Saturday, January 24, 2009

मौलिकता हमेशा दूसरे की नकल होती है

यह चिट्ठी ई-पाती श्रंखला की कड़ी है। यह श्रंखला, नयी पीढ़ी के साथ जीवन शैली को समझने, और उसके एवं अपने बीच दूरी कम करने का प्रयत्न है।

पापा
आपकी तबियत ठीक नहीं है और आप आजकल आराम कर रहे हैं। मैं आपके पास एक मग, कुछ संगीत की सीडियां, मग, और कुछ पुस्तकें भेज रही हूं ताकि न केवल आपका मनोरंजन हो पर आपका समय भी अच्छी तरह से बीते। यह सारे उपहार मेरे और मुन्ने के बीच हुऐ अनगिनत फोनों पर, आपकी पसन्द के बारे में हुई बात-चीत का नतीज़ा है।



मग में विश्व का नक्शा है पर जब आप उसमें कुछ भी गर्म द्रव्य डालें गे तो यह नक्शा छोटा हो जायगा। यह इस बात की जागरूकता लाने के लिये है कि विश्व स्तर पर गर्मी बढ़ने के कारण क्या होगा।


संगीत की तीन सीडियां इस प्रकार हैं।
  • Jack Jonson: Sleep Through the Static
  • The best of Gypsy Kings
  • Upright, grand and All right: Master of Jazz Piano






मुझे तीनो सीडियां अच्छी लगती है पर तीसरी जिप्सी किंग की सबसे अच्छी लगती है। यह स्पैनिश में है। मुझे स्पैनिश नहीं समझ में आती है पर मुझे इसका संगीत अच्छा लगता है।


पुस्तकें तो आपकी सबसे अच्छी मित्र हैं। तीन पुस्तकें इस प्रकार हैं।
  1. The Penguin Book of Twentieth Century Speeches
  2. The Year's best Science Fiction
  3. Who the Hell is O'Hara

पहली पुस्तक में दुनिया के २०वीं शताब्दी के बेहतरीन भाषण हैं, दूसरी पुस्तक विज्ञान कथाओं संग्रह है, और तीसरी पुस्तक में दुनिया की ५० बेहतरीन लिखे उपन्यासों की कहानी है कि वे किस प्रकार से लिखे गये हैं।


मुन्ना ठीक है। उसे अपने प्रयोग में पहली सफलता मिली है। उसने हरपीस वायरस को बैक्टीरिया के अन्दर सफलता पूर्वक रखा। तकनीकि दृष्टि से यह एक नये बैक्टीराया का निर्माण है। हरपीस के वायरस को लेने के कुछ खास कारण है। इसमें बहुत कम जीन्स़ हैं। हरपीस वायरस दो तरह से कार्य कर सकता है:
  • पहला तो यह कि यह उस सेल को समाप्त कर अपनी कुछ और कॉपी बनाये और
  • दूसरा है कि वह वहीं कुछ समय के लिये चुपचाप पड़ा रहे।
मुन्ना, वह इस प्रयोग में गणित लगा कर यह पता करने की कोशिश करेगा कि हरपीस वायरस किस प्रकार से निर्णय लेते हैं। उसका शोध यह बताने में सहायत करेगा कि यह वायरस क्यों दो में से कोई एक रास्ता चुनता है और क्या इस रास्ते को किसी प्रकार से बदला जा सकता है।


मेरा शोद्ध ठीक चल रहा है हांलाकि भौतिक शास्त्र आजकल उतना खबरों में नहीं है जितना की पिछली शताब्दी में था।


२००९ आप और मम्मा के लिये अच्छा हो और आपका आशिर्वाद हमेशा हमारे लिये हो।

अपना और मम्मा का ख्याल रखियेगा
आपकी बेटी


बिटिया रानी
तुम्हारे भेजे उपहार मिले। मुझे भी जिप्सी किंग वाली सीडी सबसे अच्छी लगी। यदि शब्दों को समझ सकता तो और भी आनन्द आता। हांलाकि इसकी कुछ धुनों पर हिन्दी के गाने बने हैं।

मैंने पुस्तकों पर उड़ती सी नजर डाली है। प्रसिद्ध भाषणों वाली पुस्तक के अधितर भाषणों के बारे में मैंने सुना है। इसमें से एक तो स्कूल में मेरे अंग्रेजी के कोर्स में था। मुझे अक्सर बोलना पड़ता है। इस पुस्तक के भाषण मेरे काम आयेंगे और मुझे भाषण तैयार करने में सुविधा रहेगी। कोई भी अच्छा भाषण के लिये जरूरी होता है कि उस तरह के अच्छे भषणों को पढ़ कर उनसे सीख ली जाय। कहावत है कि,
'Originality is always copied'
मौलिकता हमेशा दूसरे की नकल होती है :-)


