इस चिट्ठी में, चर्चा है कि विश्व पर्यावरण दिवस, पांच जून को, क्यों मानाया जाता है।
चित्र विकिपीडिया से |
यह जून की ०५ तारीख को शुरू हुआ और अब इस दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में जाना जाता है।
पर्यावरण के बारे में, दूसरा महत्वपूर्ण कदम, सन् १९८७ में, वर्ल्ड कमीशन आफ एनवायरमेन्ट एंड डेवलपमैंट ने लिया। उन्होंने 'अवर कामन फ्यूचर' (Our Common Future) नामक रिपोर्ट दी।
उक्त कमीशन की अध्यक्ष, सुश्री जी.एच.ब्रंटलैंड थीं। आप एक चिकित्सक हैं। वे १० वर्षों तक नॉरवे की प्रधानमंत्री रहीं। बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री का पद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक बनने के लिये छोड़ दिया।
सुश्री ब्रंटलैंड कमीशन की अध्यक्ष थीं। इसलिये इस रिपोर्ट को 'ब्रंटलैंड रिपोर्ट' के नाम से भी जाना जाता है। यह आयोग की अनुशंसा थी, जिसके कारण सन् १९९२ में, रियो डि जनेरो ब्राजील में संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में पर्यावरण विकास पर शिखर वार्ता हुई।
इस सम्मेलन और कमीशन की रिपोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण बात टिकाऊ विकास (Sustainable development) की गयी थी। इसकी चर्चा अगली बार।
हरित पथ ही राजपथ है
सांकेतिक शब्द
। पर्यावरण, environment, Ecology, Environment (biophysical), Natural environment, Environmental movement, Environmentalism, Environmental science,
।हिन्दी,
सुन्दर संकलित क्रमबद्ध जानकारी
ReplyDeleteज्ञानपरक तथ्य।
ReplyDeleteI am not sure but i feel like i have read this post before ... may be on some other blog or may be yours , with the same title.
ReplyDeleteशायद यहां। यह मेरे तीनों चिट्ठों को मिला कर बनाया गया चिट्टा है। मुझे नहीं मालुम यह किसने शुरू किया है। कोई मेरा अज्ञात मित्र है।
DeleteI found a very nice documentary on NDTV.
ReplyDeletehttp://www.ndtv.com/video/player/special-report/video-story/301013?video-ndtv-classics
बढ़िया जानकारी ...
ReplyDeleteसादर—
चहलकदमी: पर्यावरण नित्यम् संकल्प