Saturday, November 02, 2024

श्रोडिंगरस् कैट - जिन्दा भी और मरी भी

इस चिट्ठी में 'इरविन श्रोडिंगर एंड द क्वांटम रिवोल्यूशन' पुस्तक की समीक्षा है।

Sunday, July 21, 2024

दुकानो पर मालिक और कर्मचारी का नाम - गैरकानूनी

मुज़फ़्फ़रनगर प्रशासन ने आदेश दिया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान, खाद्य पदार्थों से जुड़ी दुकानों के मालिकों को अपना और अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों का नाम लिखना होगा। इस चिट्ठी में चर्चा है कि क्यों यह आदेश गलत है।

इस बारे में, बीबीसी की रिपोर्ट का वीडियो

Friday, May 17, 2024

रोज़लिंड फ्रैंकलिन द डार्क लेडी ऑफ डीएनए

इस चिट्ठी में 'रोज़लिंड फ्रैंकलिन द डार्क लेडी ऑफ डीएनए' पुस्तक की समीक्षा है।

 

Monday, October 02, 2023

धरती मां को बचाने की धुन में

इस चिट्ठी में, इंडिया इन्टरनेशनल सेन्टर में हुऐ भूमि उत्सव की चर्चा है।

टैगोर इंटरनेशनल स्कूल की छात्र और छात्रायें, जिन्होंने एक प्रस्तुतिकरण दिया था।

Monday, July 03, 2023

माई लाइफ इन फुल - इन्द्रा नूयी की आत्मकथा

इस चिट्ठी में, इन्द्रा नूयी (Indra Nooyi) की आत्मकथा माई लाइफ इन फुल (My Life in Full) के हिन्दी अनुवाद 'एक पूरा जीवन: घर, काम और हमारा कल' की समीक्षा है।

Monday, April 03, 2023

'आदमी का जहर' - कारण कईयों के पास

२०१७ में, उन पर निकला स्टैम्प
यह चिट्ठी, हिन्दी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल और उनके लिखे उपन्यास 'आदमी का जहर' के बारे में है। 
 

Monday, March 20, 2023

चाहता हूं, कुछ और भी दूं

इस चिट्ठी में, रज्जू भैया की कुछ और यादें और उनके जीवन दर्शन की चर्चा है।

१९९८ में, इलाहाबाद के प्रवास के दौरान, मेरी लिखी पहली पुस्तक पढ़ते हुऐ
  रज्जू भैया, जैसा मैंने जाना

भूमिका।। रज्जू भैया का परिवार।। रज्जू भैया की शिक्षा और संघ की तरफ झुकाव।। रज्जू भैया - बचपन की यादें।। सन्ट्रेल इंडिया लॉन टेनिस चैम्पियनशिप और टॉप स्पिन।। आपातकाल के 'निकोलस बेकर'।। भगवान इतने कठोर कि दूध पीने लगें।। चाहता हूं, कुछ और भी दूं

Friday, February 03, 2023

क्या है ईश्वर का मन

इस चिट्ठी में बीबीसी के द्वारा बनायी गयी फिल्म 'आइन्स्टाइन एण्ड एडिंगटन' की समीक्षा है।

'उन्मुक्त जी, यदि यह चिट्ठी आइन्सटाइन के बारे में फिल्म की समीक्षा है तब इस शीर्षक का क्या मतलब है।' 

अरे भाई, जल्दी भी क्या है, पहले समीक्षा तो पढ़े।

Friday, January 13, 2023

जब नेहरू जी और कलाम साहब ने टायर बदला

इस चिट्ठी में, हमारे परिवार और  जवाहर लाल नेहरू के बीच दो रोचक किस्सों की चर्चा है। 

मोतीलाल और जवाहर लाल नेहरू - इलाहाबाद में, इनके बारे में, दो प्रसंग चर्चित हैं।
पहला, कि इनके कपड़े पेरिस धुलने जाते थे। यह सही नहीं है, केवल रूपक है। यह इसलिये कहा जाता है कि मोतीलाल नेहरू सफल वकील थे और एन्होंने बहुत धन अर्जित किया।
दूसरा, वकालत करना हो तो इलाहाबाद में करो - यदि सफल हो गये तो मोतीलाल नेहरू यदि असफल रहे तो जवाहर लाल नेहरू। दोनो में से कोई भी घाटे का सौदा नहीं।

Saturday, December 31, 2022

न्याय बहाल हुआ

रॉबर्ट ओपेनहाइमर

इस चिट्ठी में, परमाणु बम के जनक के नामे से जाने वाले वैज्ञानिक,  रॉबर्ट ओपेनहाइमर, की सुरक्षा मंजूरी को समाप्त किये जाने वा इस आज्ञा को रद्द किये जाने की चर्चा है।