विलियम टिमोथी गावरस् |
इस चिट्ठी में मुक्त विज्ञान विचारधारा के बारे में चर्चा है।
'उन्मुक्त जी, मुक्त विज्ञान क्या बला है और उसका इस चित्र से क्या संबन्ध है?'कुछ धैर्य रखें, बताता हूं।
विलियम टिमोथी गॉवरस् गणितज्ञ हैं। १९९८ में उन्हें गणित का नोबल पुरुस्कार, फील्डस् मेडल मिल चुका है। वे एक चिट्ठा भी लिखते हैं। कुछ समय पहले उन्होंने एक चिट्ठी 'क्या विशाल पैमाने पर सहयोगपूर्ण गणित संभव है?' नाम से लिखी। इसे उन्होंने पॉलीमैथ प्रॉजेक्ट (Polymath project) का नाम दिया।
गॉवरस् की चिट्ठी को पढ़ने पर मुझे यह कुछ मुक्त सॉफ्टवेयर की तरह लगता है - शायद दोनो का दर्शन एक ही है। इसमें वे कहते किसी भी गणित के मुश्किल के बारे में लोग अपने विचार रखें। सबके सहयोग से, उसका हल आसानी से निकल सकता है। हल निकलने के बाद, उस पर पेपर, सामुहिक छद्म नाम से, इस प्रयोग के ऑनलाइन लिंक के साथ छापा जाय। जिससे पता चल सके कि किसने क्या विचार रखे थे।
शायद छद्म नाम की बात वही है जैसा कि बीसवीं शाताब्दि में बूरबाकी के नाम से किया गया था।
'उन्मुक्त जी, बूरबाकी कौन था?'बीसवीं शताब्दी के शुरूवात में, नवीन गणित को उचित स्थान दिलवाने के लिये, फ्रांस के गणितज्ञों ने, बूरबाकी के छद्म नाम से बेहतरीन पुस्तकें लिखीं हैं। इसके बारे में, अलग संदर्भ में 'शून्य, जीरो, और बूरबाकी' नाम से चिट्ठी लिखी है।
कुछ समय पहले बूरबाकी के ऊपर आमिर एक्ज़ल की लिखी पुस्तक 'द आर्टिस्ट एण्ड द मैथमेटीशियन: द स्टोरी ऑफ निकोला बूरबाकी, द जीनियस हू नेवर इक्ज़िस्टेड' (The artist and the mathematician: the story of Nicolas Bourbaki, the genius mathematician who never existed by Amir D. Aczel) नाम से आयी। इस पुस्तक के बारे में भी मैंने अपनी चिट्ठी 'सफलता हमेशा काम के बाद आती है' नाम से मुन्ने को चिट्ठी लिखते समय लिखा है।
चार्ल्स डेनिस बूरबाकी |
निकोला बूरबाकी के नाम से निम्न पुस्तकें लिखी गयीं। पुस्तकों के फ्रांसीसी भाषा में नाम, कोष्टक के अन्दर लिखें हैं।
- Set theory (Théorie des ensembles)
- Algebra (Algèbre)
- Topology (Topologie générale)
- Functions of one real variable (Fonctions d'une variable réelle)
- Topological vector spaces (Espaces vectoriels topologiques)
- Integration (Intégration)
- Commutative algebra (Algèbre commutative)
- Lie theory (Groupes et algèbres de Lie)
- Spectral theory (Théories spectrales)
गावरस् के विचारों को आगे बढ़ाते हुऐ भौतिक शास्त्री माइकेल नीलसेन, इसे केवल गणित तक सीमित न कर, विज्ञान पर लागू करने के लिये कहते हैं। इस विषय पर उनका यह बेहतरीन व्याख्यान सुनिये।
मेरे विचार से मुक्त विज्ञान संभव है - जिनोम परियोजना इसका बेहतरीन उदाहरण है। देखिये मुक्त सॉफ्टवेयर का दर्शन कहां कहां अपना पांव जमा रहा है।
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मुक्त विज्ञान सम्भव है।
ReplyDeleteयह जन सेवा की उदात्त भावना से ओतप्रोत विचार है -जबकि लोग खुद के नेम फेम के लिए व्यग्र रहते हैं !पेटेंट अधिकार और कापी राईट के झगडे इसलिए ही हैं !
ReplyDeleteप्रचीन /मध्ययुगीन भारतीय मनीषी ज्ञान के विमुक्त रूप के कितने पक्षधर थे कि आज भी कितनी पांडुलिपियाँ ऐसी हैं कि उनपर लेखकों के नाम नहीं हैं और हैं तो क्षद्म्नाम हैं!भ्रम होता है कि पातंजलि ,कौटिल्य का कोई एक सज्जन थे या अलग अलग? अकेले वेदव्यास ने महा भारत थोड़े ही लिखी -कितनी पीढ़ियों का योगदान है!
मुक्त विज्ञान संभव है मगर इसके लिए हमें अपने आग्रहों से मुक्त होना होगा -कहते भी हैं या विद्या सा विमुकतये !
रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी वाली पोस्ट. आमिर एक्ज़ल की पुस्तक की जिज्ञासा होने लगी.
ReplyDeleteनयी जानकारी के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteबहुत अच्छी पोस्ट. काम के लिंक. धन्यवाद.
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