सारांश: इस चिट्ठी में, अपनी बात को दूसरों का समझाने (कम्युनिकेशन) को बेहतर बनाने के कुछ तरीकों के बारे में चर्चा है।
जब मैं वकील बना, तो मैं अखबारों और पत्रिकाओं में नियमित रूप से लिखा करता था। बाद में उन्हें 'A Lawyer's World and Childhood Dreams' नाम से पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया। यह पुस्तक के पहले संस्करण का ऊपर का पेज है। इसमें कई लेख, इस चिट्ठे पर उपलब्ध हैं।
कानून के विद्यार्थियों को सलाह
भूमिका और सबसे मुख्य बात।। अपनी भाषा सुधारें।।
इस चिट्ठी को अंग्रेजी में यहां पढ़ा जा सकता है।
जिन तीन भाषाओं का जिक्र, पिछली चिट्ठी में हुआ है, उन भाषाओं में बियमित रूप से लिखें: अखबारों को पत्र भेजें, पत्रिकाओं, या वेबसाइट में लिखे, अपना चिट्ठा ब्लॉग शुरू करें, या सोशल मीडिया पर लिखें।
सरल और सीधी भाषा का प्रयोग करें। मुश्किल शब्द कुछ लोगों को प्रभावित कर सकते हैं लेकिन इस तरह की भाषा में अपनी बात नहीं समझायी जा सकती। पसन्द करें:
- सरल शब्द,
- छोटे वाक्य,
- एक्टिव वॉइस,
- 'नहींं' का कम से कम से प्रयोग,
- संक्षिप्त रूप में लिखना।
मैं लॉर्ड डेनिंग के कुछ फैसलों से सहमत नहीं हूँ, लेकिन उनकी अंग्रेजी बहुत अच्छी है। उनके फैसलों की तुलना न्यायामूर्ति कृष्ण अय्यर के फैसलों से करें तब मेरी बात स्पष्ट होगी। अच्छी भाषा के लिए, लॉर्ड डेनिंग को अपनाने की कोशिश करें - उनके फैसले और उनकी किताबें पढ़ें।
निष्करष: सरल और सीधी भाषा का इस्तेमाल करें। अच्छी अंग्रेजी के लिए, लॉर्ड डेनिंग को पढ़ें।
अगली चिट्ठी में, भाषा को बेहतर बनाने के लिए कुछ और सुझाव रहेंगे।
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