इस बार चर्चा का विषय है कि साइबर कानून का किस तरह से उल्लंघन हो सकता है और उसके क्या उपाय हैं।
इस चिट्ठी को आप सुन भी सकते हैं। सुनने के लिये यहां चटका लगायें। यह पॉडकास्ट ogg फॉरमैट में है। यदि सुनने में मुश्किल हो तो ऊपर दाहिने तरफ का पृष्ट, "'बकबक' पर पॉडकास्ट कैसे सुने" देखें।
यह चित्र इंडियन एक्सप्रेस के सौजन्य से |
साइबर कानून के उल्लंघन को मोटे तौर से दो क्षेत्रों में बांटा जा सकता है।
- पहला, बौद्विक सम्पदा अधिकार के क्षेत्र में उल्लघंन: मैंने इस विषय पर विस्तार से चर्चा, अलग सन्दर्भ में, अपनी श्रंखला 'अन्तरजाल की मायानगरी में', 'पेटेंट और कंप्यूटर प्रोग्राम', 'ओपेन सोर्स सौफ्टवेर', और 'लिनेक्स की कहानी' में की है।
- दूसरा, अन्य क्षेत्र में उल्लघंन: यह उल्लघंन मुख्य रूप से सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लघंन है। इसे सामान्य भाषा में साइबर अपराध (Cyber crime) कहा जाता है।
सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम में साइबर अपराध के लिए दो तरह के उपाय दिए गये है।
- पहला, दीवानी उपाय (Civil relief): इसमें जो भी व्यक्ति आपको नुकसान पहुँचाता है उससे आप हर्जाना प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन यह मुकदमे सिविल न्यायालयों में नही चलते। इन मुकदमे को तय करने के लिए एक अलग से अधिकारी (Adjudicating Officer) नियुक्त किया जाता है। इस समय प्रत्येक राज्य में उनके इंफॉरमेशन तकनीक के सक्रेटरी ही यह अधिकारी है। इनके फैसले की अपील साइबर ट्रियूब्नल मे होती है। उसके बाद इनकी अपील हाई कोर्ट में दाखिल की जा सकती है।
- दूसरा फौजदारी अभियोग (Criminal Prosecution): इसमें साइबर कानून के उल्लघंन करने वालो को सजा हो सकती है। इसके लिए पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ती है और मुकदमा फौजदारी अदालत में ही चलता है।
तू डाल डाल, मैं पात पात
भूमिका।। नाई की दाढ़ी को कौन बनाता है।। नाई, महिला है।। मिस्टर व्हाई - यह कौन हैं।। गणित, चित्रकारी, संगीत - क्या कोई संबन्ध है।। क्या कंप्यूटर व्यक्तियों की जगह ले सकते हैं।। भाषायें लुप्त हो जाती हैं - गणित के सिद्घान्त नहीं।। ऐसा कोई कंप्यूटर नहीं, जिसे हैक न किया जा सकता हो।। साइबर या कंप्यूटर कानून क्या होता है। भारत में साइबर कानून।। साइबर कानून का उल्लंघन और उसके उपाय।।
सांकेतिक शब्द
। Cyberlaw, Computer law, Internet law, Legal aspects of computing,
। cyber crime, cyber space, Information Technology, Intellectual Property Rights, information technology, Internet, Internet, Open source software, software, software, technology, technology, Technology, technology, technology, Web, आईटी, अन्तर्जाल, इंटरनेट, इंटरनेट, ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर, टेक्नॉलोजी, टैक्नोलोजी, तकनीक, तकनीक, तकनीक, सूचना प्रद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेर,
। Hindi, पॉडकास्ट, podcast,
पुनः एक अति संक्षिप्त पोस्ट एक अति महत्वपूर्ण विषय पर...
ReplyDeleteउन्मुक्त जी आपके जो पूराने पाठक यहाँ आते हैं वे आपसे कुछ ज्यादा पाने की लालसा रखते हैं :)
उन्हें निराश न किया करें प्लीज ....
या फिर आपके पास बस सुदामा के चावल ही रह गएँ है देने को :)
फिर तो ठीक है ,कृष्ण की प्रतीक्षा करें :)
हमारी हालत तो सुदामा से भी फटेहाल है !
पोडकास्ट सुनने का प्रयास करता हूँ !
पोडकास्ट पर कमेन्ट किया मगर पता नहीं लग रहा है कि वहां कमेन्ट हुआ या नहीं ? अतः नीचे वह भी उद्धृत है -
ReplyDeleteकम से कम ५ मिनट का होना था यह -हम तो सुनने को तैयार थे बस आपने सुनाया ही नहीं ..
अब ऐसी भी क्या व्यस्तता ?
उपयोगी पोस्ट।
ReplyDeleteउपयोगी ज्ञान, आगे की कडी की भी प्रतीक्षा रहेगी।
ReplyDelete---------
ब्लॉगवाणी: एक नई शुरूआत।
प्रतीक्षा रहेगी आगामी कड़ियों की।
ReplyDeleteबताइये बाकी भी.
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी
ReplyDeleteआभार।
आगे के लेख का इंतज़ार रहेगा.
ReplyDeleteफेसबुक पर फेक आई डी बना कर यूज़ करने वाले के खिलाफ क्या हो सकता है ऍफ़ आई आर हो चुकी है धरा 72 लगाईं है पुलिस द्वारा ।
ReplyDeleteयह इस बात पर निर्भर करता है कि वह फर्जी पहचान बना कर, उसे किस तरह से प्रयोग करता है।
DeleteHello mujhe yh puchna tha ki kai log whatsapp facebook par fake link bhjte hain jisme apni email ID or password bharna hota hain in laugo ke khilaf kaise karywahi kare
ReplyDeleteइसके आगे की चिट्ठियां देखिये उसमें अलग-अलग अपराधों के लिये सजा बतायी है। यदि यह अपराध के अन्दर आता है तब आप एफआईआर कर सकते हैं।
Delete