पहली पोस्ट: Don’t you have time to think?
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मैंने कुछ दिन पहले दो चिट्ठियां 'अदृश्य हो जाने का वरदान', और 'अदृश्य हो जाने का अभिशाप' शीर्षक से छुटपुट चिट्ठे पर लिखीं। इसमें यह बताया कि अदृश्य हो जाना अभिशाप है क्योंकि ऐसा व्यक्ति अन्धा हो जायेगा। इन चिट्ठियों में मैंने यह नहीं बताया था कि क्या कोई तरीका है जिससे अदृश्य हुआ जा सकता है कि नहीं। लोग, अन्धे हो जाने वाली बात न समझते हुऐ, अदृश्य हो जाने कि इच्छा रखते हैं और इसके लिये तरीका ढूढते रहते हैं। नेवा नामक व्यक्ति ने एक बार फाइनमेन से यह सवाल पूछा कि क्या कोई तरीका है जिसके द्वाारा अदृश्य हुआ जा सकता है। इसका उत्तर देते समय फाइनमेन अगस्त १९७५ लिखते हैं कि,
'I would suggest that the best way to get a good answer to your question is to ask a first-rate professional magician. I do not mean this answer to be facetious or humorous, I am serious. A magician is very good at his making things appear in an unusual way without violating any physical laws, by arranging matter in a suitable way. I know of no physical phenomenon such as X-rays, etc., which will create invisibility as you want, therefore, if it is possible at all it will be in accordance with familiar physical phenomenon. That is what a first-rate magician is good for, to create apparently impossible effect from “ordinary” causes.'
इसका अर्थ तो यह हुआ कि असंभ्व है।
यह पत्र आज भी उतना सही है जितना कि तब, जब यह लिखा गया।
यह पत्र आज भी उतना सही है जितना कि तब, जब यह लिखा गया।
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