विज्ञान कहनियों के संग्रह से मैंने एक भी कहानी नहीं पढ़ी है। मैंने माइकल क्रिक्टन को छोड़ कर लगभग २५ साल से कोई नयी विज्ञान कहानी नहीं पढ़ी है। इसलिये आजकल लिखी जा रही विज्ञान कहानियों से अनिभिज्ञ हूं।


मुझे तुम्हारी तीसरी पुस्तक सबसे अच्छी लगती है। मैं इसमें चर्चा किये गये कई उपन्यासों के लिखे जाने की कहानी के बारे में जानता हूं। यह पुस्तक मुझे इसमें चर्चित पुस्तकों की समीक्षा लिखने में सहायता करेगी।


नया साल तुम्हारे और मुन्ने के लिये शुभ हो। सफलता तुम्हारे कदम चूमें और तुम हमसे से भी ऊचीं जगह पहुंचो।
पापा

बिटिया रानी, बेटे राजा, तुम्हारे लिये आज का दिन (हमारे लिये बीता हुआ कल) न केवल तुम दोनो के लिये पर हम सब के लिये खास है। यह दिन तुम दोनो के जीवन में खुशियां लाये, आनन्द भरे और तुम अपने सारे सपने पूरे कर सको। इस दिन, तुम दोनो, इस साल भी, पिछले साल की तरह एक दूसरे के साथ नहीं हो। ईश्वर करे, आने वाले सालों में तुम साथ रहो।

ई-पाती
ओपेन सोर्स की पाती - बिटिया के नाम।। पापा, क्या आप उलझन में हैं।। बिटिया रानी, जैसी दुनिया चाहो, वैसा स्वयं बनो।। जब एक घन्टा, एक मिनट लगता है।। लीसा, अपने मन की बात सुनो।। स्वीट डिश कैसे बांटी जाय।। मौलिकता हमेशा दूसरे की नकल होती है।। स्वीट डिश इस प्रकार से बांटी जाय।।

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सांकेतिक शब्द

culture, Family, life, Life, जीवन शैली, समाज, कैसे जियें, जीवन दर्शन, जी भर कर जियो,

11 comments:

  1. बेहतरीन पोस्ट। चिट्ठी-पत्री अच्छी लगी।

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  2. पिता पुत्री का संवेदना भरा संवाद ! क्या विज्ञानं कथा की पुस्तक गार्डनर डोजोयिस द्वारा तो संपादित नही है ?

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  3. Anonymous8:18 am

    अरविन्द जी, आपका अनुमान सही है।

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  4. आपका यह पत्राचार पढ़ना हमेशा की तरह रुचिकर एवं ज्ञानवर्धक रहा. आभार.

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  5. एक ही वस्तु को दो नजरियों से देखा गया है. पुत्री व पिता के माध्यम से. सुन्दर.

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  6. सही पोस्ट! बहुत जमी। यह मौलिकता वाला quote भी!

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  7. वाह !! पुत्री का पत्र पिता के नाम , पिता का पत्र पुत्री के नाम....बहुत अच्‍छा लगा पढकर.....बढती गर्मी के प्रति जागरूकता बढाने वाला मैप के बारे में जानकर अच्‍छा लगा।

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  8. बेहतरीन यूँ कहिये आपने दिन बना दिया.....शाम को दुबारा पढेगे......आज की सबसे बेहतरीन पोस्ट का दर्जा मिलना चाहिए इसे

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  9. bahut achcha laga padh ke

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  10. Anonymous6:03 pm

    यात्रा वृतांतों के बीच बहुत समय बाद आप अपने पुराने रंग की पोस्ट के साथ नजर आ रहे हैं। आपकी इन प्रविष्टियों को पढ़ना ऐसा लगता है जैसे किसी को बेहद करीब से जानने की प्रक्रिया से गुजर रहे हों। हम सबके लिए अपने दिलचस्प विषयों पर थोड़ा जल्दी-जल्दी लिखें।

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  11. maithily3:25 pm

    आपकी ई-पाती को पढ़ना बहुत अच्छा लगा
    आपके ब्लाग पर आकर घूमते रहने को मन करता है

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आपके विचारों का स्वागत है।