरी भी लिनक्स आजमाने की इच्छा हो रही है.<BR/><BR/>आपकी गोवा के बारे में अगली पोस्ट की प्रतीक्षा रहेगीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23104312.post-82376155482773701092007-03-08T20:44:00.000+05:302007-03-08T20:44:00.000+05:30आप इत्ता सफ़र करते है, लैपटाप उठाने वाले की भी तो ज...आप इत्ता सफ़र करते है, लैपटाप उठाने वाले की भी तो जरुरत पड़ती होगी, मै आ जाऊं?<BR/><BR/>आप डिसाइड नही कर पाए, कि होटल पर लिखे या लीनिक्स पर। खैर, गोवा की याद करा कर, लेख लिखने के लिए उकसा दिया आपने। अब झेलिएगा लेख।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.com