१९०५ में छपे हैमलेट नाटक का पहला पेज। इस नाटक के उद्धरण से, इस चिट्ठी की बात समझायी गयी है। चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से
कानून के विद्यार्थियों को सलाह
भूमिका और सबसे मुख्य बात।। अपनी भाषा सुधारें।। बात कहने का महत्वपूर्ण बिन्दु।।
इस चिट्ठी को अंग्रेजी में यहां पढ़ा जा सकता है।
विलियम शेक्सपियर के नाटक हैमलेट में, पोलोनियस एक किरदार है। वह गोल-गोल बोलता है, लेकिन मज़े की बात यह है कि वह (एक्ट 2, सीन 2) में बात समझाने के बारे में एक महत्वपूर्ण बात कहता है 'संक्षिप्तता ही समझदारी की आत्मा है' मतलब संक्षिप्त और मुद्दे पर, अपनी बात को कहना, सबसे अच्छा तरीक है।
- जो बात दस पन्ने में कही गयी हो, उसे एक पन्ने में कहने की कोशिश करें:
- जो बात एक पन्ने में कही गयी हो, उसे एक पैराग्राफ में कहने की कोशिश करें; और
- जो बात एक पैराग्राफ में कही गयी हो, उसे एक पंक्ति में कहने की कोशिश करें।
यह कहना आसान, करना मुश्किल है। इसके लगातार अभ्यास और बार-बार जांचने की ज़रूरत होती है। आप कभी भी संक्षिप्त और मुद्दे पर नहीं हो सकते, जब तक कि विषय पर आपकी अच्छी पकड़ न हो।
निष्कर्ष: अपनी बात, संक्षिप्त में, मुद्दे पर ही कहें।
अगली चिट्ठी में, कब अपनी बात संक्षिप्त और मुद्दे पर की जा सकती है।
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