Thursday, May 08, 2008

उल्का, छुद्र ग्रह, पृथ्वी पर आधारित विज्ञान कहानियां और फिल्में

'बाईबिल, खगोलशास्त्र, और विज्ञान कहानियां' इस बार चर्चा का विषय है किसी बड़ी उल्का या छुद्र ग्रह के पृथ्वी से टकराने की कल्पना करते हुऐ लिखी गयी विज्ञान कहानियां (science fiction) और विज्ञान फिल्में (sci-fi film)। इसे आप रोमन या किसी और भारतीय लिपि में पढ़ सकते हैं। इसके लिये दाहिने तरफ ऊपर के विज़िट को देखें।

बड़ी उल्का (meteor) या छुद्र ग्रह (asteroid) के टकराने के बारे में सबसे प्रसिद्घ विज्ञान उपन्यास आर्थर सी क्लार्क ने (Arthur C. Clarke) ने द हैमर ऑफ गॉड (The hammer of God) नाम से 1993 में लिखा है।

इस उपन्यास में काली नाम का छुद्र ग्रह पृथ्वी से टकराने वाला होता है। यह नाम हिन्दू सभ्यता की देवी काली पर रखा गया है। क्लार्क, श्री लंका में रहते थे और हिन्दू सभ्यता के जानकार थे। वे अक्सर अपनी कहानियों में हिन्दू देवी देवताओं के नामों का प्रयोग करते थे। इसमें गोलियथ नाम का जहाज है, जिसके कप्तान रॉबर्ट सिंह हैं। इस जहाज को, छुद्र ग्रह को, पृथवी के रास्ते से हटाने के लिए भेजा जाता हैं। यह हो पाता है कि नहीं, यही इस कहानी में है।

इस कहानी पर फिल्म बनाने के अधिकार को स्टीवन स्पीलबर्ग (Steven Spielberg) ने खरीद लिया था। उन्होंने १९९८ में एक फिल्म डीप इम्पैक्ट (Deep Impact) बनायी पर इस फिल्म की कहानी इस उपन्यास से कुछ भिन्न है और उसमें क्लार्क को भी कोई श्रेय नहीं दिया गया है।

आर्मगेडन बेहतरीन फिल्म है, अवश्य देखें

इसी साल इसी तरह के प्रसंग पर एक और फिल्म आर्मगेडन (Armageddon) नाम से बनी है। मुझें इन दोनो फिल्मों में आर्मगेडल ज्यादा अच्छी लगी।

फिल्म आर्मगेडन, मानविक भावनाओं को बेहतरीन तरीके से दिखाती है। यह कहानी है एक पिता पुत्री के प्रेम की, उसके त्याग की पति पत्नी के रिश्ते की, पिता थे उसके जवान होते बेटे के साथ रिश्तों की। यह बेहतरीन फिल्म है यदि नहीं देखी तो अवश्य देखें। यह आपकी आखों में आंसुओं को भी लायेगी और इसके साथ खुशी भी देगी।

आर्मगेडन शब्द ईसाई धर्म से जुड़ा है। आर्मगेडन फिल्म की कहानी उस दृष्टांत से प्रेरित है। मैं चाहूंगा कि शास्त्री जी इस शब्द के बारे में हम सब को विस्तार से बतायें।


इस फिल्म का ट्रेलर यहां देखें


क्लार्क ने एक विज्ञान कहानी राम से मिलन (रांडवू विथ राम) (Rendezvous with Rama) (1972) नाम से लिखी है। इसमें एक पिंड पृथ्वी की तरफ आ रहा होता है। पहले इसे, एक छुद्रग्रह समझ लिया जाता है पर यह वास्तव में एक किसी अन्य सौर मंडल से आया स्टारशिप है। यह पहले पृथ्वी की तरफ आ रहा था बाद में सूरज की तरफ चला जाता है। इस उपन्यास को ह्यूगो तथा नेब्यूला पुरूस्कार मिल चुका है।

यह नाम भारतीय भगवान राम पर है और यह नाम इसलिये रखा गया क्योंकि उपन्यास में इसका पता, सीता (SITA) नामक स्पेस प्रोब (Space probe) से चला था।

