यह फिल्म, मार्गोट ली शेट्टरली की, इसी नाम से लिखी पुस्तक पर आधारित है। यह तीन अफ्रीकी अमेरिकी महिलाएं - कैथरीन जॉनसन, डोरोथी वॉन और मैरी जैक्सन - की सच्ची कहानी है, जिसमें फिल्म मसाले के लिये थोड़ा बहुत बदलाव किया गया है।
यह तीनों , एक अफ्रीकी अमेरिकी महिलाओं समूह का हिस्सा थीं, जो कि नासा के लिए, हैम्पटन में लैंगली रिसर्च सेंटर, वर्जीनिया में, 'मानव कंप्यूटर' के रूप में काम करती थीं। वे उड़ान पथों की गणना, उनकी स्पीड, उनके उतरने की जगह की गणना करती थीं और अंतरिक्ष की दौड़ में, अमेरिका को आगे रखने के लिये उनका प्रमुख योगदान था।
यह न केवल प्रेरक फिल्म है, बल्कि अफ्रीकी अमेरिकी महिला के साहस की भी कहानी है, जिसने, न केवल अफ्रीकी अमेरिकियों बल्कि महिलाओं के खिलाफ पक्षपाती रवैये में बदलाव की दिशा में काम किया।
१९६२ में, जॉन हर्शल ग्लेन पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पहले अमेरिकी बने। उन्होंने तीन बार पृथ्वी की परिक्रमा की, हालांकि वे अंतरिक्ष में तीसरे अमेरिकी थे। उनके पथ की गणना आईबीएम कंप्यूटरों द्वारा की गई थी लेकिन उन्होंने तब तक उड़ान नहीं भरी, जब तक कि कैथरीन ने उसकी पुष्टि नहीं की।
कैथरीन काम के समय कभी-कभी नहीं रहतीं। एक बार जब वे चालीस मिनट तक नहीं थीं तब वहां के प्रभारी हैरिसन, उनसे इस बारे में सवाल करते हैं। यह फिल्म का सबसे अच्छा दृश्य है।
कैथरीन बताती है कि इमारत में उसके लिये कोई बाथरूम नहीं है और उसके लिये बाथरूम आधा मील दूर है। उनके लिए वहां कॉफी पीने की भी व्यवस्था नहीं है। यह सुन कर हैरिसन वे सारे उन संकेतों को हटा देता है जो बताते थे कि वह जगह या व्यवस्था गोरों या फिर कलर्ड लोगों के लिए है। वह कहता है कि,
'अब और कलर्ड बाथरूम नहीं होगा; कोई गोरों का बाथरूम नहीं होगा: नासा में, हम सब एक ही रंग के हैं।'
हालांकि, यदि आप अंतरिक्ष की दौड़ या उस समय की घटनाओं, या अंतरिक्ष उड़ान में प्रयोग होने वैज्ञानिक शब्दों से अवगत नहीं हैं, तो फिल्म देखने से पहले पुस्तक या विकिपीडिया पर इसके कथानक को पढ़ लें।
इस फिल्म को, ट्वेन्टीअथ सेन्चुरी फॉक्स ने बनाया है और अपने देश में हॉटस्टार डिज्नी पर देखी जा सकती है।
इस फिल्म का ट्रेलर नीचे देखें
। Film, Review, Reviews, समीक्षा, film ,review,
#HindiBlogging #हिन्दीब्लॉगिंग #FilmReview #HiddenFigures
No comments:
Post a Comment
आपके विचारों का स्वागत है।