Tuesday, August 21, 2018

डा. जोसेफ बेल - वास्तविक शॉर्लॉक होम्स

पिछली चिट्ठी में, मार्गलिट फॉक्स द्वारा लिखित पुस्तक 'कॉनन डॉयल फॉर द डिफेंस' की चर्चा थी। 
इस चिट्ठी में चर्चा है कि शर्लॉक होम्स का किरदार गढ़ने में, आर्थर कैनन डॉयल को कहां से प्रेणना मिली


डॉयल का जन्म २२ मई १८५९ को हुआ था और एडिनबर्ग मेडिकल स्कूल में डाक्टरी की शिक्षा पायी। उन्होंने अपनी चिकित्सा प्रथा शुरू की लेकिन सफल नहीं हुऐ। मरीजों की प्रतीक्षा करते करते, वे लिखने लगे।

अपनी जासूसी कहानियों के लिए, डॉयल एक नया प्रकार का जासूस चाहते थे। इसके लिये, उन्हें अपने मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षक डॉ जोसेफ बेल का ख्याल आया। वे उनके - उत्सुक तरीकों, स्थितियों को ध्यान से देखने और  अवलोकनों से तर्क के द्वारा निष्कर्ष निकालने की कला से वाकिफ थे। उन्होंने उन्हीं पर अपना नया जासूस का किरदार बनाया और उसे शर्लॉक होम्स नाम दिया। 


शर्लॉक होल्मस का नाम एक अंग्रेजी क्रिकेटर शर्लॉक और ओलिवर वेंडेल होम्स नामक एक डॉक्टर और प्रसिद्ध कवि के नाम से प्रेरित थेा।  ओलिवर वेंडेल होम्स, प्रसिद्ध  न्यायमूर्ति होम्स के पिता थे।

डॉ बेल एडिनबर्ग में प्रसिद्ध सर्जन और चिकित्सा प्रशिक्षक थे। शायद, अवलोकन कर निष्कर्ष निकलाने में वे सबसे सक्षम व्यक्ति थे। वे हमेशा लोगों को अपने आश्चर्यचकित करते थे।  उनकी बेटी सेसिल स्टिस्ट ने, अपने पिता के बारे में बताया,
'जब परिवार एक ट्रेन में यात्रा करता था, तो वह गाड़ी में अन्य यात्री के बारे में, बिना उनसे बात किये बताते थे कि वे कहां से थे, कहां जा रहे हैं, उनका क्या व्यवसाय है और उनकी क्या आदतें हैं। बाद में, जब यात्री भी उनकी बात की पुष्टि करते तब वे हमें जादूगर लगते थे। '
उनके छात्र भी उन्हें जादूगर मानते थे। डॉ बेल की मौत के सालों बाद, डॉयल ने एक साक्षात्कारकर्ता से कहा,
'डॉ बेल के पास मरीज़ आते थे तो वे उनसे बात किये बिना ही बताते थे कि वे कहां से आयें हैं और उन्हें क्या तकलीफ है।'

डॉ बेल ने हमेशा अवलोकन के महत्व पर जोर देते थे। चिकित्सा छात्रों के हर नए समूह के लिए, उनका मानक प्रदर्शन हुआ करता था। वे तरल पदार्थ से भरा हुआ गिलास ले कर कहते थे,

'इस गिलास में,  बहुत ही शक्तिशाली दवा है। इसका स्वाद बेहद कड़वा है। बेशक, इसे आसानी से रासायनिक रूप से विश्लेषण किया जा सकता है पर मैं देखना चाहता हूं कि आप में से कितनो ने अपनी अवलोकन की शक्तियों को विकसित किया है। मैं चाहता हूं कि आप इसे गंध और स्वाद से जांचें। हालांकि, मैं नहीं चाहता कि आप ऐसा कुछ करें जो मैं नहीं करूंगा, इसलिये मैं इसे पहले चखूंगा'
डॉ बेल अपनी उंगली को तरल पदार्थ में डुबोते थे फिर उंगली को मुंह में डाल देते थे। उसके बाद वह गिलास सब छात्रों के पास जाता था। छात्र अपनी अंगुली को तरल में डुबोते, चूसते, और अजीब सा चेहरा बनाते। जब सब छात्र यह कर चुके होते तब डॉ बेल हंसते हुऐ बताते,
'आपने अवलोकन की शक्ति विकसित नहीं की है। यदि आपने मुझे बारीकी से देखा होता तो आपने पाया होता होगा कि मैंने अपनी तर्जनी को तरल पदार्थ में डाला था पर मुंह में तो मध्य उंगली डाली थी'
१८९२ में, डॉयल ने डॉ बेल को लिखा, 'शर्लक होम्स का श्रेय, निश्चित रूप से आपके लिए है।' अपनी आत्मकथा में, डॉयल कहते हैं
'अगर वह [डॉ। बेल] एक जासूस होते, तो वे निश्चित रूप से जासूसी  को सटीक विज्ञान बना देते।  ... जब यह वास्तविक जीवन में संभव था, तो मुझे लगा कि इसे कहानियों में क्यों नहीं लाया जाना चाहिए? यह कहना बहुत अच्छा है कि एक आदमी बुद्धिमान  है, लेकिन पाठक इसके उदाहरण देखना चाहते हैं - जैसे उदाहरण बेल ने हमें हर दिन वार्ड में दिया करते थे।'
दूसरी जगह, वे लिखते हैं,
'इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इस तरह [डा बेल] के एक चरित्र के अध्ययन के बाद, जब बाद के जीवन में, मैंने एक वैज्ञानिक जासूस बनाने की कोशिश की,  जिसने अपने गुणों पर मामलों को हल किया, तब उनके तरीकों का उपयोग और विस्तार किया।'
डॉ बेल और शर्लॉक होम्स के बीच के संबन्धों के बारे में, उससे अधिक बहुत कुछ है जितना मैंने यहां लिखा है। यदि आप से पढ़ना चाहें तो इर्विंग वॉलेस द्वारा लिखित 'द फैबुलस ओरिजिनल' किताब में पढ़ सकते हैं या उसी लेखक द्वारा 'द संडे जेंटलमैन' पुस्तक में प्रकाशित 'द इंक्रेडिबल डॉ बेल' नामक एक लेख में पढ़ सकते हैं।

इस चिट्ठी के चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से हैं।
 
About this post in Hindi-Roman and English

is post mein, charchaa hai ki Canon Doyle ko Sherlock Holmes ka kirdar gdhne mein khan se prena milee. yeh hindi (devnaagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post of Hindi (Devanagari script) talks how Conan Doyle was inspired to create character of Sherlock Holmes.  You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.

सांकेतिक शब्द  
  #हिन्दी_ब्लॉगिंग 
Arthur Canon Doyle, Joseph Bell, Sherlock Holmes,

2 comments:

  1. जानकारी से भरी हुई पोस्ट

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  2. शेरलॉक होम्स व उनके सहयोगी डा वाटसन की लगभग सभी कहानियां (Including the Return of Sherlock Holmes) मैंने बचपन / किशोरावस्था में बहुत चाव से कई बार पढ़ीं थी व उसके टीवी रूपांतरण के भी कुछ अध्याय देखे थे |

    आपने इस लेख द्वारा होम्स के प्रेरणास्त्रोत्र डा बेल की जानकारी पा कर अच्छा लगा

    धन्यवाद

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