कुमाराकॉम में, एक पक्षीशाला है। इस चिट्ठी में इसी की चर्चा है।
कुमाराकॉम में, एक पक्षीशाला है। हम लोग, सुबह वहां गये थे। पक्षीशाला लगभग १०० एकड़ में है इसमें ४० एकड़ की झील है। यही हमें वहां बताया गया था हांलाकि विकिपीडिया में इस पक्षीशालाका क्षेत्रफल कम लिखा है।
झील में, हमने नाव से यात्रा की। यह नाव मोटर-बोट नहीं थी। इसे लोग डंडो की सहायता से चला रहे थे। पक्षीशाला में सुबह के समय घूमना बेहद सुखद था। दृश्य भी सुन्दर था और मौसम भी।
यहां पर हमें कई तरह के पक्षी देखने को मिले। हमारे साथ हमारा गाइड भी था वह हमें उनके नाम बता रहा था। हमने वहां इतने पक्षी देखे कि मुझे सबका नाम याद नहीं रहा पर जिनके नाम याद है वे हैं
मुझे इनके हिन्दी में नाम नहीं मालुम हैं इसलिये नहीं लिख पा रहा हूं। लेकिन कुछ के चित्र आप इस चिट्ठी पर देख सकते हैं।
इस चिट्ठी के चित्र में, विदेशी महिला जिस तरह की नाव में सैर कर रही है हम भी उसी तरह की नाव में गये थे।
यहां-वहां एक जगह कुछ लोग झील के अन्दर से मिट्टी निकाल रहे थे। मुझे यह कुछ अजीब लगा। मेरे पूछने पर गाइड ने बताया कि यह अन्दर से सिल्ट (silt) निकाल रहे हैं। यह खेती के लिए उपयोगी होती है। यह लोग इसे किसानों को बेचकर अपनी जीविका चलाते हैं।इस श्रंखला की अगली चिट्ठी में चलेंगे त्रिवेन्दम और बात करेंगे, रास्ते की।
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सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।:
Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. his will take you to the page where file is. Click where ‘Download’ and there after name of the file is written.)
पक्षीशाला ने मोह लिया ...जानकारी के लिए आभार ..!!
ReplyDeleteजानकारी के लिए आभार!
ReplyDeleteअच्छा रहा पक्षी दर्शन -क्या रखा है (हिदी ) नाम में?
ReplyDeleteआप तो पक्षियों की तरह उन्मुक्त हो गए हो यार ...........देखना कहीं आसमान ही कहीं छोटा ना पड़ जाए .....!!
ReplyDeleteआसमान बिलकुल आपकी जद में है....और भूतनाथ आपके साथ.......आसमान से फिर कैसा संकोच.....आप बढाओ अपना हाथ.....!!
ReplyDeleteसुंदर चित्रों के साथ अच्छी जानकारी !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लगा जी ले भी और स्लाइडशो भी!
ReplyDeleteधन्यवाद।
बढ़िया चित्र और विवरण. अब त्रिवेन्द्रम के सफ़र के इंतजार में हैं....
ReplyDeleteBahut hi rochak jaankaari hai, aabhar.
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }