बहुत बड़ी तो उपलब्धि तो नहीं पर - यह देखते हुऐ कि यह पॉडकास्ट मुख्यतः पेटेंट और आज की दुर्गा की चिट्ठियों के हैं - कम भी नहीं कहे जा सकते। यह विषय न केवल गंभीर हैं, पर मुश्किल भी।
जैसे अरुणा जी का कहना है कि, पॉडकास्ट के जरिये हम उन लोगों तक पहुंच सकेते हैं जो देवनागरी पढ़ नहीं सकते पर समझ सकते हैं - पॉडकास्ट आने वाले समय में और महत्वपूर्ण होंगे और उनकी भूमिका बढ़ेगी।
देखते हैं यह साल पॉडकास्टिंग के लिये कैसा रहता है।
क्या रहे मेरे अनुभव, क्यों मैंने ogg फॉरमैट को छोड़ कर mp3 में पॉडकास्ट करना शुरू कर दिया - यह सब सुनने के चिन्ह ► तथा बन्द करने के लिये चिन्ह ।। पर चटका लगायें।
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बहुत खूब। आपकी जानदार आवाज में इसे सुनना अच्छा लगा।
ReplyDeleteआपको बहुत बधाई. :)
ReplyDeleteबिल्कुल एक नया अनुभव मिला आपके पाँडकास्ट को सुनकर ..एक साल पूरा होने पर बधाई..उन्मुक्त भाई रेडियो को ख़त्म होने की कामना न करें हम सब..क्योंकि वैसे ही (खा़सकर विविध भारती और आकाशवाणी)वह बुरे दौर से गुज़र रहा है ..एफ़ एम के आ जाने के बाद में.रेडियो घर का बुज़ुर्ग रहा है उसे ज़िन्दगी से ख़ारिज करना वैसा ही होगा जैसे रिटायर्ड पिता से ये कहना कि अब आप कुछ काम नहीं करते इसलिये प्लीज़ आप वृध्दाश्रम में चलने के लिये तैयार हो जाईये (माफ़ करें रॆडियो के बारे में इस तरह भावुक हो जाने के लिये)पाँडकास्ट भी चलते रहें उन्हे भी क़ामयाबी मिलती रहे जैसे आपको मिलती जा रही है...हाँ चलते चलते... एक बिन मांगी सलाह : पाँडकास्ट मूलत: बोलने सुनने का माध्यम है इसलिये यदि इस क्षेत्र में लगातार काम करना चाहते हैं तो शब्दों के उच्चारण पर किसी जानकार की मदद और मशवरा ज़रूर लीजिये...शब्बेखै़र साँरी शब्बाखै़र !
ReplyDeleteसच कहूं..आजतक आपका एक भी पाडकास्ट नही सुना।
ReplyDeleteलेकिन बधाई और मिठाई में तो शामिल हो ही सकते हैं :)
बधाई...।
बधाई स्वीकारें।
ReplyDeleteहमने बहुत चटकाया पर आपकी जानदार आवाज़ हम तक पहुंच न पाई। क्या करें मायूस है।
सालगिरह की ढेरों बधाईयाँ.
ReplyDeleteबहुत बढिया!
ReplyDeleteबहुत बढिया!
ReplyDeleteबधाई स्वीकारें.
ReplyDeleteउन्मुक्त जी,
ReplyDeleteशायद यह आपसे मिली प्रेरणा ही है जिसकी बदौलत हमने हिन्द-युग्म का पॉडकास्ट बनाया जिसे अच्छी-खासी संख्या में सुना जा रहा है।
आनन्द आया आपकी आवाज में आपके एक वर्षीय पॉड कास्टिंग के अनुभव को सुनना और आंकडे जानना.
ReplyDeleteआपको प्रथम वर्षगांठ पर बहुत बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें. :)
हिन्दी पॉडकास्टिंग में एक साल पूरा होने पर आपको हार्दिक बधाई। सच कहूं तो मैंभी आपका एक ही पॉडकास्ट सुन पाया हूँ। पर अब कोशिश करता हूँ कि पुराने सारे अंकों को सुनूं।
ReplyDeleteवैसे अभी तक पॉडकास्ट शब्द ही चलन में है कोई हिन्दी शब्द भी सुझाईये। :)
मुबारक हो । संजय भाई पेशेवर ‘बोलकार’ हैं । मेरा गढ़ा शब्द है । मैं भी पेशेवर ‘बोलकार’ हूं । इसलिये हो सकता है कड़ी बात लगे, पर बड़े भाई साहब, मैं भी संजय भाई की बात से सहमत हूं । हृदय से बधाईयां तो ले ही लीजिये । आपकी बुलंद आवाज़ में सिलसिला जारी रहना चाहिये ।
ReplyDeleteसंजय जी, यूनुस जी - मुझे आपकी बात कड़वी नहीं लगी पर अच्छा लगा कि किसी ने मेरे पॉडकास्ट को इतनी बारीकी से सुना और कोई गलती बतायी।
ReplyDeleteमैं जिस वतावरण में पला हूं, रहता हूं वहां कोई उर्दू नहीं बोलता है। मेरे मुसलमान मित्र भी अंग्रेजी या फिर हिन्दी में बात करना पसन्द करते हैं। उर्दू बहुत मीठी भाषा है। अब सुनने को नहीं मिलती - कम से कम जिन लोगों के बीच मैं रहता हूं। इसीलिये कोशिश करता हूं कि उसके शब्द भी रखूं पर उच्चारण तो सही होना चाहिये। आगे से ध्यान रखूंगा।
मेरे पास जदीद उर्दू हिन्दी कोश (लुग़त) है जो भुवन वाणी ट्रस्ट के द्वारा प्रकाशित है। आप लोगों की टिप्पणी के बाद मैंने इसे देखा इसमें न तो शब्बेख़ैर है, न ही शब्बाख़ैर है। इसके मुताबिक सही शब्द शबबख़ैर है। यह तो और उलझन की बात हो गयी। मुझे तो लगता है आगे से हिन्दी या फिर अंग्रेजी ही प्रयोग करूं। उर्दू मेरे बस की नहीं :-)
रतना जी मुझे दुख हुआ कि आप मेरी आवाज तक नहीं पहुंच पायी। हो सकता है कि आपका इंटरनेट ठीक से न काम कर पा रहा हो।
वर्षगाँठ की बधाई।
ReplyDeleteरही शुभ-रात्रि की बात तो शायद उर्दू में इसे शब-ब-खैर कहते हों। शब (रात्रि) खैरियत(सकुशल) हो ।
पहली वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई। हमेशा तो नही पर कभी-कभी हम सुनते है।
ReplyDeletebahut bahut badhaii ho varshgaanth ki :)
ReplyDeletesuna aur bahut accha laga
Shukriya
मुबारक हो जनाब हिंदी को लेकर आगे बदते रहने के लिए ,लगातार बेहतर पोस्ट देने के लिए ....... 1 वर्ष पूरा करने की बहुत बहुत मुबारक बाद.........
ReplyDeleteमुबारक हो जनाब हिंदी को लेकर आगे बदते रहने के लिए ,लगातार बेहतर पोस्ट देने के लिए ....... 1 वर्ष पूरा करने की बहुत बहुत मुबारक बाद..........
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