इस श्रंखला की पहली कड़ी में, हिग्स बॉसौन की चर्चा थी। इसकी दूसरी कड़ी में चर्चा थी कि इसका नाम गॉड पार्टिकल क्यों पड़ा।
इस कड़ी में, १९८८ के
नोबल पुरस्कार विजेता लिऔन लेडरमैन एवं डिक टेरेसी की लिखी पुस्तक 'द गॉड
पार्टिकल – इफ यूनिवर्स इस द आन्सर, वॉट इस द क्वेस्चेन?' (The God
Particle: If the Universe Is the Answer, What Is the Question ?) की
समीक्षा है।