Saturday, January 26, 2008

मैं पहुंच रहा हूं: वियाना यात्रा

मुझे बर्लिन खूबसूरत शहर लगा। मैं वहां से वियाना गया था। मेरा कैमरा हैंड बैग में था। बर्लिन हवाई अड्डे पर, एक महिला सिक्योरिटी की इंचार्ज थी। उसने कहा कि इस कैमरे से चित्र खींच कर दिखाओ। मैंने उसका चित्र लेकर उसे दिखाया। उसने कहा कि अब इसे मिटा दो। मैंने उसकी बात मान ली। बाद में मैंने पूछा यदि चित्र ही मिटवाना था खिंचवाया ही क्यों? वह कहने लगी,
'मैं देखना चाहती थी कि यह कैमरा ही है न कि कुछ और।'
लगता है कि आतंकवादियों ने हवाई जहाज उड़ाने का नया तरीका निकाल लिया है :-)

हवाई जहाज पर एक बम्बई के एक व्यापारी से मुलाकात हुई। मैंने पूछा कि वे बर्लिन कैसे आये थे। उनका जवाब था कि वे अपने लड़के से मिलने आये थे जो कि बर्लिन में यांत्रिकी इंजीनियरिंग पढ़ रहा है।

आईआईटी मद्रास, जर्मनी सरकार की सहायता से बना है। इसलिये वहां का यांत्रिकी इंजीनियरिंग विभाग बेहतरीन माना जाता है।

उन्होने बताया कि जर्मनी की यांत्रिकी इंजीनियरिंग दुनिया में मशहूर है इसीलिये उनके लड़के वहां यांत्रिकी इंजीनियरिंग पढ़ रहे हैं। आईआईटी मद्रास, जर्मनी सरकार की सहायता से बना है। इसलिये वहां का यांत्रिकी इंजीनियरिंग विभाग बेहतरीन माना जाता है। उन्होने यह भी बताया कि जर्मनी में पढ़ाई का खर्च नहीं लगता - केवल रहने और खाने का। मैंने पूछा,
'क्या यह केवल जर्मन लोगों के लिये है या सबके लिये।'
उन्होने कहा कि यह सब के लिये है। मुझे यह कम समझ में आया कि क्यों जर्मन सरकार दूसरे देश के लोगों के लिये भी शिक्षा का पैसा नहीं लेती है। अमरीका में भी ऐसा होता है पर उसके एवज में उन्हें कुछ काम, जैसे टीचिंग एसिस्टेंट बनना पड़ता है।

वियाना में मुझे एक कॉन्वेन्ट में ठहरना था। इसी बात से, मुझे रास्ते में, १९६० के दशक में देखी फिल्म, सॉउन्ड ऑफ म्यूज़िक (Sound of Music) की याद आयी। इस फिल्म से जुड़ी कुछ बातें अगली बार।

वियाना यात्रा
मैं पहुंच रहा हूं।।

यह पोस्ट मेरी वियाना यात्रा का संस्मरण है। इसमें यह चर्चा है कि मैं कैसे बर्लिन से वियाना पहुंचा। यह हिन्दी (देवनागरी लिपि) में है। इसे आप रोमन या किसी और भारतीय लिपि में पढ़ सकते हैं। इसके लिये दाहिने तरफ ऊपर के विज़िट को देखें।

yah post Vienna yatraa kaa sansmranna hai. ismen charchaa hai ki main kaise Berlin se Vienna Aayaa. yah hindee {devanaagaree script (lipi)} me hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post is part my travel to Viennna. This is about how I reached Vienna from Berlin. It is in Hindi (Devnagri script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
Vienna, Wien, Austriaवियाना, ऑस्ट्रिया
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5 comments:

  1. यह फोटो खींचने-मिटाने का इम्तहान बढ़िया लगा। मौके पर सुनाया/प्रयोग किया जा सकता है।

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  2. अभी वहीं हैं या वापस हिंदुस्तान लौट आये। यात्रा विवरण अच्छा लगा लेकिन विस्तार से पढ़ने की तमन्ना है।

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  3. interesting but too brief,even briefer than ' A brief history of Time'NEXT PART IS EAGERLY AWAITED....

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  4. यात्रा विवरण अच्छा लगा। यदि कैमरा, कैमरा ना होता तो??

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  5. सुनामी के एक साल बाद जब प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह अंडमान आये थे तो वाहन भी सुरक्षा की दृष्टि से सबके कैमरे से फोटो खीचवा कर देखे जा रहे थे।

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