मुक्त विचारों का संगम, कभी खुशी कभी ग़म
यह चिट्ठी जेम्स रान्डी को श्रद्धांजलि है।
जेम्स रान्डी का यह चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से
इस चिट्ठी में तनिष्क विज्ञापन पर उठे विवाद पर चर्चा है।