द मदर, आत्मचित्र - विकिपीडिया से |
होली के समय में उत्तर भारत में रहना, मेरे लिए हमेशा मुश्किल रहता है। इस समय मैं हमेशा वहां से भागने की फिराक में रहता हूं। मैं पहले भी केरल, बंगलौर, गोवा की यात्रा इसी समय कर चुका हूं।
इस बार होली के समय, चेन्नई में एक सम्मेलन था। मुझे उसमें भाग लेना था। मुझे लगा कि होली के समय बाहर रहने का इससे अच्छा और कोई कारण नहीं हो सकता है। मैंने फौरन चेन्नई सम्मेलन में जाने का प्रोग्राम बनाया।
पॉन्डिचेरी, चेन्नई के पास है। मैं लगभग ४० वर्ष पहले वहां गया था। इसलिए वहां भी घूमने की बात तय की।
पॉन्डचेरी समुद्र तट की शाम |
इस बार मैं अपने साथ लैपटॉप भी ले गया था। मुझे बोलना भी था और लैपटॉप में अपना प्रस्तुतिकरण एवं लेख भी ठीक करना था। सुरक्षा की जांच के लिए जब अन्दर पहुंचा, तब सुरक्षा कर्मी ने पूछा।
'क्या, इस बैग में लैपटॉप है?'मैंने हामी भरी।
उसने कहा लैपटॉप निकाल लीजिए। आपका बैग पुन: सुरक्षा की दृष्टि से चेक किया जायेगा। मैंने लैपटॉप निकाला। उसने पुन: चेक किया। मैंने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया? उसका जवाब था,
'हो सकता है आपके लैपटॉप के नीचे चाकू रखा हो। लैपटॉप के कारण, उसे देखा नहीं जा सकता है। इसलिए मैंने आपका लैपटॉप बाहर निकलवा कर पुन: चेक किया है।'मैंने पूछा,
'आपने लैपटॉप के अन्दर चेक नहीं किया है। यदि मैंने उसके अन्दर चाकू रखा हो तब क्या होगा।'उसने मुस्कुरा कर कहा,
'साहब हम लोगों की शक्ल देखकर पहचान लेते हैं।'यदि यह बात थी तब लैपटॉप निकलवा कर चेक करने की क्या जरूरत थी? लेकिन, मैंने कोई जवाब नहीं दिया बस मुस्करा कर आगे बढ़ गया।
हवाई यात्रा के दौरान मैंने लेख को पुन: सम्पादित किया। प्रस्तुतिकरण ठीक किया। हम लोग चेन्नई पहुंच गये।
चेन्नई में सम्मेलन तीन दिन बाद था। हम चेन्नई पहुंचते ही, टैक्सी लेकर पॉन्डिचेरी चले गये। चेन्नई से पॉन्डिचेरी के रास्ते में ही एक घड़ियाल फार्म और महाबलिपुरम पड़ता है। जाते समय हम लोग ने घड़ियाल फार्म और लौटते समय महाबलिपुरम जाने का प्रोग्राम बनाया।
अगली बार हम लोग घड़ियाल फार्म चलेंगे।
मां की नगरी - पॉन्डेचेरी यात्रा
हो सकता है कि लैपटॉप के नीचे चाकू हो।।हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।:
Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. his will take you to the page where file is. Click where ‘Download’ and there after name of the file is written.)
- भारत में साइबर कानून: ►
- साइबर कानून क्या होता है: ►
'मेरे पॉडकास्ट बकबक पर नयी प्रविष्टियां, इसकी फीड, और इसे कैसे सुने'
सांकेतिक शब्द
। ponidicherry, chennai,
। Travel, Travel, travel and places, Travel journal, Travel literature, travel, travelogue, सैर सपाटा, सैर-सपाटा, यात्रा वृत्तांत, यात्रा-विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा संस्मरण, मस्ती, जी भर कर जियो, मौज मस्ती,
लेख ही चाकूनुमा लिख सकते हैं लेखकगण, सत्य चीरते हुये।
ReplyDeleteज्यादातर हिन्दुस्तानियों की शक्ल से ही शराफत टपकती है इसलिए जहाँ कहीं भी चैकिंग चल रही होती है वहां से आधे से ज्यादा लोग तो कोरे ही निकल पड़ते हैं.
ReplyDeleteजब कभी मैं पत्नी और बच्चों के साथ रहता हूँ तब मुझे चैकिंग के लिए कोई नहीं रोकता.
'साहब हम लोगों की शक्ल देखकर पहचान लेते हैं।'
ReplyDeleteयही मुगालता मुझे भी अक्सर हो उठता है ,बिना सुरक्षा कर्मी के कहे ही :)
ये चूकें भयानक हो सकती हैं -सुरक्षा जांच में 'नो लेम एक्सिक्यूजेज "
चलिए घड़ियाल फार्म का इंतज़ार करते हैं ..
कभी सूरत कभी सीरत का भरोसा.
ReplyDeleteअरविन्द जी की टिप्पणी की पहली दो लाइनें मेरी ओर से भी.. और यह भी कि उसे तो अपनी ड्यूटी निभानी ही थी जो उसने निभाई. इन्हीं चूक के चलते आतंकी घटनायें हो जाती हैं..
ReplyDeleteअब समझ आया कि लेपटॉप बेग को क्यों खुलवाकर देखते हैं? आगे के वर्णन का इंतजार रहेगा।
ReplyDeleteआपके बहाने हम भी घूम लिये। शुक्रिया।
ReplyDelete---------
मोबाइल चार्ज करने के लाजवाब ट्रिक्स।
एग्रीगेटर: यानी एक आंख से देखने वाला।