Saturday, March 28, 2009

लगता है, आप मुझे जेल भिजवाना चाहती हैं

साउथ अफ्रीका की यात्रा विवरण की इस कड़ी में, क्रुगर पार्क में शेरों को देखना और जर्मन नवयूवक रासमस से मुलाकात की चर्चा है।

हम लोग नाश्ता कर पुन: सफारी पर निकल गये, यह सफारी सबसे अच्छी रही क्योंकि सबसे ज्यादा जानवर देख सके। इस सफारी में हम लोग एक पहाडी पर गये थे। ऊपर पहाड़ी पर समतल जगह थी। यह जगह बहुत सुन्दर थी। मेरा मन था कि यहां पर ज्यादा समय गुजारा जाए। लेकिन कुछ देर बाद रॉड्रिक्स ने हमें वहाँ से तुरन्त चलने के लिए कहा। मेरे पूछने पर उसने बताया,
'खबर मिली है कि शेर दिखें हैं और हमें वहीं चलना है।'


रॉड्रिक्स बहुत तेजी से गाड़ी चलाते हुए हमें उस जगह पर ले गये जहाँ पर शेर थे। वहां पर एक शेर ,शेरनी और उसके बच्चे थे। यह रास्ते से थोड़ी दूर पर थे। रॉड्रिक्स के मुताबिक,
'वहां कई शेर, और शेरनियां हैं। लेकिन वे कुछ नीचे की जगह पर है इसलिए हम उनको नहीं देख पा रहे हैं।'
शेरनी हम लोगों को थोड़ी देर तक तो देखती देती रही फिर उसके बाद वह आराम से सो गयी जैसे की उसे मालूम हो कि हम लोग उनका कुछ नही बिगाड़ेगें। धीरे धीरे यह खबर हर तरफ फैल गयी और हर तरफ से लोग गाडी लेकर उनको देखने आने लगे। हम लोगों ने आधा घण्टा उन्हीं को देखने में बिताया।


मेरे पास सोनी का कैमरा है। यह चित्रों को १२ गुना बड़ा कर खींच सकती है पर इसमें शेर और शेरनी के चित्र बड़े नहीं आ रहे थे। बगल की गाड़ी में कुछ जर्मन लोग थे। उनमें से एक लड़के के पास बहुत अच्छा कैमरा था। उस लड़के का नाम ग्रेनर रासमस (Greiner Rasmus) था और उसके पास कैनन (cannon ex 400 D) का कैमरा था। मैंने उससे कहा कि क्या वह कुछ चित्र मुझे भेज सकता हैं। उसने कहा जरूर। उसने मेरे पास कई चित्र भेजें हैं। जिसमें से कुछ, पिछली चिट्ठियों पर और कुछ इस चिट्ठी में हैं।



रासमस (Rasmus) २५ वर्षीय नौजवान है। उसने मीडिया, इतिहास और साहित्य में मार्गबुर्ग (Marburg) में उच्च शिक्षा प्राप्त की और दर्शन में डाक्टेरेट ली है।
Gutentag Rasums,
It was pleasure to meet you at Kruger's Park. Thank you for photographs. They are beautiful and pettier that the ones that I took. Next year I do plan to visit to rain forests in Brazil. I hope you will also be able make it. We can plan to be there together.
Greetings to you from India.
Unmukt


हम लोग दोपहर तक वापस आये, दिन का खाना खाया। वहां पर एक दुकान भी थी जिसमें यादगार के लिए वस्तुएं मिल रहीं थी। मैंने वहां से कुछ वस्तुऐं अपने तथा मित्रों के लिये खरीदीं। काउंटर पर एक प्यारी सी युवती बैठी थी। उसने मुस्कुराते हुऐ कहा कि,
'आप जानवरों की खाल और शुतुरमुर्ग के रंगे हुऐ अन्डे क्यों नहीं खरीदते। यहां से लोग यह दोनो वस्तुऐं जरूर ले जाते हैं।'
मैं अपने घर में, हमेशा जानवरों की खाल रखना चाहता था पर यहां जानवरो की खाल रखना गैरकानूनी है। इसलिये कभी रखने की हिम्मत नहीं की। मैंने उस युवती से कहा,

'भारत में जानवरों की खाल रखना गैरकानूनी है। लगता है, आप मुझे जेल भिजवाना चाहती हैं।'
उसने मुझे समझाया,
'यदि आप यह खाल हमसे खरीदेगें तो हम आपको एक सार्टीफिकेट देगें कि आपने इसे यहाँ से खरीदा है। इस पर भारत में, आपको कुछ नही होना चाहिये क्योंकि हमारे देश में, खाल बेचना गैरकानूनी नहीं है।'
मेरा मित्र इकबाल वकील है। मैंने उससे फोन कर यह बात पूछी। उसने स्पष्ट किया,
'यदि वह लोग सर्टिफिकेट देते हैं तो कोई बात नहीं। तुम इसे खरीद सकते हो। यहां आकर इसे वन विभाग में रजिस्टर करवाना होगा।'
मैं शेर, चीता या तेंदुवे की खाल खरीदना चाहता था पर यह वहाँ नही मिल रही थी हालांकि कई अन्य जानवरों की खाल मिल रहीं थी। मैंने एक छोटी खाल जो स्प्रिंग बॉक (Springbok) नामक हिरण जाति का होता है उसकी खाल खरीदी।