क्लार्क ने इसके बाद कुछ और पुस्तकें इस उपन्यास के बाद की कहानी (Sequel) के रूप में लिखीं। यह उपन्यास है।

कुछ लोग कहते हैं की बेथलेहम का तारा एक धूमकेतु था और वे इसे हैली के धूमकेतु से जोड़ते हैं। इस श्रंखला की आने वाली कड़ियों में हम धूमकेतु या पुच्छल तारे के बारे में चर्चा करेंगे, कुछ बात करेंगे प्रसिद्ध धूमकेतुओं की, और गौर करेंगे कि क्या बेथलेहम का तारा धूमकेतु हो सकता है। इसी के साथ नजर डालेंगे धूमकेतु से संबन्धित कुछ विज्ञान कहानियों पर भी।

बाईबिल, खगोलशास्त्र, और विज्ञान कहानियां
भूमिका।। प्रभू ईसा का जन्म बेथलेहम में क्यों हुआ?।। क्रिस्मस को बड़ा दिन क्यों कहा जाता है।। बेथलेहम का तारा क्या था।। बेथलेहम का तारा उल्कापिंड या ग्रहिका नहीं हो सकता।। पिंडों के पृथ्वी से टक्कर के कारण बने प्रसिद्ध गड्ढ़े।। विज्ञान कहानियां क्या होती हैं और उनका मूलभूत सिद्धान्त।। विज्ञान कहानियों पर पुरुस्कार।। उल्का, छुद्र ग्रह, पृथ्वी पर आधारित विज्ञान कहानियां और फिल्में।।

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is post per ulka, chhudra grh prithvee per adhaarit vigyaan kahaaniyaan aur filmon ke baare mein charchaa hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post talks about science fiction and films based on meteor, asteroid and earth. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


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4 comments:

  1. इस लेख के पोस्ट होते ही मैं ने इसे पढ लिया था, लेकिन यात्रा के उस दौरान कुछ लिख न पाया.

    आप ने Armageddon की चर्चा की है. हिन्दी बाईबिल में इसका अनुवाद है "हरमगिदोन" जो कि मूल युनानी हर-मगिद्दोन से मिलता उच्चारण है.

    बाईबिल की इस अवधारणा के अनुसार इजराईल के पास हर-मगिद्दोन नामक स्थान पर भविष्य में एक अति भयंकर युद्द होगा. उस युद्द का अंत एक "आसमानी" विपत्ति द्वारा होगा जो लगभग सारे सैनिकों को एक साथ मटियामेट कर देगा.

    उम्मीद है कि ये वाक्य विषय को समझने में सहायक सिद्द होंगे -- शास्त्री जे सी फिलिप

    हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
    http://www.Sarathi.info

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  2. आजकल इतना कम क्यूँ लिखा जा रहा है, कृप्या बतायें??


    ------------------------

    आप हिन्दी में लिखते हैं. अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं इस निवेदन के साथ कि नये लोगों को जोड़ें, पुरानों को प्रोत्साहित करें-यही हिन्दी चिट्ठाजगत की सच्ची सेवा है.

    एक नया हिन्दी चिट्ठा किसी नये व्यक्ति से भी शुरु करवायें और हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें.

    शुभकामनाऐं.

    -समीर लाल
    (उड़न तश्तरी)

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  3. बहुत ही रोचक ,जानकारीपरक ,आप ने अपनी इस श्रृंखला के प्रति मेरी लालसा उसी तरह बढ़ा दी है कैसे मैं बचपन मे ली फाक कृत फैंटम और मैंद्रेक की अगली कडियों का बेसब्री से इंतज़ार किया करता था .
    शास्त्री जी इस कृति के नामकरण पर जरूर प्रकाश डालें ,मेरी भी गुजारिश है .
    मैं फ़िल्म देखना चाहूंगा ,वे विज्ञान कहानियां मुझे पसंद हैं जिनमे मानवीय संवेदना -संबंधों को उकेरा जाता है .

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  4. हैमर ऑफ गॉड कुछ दिन पहले शुरु किया था पर मन रमा नहीं । पहले साईंस फिक्शन बहुत मज़े ले कर पढ़ती रही । शायद उम्र का असर हो !

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