Friday, April 29, 2011

ऑरोविल - बंजर से हरियाली की तरफ

इस चिट्ठी में ऑरोविल की चर्चा है।
ऑरोविल की कल्पना - वित्र इस वेबसाइट से



ऑरोविल एक अन्तर राष्ट्रीय रहने की जगह है, जहां पर अरविन्दों के विचार को एक समाजिक रूप दिए जाने की बात है। मां ने इस की कल्पना की और रूप प्रदान किया।

ऑरोविल में श्री अरविन्द की मूर्ति

ऑरोविल पहुंच कर, उसके बारे में जानने का मौका मिला। वहां पर मिले साहित्य के अनुसार, 
'ऑरोविल की कल्पना, मानवीय एकता को व्यावहारिक और साकार रूप देने वाला एक भौतिक और आध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र की तरह से की गयी है। यह वह स्थान है जहाँ जीने का यह नया ढंग ढूंढा जा रहा है; ऑरोविल त्वरित विकास का एक केन्द्र है जहाँ मनुष्य को अन्त:करण की शक्ति के द्वारा ही अपने जगत को बदलता है।
इस पर किसी व्यक्ति- विशेष का अधिकार नहीं है। इस पर मानवता का अधिकार है।  ऑरोविल के हर वासी से यह अपेक्षा की जाती है कि दिव्य चेतना की सेवा में तत्पर रहे इनका  प्रयास है कि  ऑरोविल अनन्त शिक्षा, निरन्तर प्रगति और अजर यौवन का स्थान हो।
इसका उद्देश्य है कि भूत और भविष्य के मध्य पुल का दायित्व निभाये और  समस्त आन्तरिक अनुभूतियों और बाहरी अनुसंधानों से लाभान्वित होते हुए, भावी उपलब्धियों की ओर निर्भय रूप से अग्रसर रहे।'
ऑरोविल का उदघाटन समारोह - चित्र यहां से
२८ फरवरी १९६८ को एक समारोह द्वारा ऑरोविल का विधिवत उदघाटन हुआ। इसमें, १२४ राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले, लगभग ५००० लोगों ने मानवीय एकता के प्रतीक-स्वरूप एक कलश में मुट्ठी भर मिट्टी डाली।

आज भी  ऑरोविल का निर्माण कार्य जारी है। फिर भी, कभी पूर्णतया बंजर रही इस भूमि पर नज़र आने वाला यह क्षेत्र, इस समय हरा भरा है। यही इसकी सबसे अच्छी बात है। इस समय यह३५ राष्ट्रों से आए १८०० से अधिक लोगों का निवास स्थान है।

इस के मध्य में मातृमंदिर है, जो  ऑरोविल की संस्थापिका मां के अनुसार ऑरोविल की आत्मा है। अगली बार वहीं चलेंगे।


मां की नगरी - पॉन्डेचेरी यात्रा 
हो सकता है कि लैपटॉप के नीचे चाकू हो।। कोबरा मेरे हाथ पर लिपट गया।। घोड़ा डाक्टर, गायों और भैंसों की लात खाते थे।। पॉन्डेचेरी फ्रांसीसी कॉलोनी थी।। शाम सुहानी लग रही थी।। महिलाएं बेवकूफ़ बन रही हैं।। पैंतालिस मिनट में पांच हजार लोगों का खाना।। यह स्कूल अनूठा है।। शिव ने पार्वती को चूम लिया।। अरबिन्दो के संपर्क के आने से पहले, मां की शादी हो चुकी थी।। ऑरोविल - बंजर से हरियाली की तरफ।।

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This post talks about Auroville. It is in Hindi (Devnagri script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.

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6 comments:

  1. ओराविल नामकरण पर कुछ प्रकाश डालें !

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  2. लघु विश्व की कल्पना।

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  3. हमारे लिए नई जानकारी है,,,

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