आपको विश्वास नहीं - आप इसका सार्टीफिकेट देख लीजिये अब तो विश्वास हुआ कि नहीं।

भारत वापस आ कर, मैंने वन विभाग को पत्र लिखकर इस खाल को रजिस्टर करने की प्रार्थना की। लेकिन उन्होंने यह कह कर मना कर दिया कि यह प्रतिबंधित खालों में नहीं है। शायद स्प्रिंग बॉक जाति का हिरण अपने देश में नहीं पाया जाता है।




स्प्रिंगबॉक हिरण का यह चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से



हम लोग वापस होटल के लिए चले। रास्ते में लकडबग्गे (spotted hyena) के बच्चे मिले और वे बहुत देर तक रोड़ पर बैठे रहे। हम लोगों नें अपनी गाडी को कच्चें में उतारकर जाना पडा क्योंकि वह रोड से हटने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जगंल में, जानवरों को अधिकार है। यदि वे रोड़ पर हैं तो आप गाडी उनके आगे नहीं ले जा सकते हैं।


हमें अगले दिन पिलीग्रीम्स रेस्ट (Pilgrim's Rest) जाना था। हम लोगों ने, क्रुगर पार्क में चार सफारी लीं और पार्क में लगभग १४ घन्टे गाड़ी में घूमते हुऐ बिताये। यह अपने आप में थकाने वाला अनुभव था। बाकी समय, हम लोगों ने आराम करने में बिताये।


अगली बार पिलीग्रीम्स रेस्ट जाते समय रास्ते में घूमने की जगहों का देखेंगे।

इस चिट्ठी पर शेर एवं लकडबग्गे के चित्र रासमस के सौजन्य से हैं। The photograph of lion and spotted hyena on this post are taken by Rasmus.

अफ्रीकन सफारी: साउथ अफ्रीका की यात्रा
झाड़ क्या होता है? - अफ्रीकन सफारी पर।। साउथ अफ्रीकन एयर लाइन्स और उसकी परिचायिकायें।। मान लीजिये, बाहर निलते समय, मैं आपका कैश कार्ड छीन लूं।। साउथ अफ्रीका में अपराध - जनसंख्या अधिक और नौकरियां कम।। यह मेरी तरफ से आपको भेंट है।। क्रुगर पार्क की सफाई देख कर, अपने देश की व्यवस्था पर शर्म आती है।। हम दोनो व्यापार कर बहुत पैसा कमा सकते हैं।। फैंटम टार्ज़न ... यह कौन हैं?।। हिन्दुस्तानी, बिल्लियों से क्यों डरते हैं।। आपको तो शर्म नहीं आनी चाहिये।।। लगता है, आप मुझे जेल भिजवाना चाहती हैं।।


हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।:
Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)

यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।

About this post in Hindi-Roman and English























is post per kruger park mein sher ko dekhna aur german yuvak Rasmus se mulaakaat kee charchaa hai. yeh hindi (devnaagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.


This post talks about sighting of Lions in the Kruger park and my meeting with the German boy Rasmus. It is in Hindi (Devanagari script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.



सांकेतिक शब्द
Kruger National Park, south africa, साउथ अफ्रीका, Travel, Travel, travel and places, Travel journal, Travel literature, travel, travelogue, सिक्किम, सैर सपाटा, सैर-सपाटा, यात्रा वृत्तांत, यात्रा-विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा संस्मरण,




Reblog this post [with Zemanta]

9 comments:

  1. वह यह तो बहुत मजेदार ट्रिप रही !

    ReplyDelete
  2. रोचक विवरण ,आनंद आ गया

    ReplyDelete
  3. मेरे बचपन में हिरण की खाल पर लोग घर में ध्यान लगाने के लिये प्रयोग करते थे। पूजा घर में रखी थी वह आसनी के रूप में। कालान्तर में वह घिस गयी और कुश की आसनी से बदल दी गयी।
    आपकी पोस्ट से लग रहा है कि वह मेडीटेशन गैर कानूनी था! :-)

    ReplyDelete
  4. नमस्कार, पहले तो आप की एक गलती बता दुं , जिसे आप सुधार ले, Margurg जर्मन मै कोई शहर नही है, शायद आप ने गलत लिखा, या आप ने गलत समझा, सही नाम है..Marburg है. बाकी आप की यात्रा बहुत सुंदर रही.धन्यवाद

    ReplyDelete
  5. राज जी, आप बहुत ध्यान से चिट्ठी पढ़ते हैं। आप ठीक कह रहे हैं। मुझसे लिखने में गलती हो गयी। मैंने गलती सुधार ली है - धन्यावाद।

    ReplyDelete
  6. चित्र सुन्दर है, और आपका चिठ्ठा हर कोई ध्यान से ही पढता है :-)

    ReplyDelete
  7. आपके यात्रा विवरण ने रोमांचित कर दिया। काश हम भी वहां होते...

    ReplyDelete
  8. आपका यात्रा वृतांत पढ़कर ऐसा लगा जैसे मैं साउथ अफ्रीका घूम आया। बहुत अच्‍छा वृतांत लिखा है आपने।
    क्‍या साउथ अफ्रीका में वन्‍य जीवों का शिकार प्रतिबंधित नहीं है? खालों की बिक्री की बात सुनकर थोड़ा अजीब लगा।

    ReplyDelete
  9. You left a comment on my blog. I am not aware how I could remove that type the word thing. I will put the moderation on the blog as suggested by you. That dog is no more. I am also not thier in that pic. the pic is of my friend and raka.

    You writtings are very crisp and with a purpose.

    ReplyDelete

आपके विचारों का स्वागत है।