सिक्किम यात्रा की इस कड़ी में, कालिम्पॉङ में घूमने की जगहों का वर्णन है।
कालिम्पॉङ (Kalimpong) सिक्किम में नहीं है। यह पश्चिम बंगाल का हिस्सा है। यह गैंगटॉक जाने के रास्ते के पास में ही है। इसीलिये हम लोगों ने वहां भी जाने का प्रोग्राम बनाया।
हम लोग सुबह गैंगटॉक से सिलीगुड़ी के लिये कालिम्पॉङ (kalimpong) के लिये चले। दिन में कालिगंपॉड घूमना था और शाम तक सिलीगुड़ी पहुंचना था जहां हमें रात गुजारनी थी। हमें बताया गया था कि कालिम्पॉङ में दो जगह देखने के लिए हैं इसलिए हम लोग रात में कालिम्पॉङ नहीं रूके।
कालिम्पॉङ में सबसे पहले हम लोग देवला हिल (Deolo hill) व्यूप्वाइंट गये। यह बहुत ही सुन्दर सी जगह है, पार्क है और इसमें एक गेस्ट हाऊस भी है। जिसमें आप ठहर सकते है। हालांकि कोहरे के कारण दृश्य अच्छा नहीं था। कञ्चनजङ्घा रेंज तो दिखायी नहीं पड़ी पर डैनी डेंज़ोंग्पा (Danny Denzongpa) फिल्म एक्टर की शराब बनाने की फैक्टरी को देख सके।
दूसरी जगह जो हम लोगों को देखनी थी , वह एक प्राइवेट जगह है लेकिन उसमें बहुत सुन्दर कैक्टस हैं। इस जगह को देखने के लिए पहले कोई टिकट नहीं था। लेकिन इसके मालिक ने आने वालों की संख्या देखते हुए पांच रूपया का टिकट लगा दिया। उनके मुताबिक प्रतिदिन, लगभग २५० लोग कैक्टस को देखने आते है। यहां पर तरह तरह के कैक्टस हैं। कैक्टस के पेड़ो में नारंगी, बैगनी, लाल और सफेद रंग के फूल भी लगे थे। यहां लोगो ने बताया कि मालकिन ने बताया कि वहां पर एक रेस्ट हाउस भी है जिसमें ६ कमरे हैं। दो बिस्तर के कमरे का ५५०/-रू० और तीन बिस्तर के कमरे का ७५०/-रू० किराया है।
यह चित्र बगीचे की वेबसाइट से है और उन्हीं के सौजन्य से है।
यह लोग Pineview Nursery नाम से अपनी वेबसाइट भी चलाते हैं जहां से इनके बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकती है।
यहां से घाटी में लगे चीड़ के पेड़ो का दृश्य बहुत सुन्दर दिखायी पड़ता है इसी लिये इसका नाम उन्होंने Pineview Nursery रखा है।
हम लोगों ने दिन का खाना, ज्योति रेस्ट्राँ में खाया और सिल्लीगुड़ी के लिये चल दिए। अगले दिन हमें, बागडोगरा से, वापसी के लिये हवाई जहाज पकड़ना था।
सिक्किम यात्रा
क्या आप इस शख्स को जानते हैं?।। सिक्किम - छोटा मगर सुन्दर।। गैंगटॉक कैसे पहुंचें।। टिस्ता नदी (सिक्किम) पर बांध बने अथवा नहीं।। नाथुला पास – भारत चीन सीमा।। क्या ईसा मसीह सिल्क रूट से भारत आये थे।। मंदाकिनी झरना - 'राम तेरी गंगा मैली' फिल्म वाला।। सात राजकुमारियां, जिन्होंने प्रकृति से शादी कर ली।। तारीफ करूं क्या उसकी जिसने तुझे बनाया।। फूलों के रंग से ... लिखी ... पाती।। मस्का नहीं, मस्कारा कैसे लगायें और मस्का पायें।। सिक्किम में, क्या लड़कियां की संख्या, लड़कों से ज्यादा हैं?।। क्या नेपाली लड़कियों के लिये कुछ भी मुश्किल नहीं है?।। क्या आपको मालुम है कि सबसे अच्छा वक्तिगत कैक्टस का बगीचा कहां है?।।
is post per Kalimpong mein ghumne kee jghon kee chrchaa hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen. This post is about places to visit in Kalimpong. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script. |
सांकेतिक शब्द
Kalimpong, Deolo hill, कालिम्पॉङ, देवला हिल व्यूप्वाइंट
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रोचक रहा वृतांत...क्या अब भी इतने सस्ते रुम मिल जाते हैं वहाँ?
ReplyDeleteहमें याद है, बड़े बड़े लोग अपने बच्चों को कॅलीम्पोंग के बोर्डिंग स्कूल में दाखिला करवाते थे. शायद वहाँ ईसाई मिशनरियाँ लंबे समय से हैं.
ReplyDeleteकेक्टस के कुछ बड़े चित्र दे सकते थे, और मज़ा आ जाता. आभार.
http://mallar.wordpress.com
वर्षों पहले सिलीगुड़ी जाना हुआ था, यादें ताजा हो गई.
ReplyDeleteआपने अच्छा बताया। मैं तो रतलाम के पास सैलाना रियासत के कैक्टस बाग से बहुत प्रभावित था।
ReplyDeleteएक कैक्टस का बगीचा महाबलेश्वर में भी है पंचगनी के रास्ते में और वह भी बहुत सुंदर है | वहां के मालिक ने कोई शुल्क नहीं लगाया क्योंकि जितने लोग वहां आते हैं, कुछ न कुछ खरीद ही लेते हैं और इसी से उनकी अच्छी खासी आमदनी होती है |
ReplyDeleteआप बहुत थोड़े में बहुत कुछ कह जाते हैं।
ReplyDeletegreat travel blog intersting to read
ReplyDeleteसैर कराने का शुक्रिया।
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