इस चिट्ठी में, लॉस एंजेलिस में यूनिवर्सल स्टूडियो, कनाडा में विनीपेग, और बफेलो तथा नियागरा फॉलस् घूमने की चर्चा है।
बायें से कुर्सी पर - अनीता चाची, दद्दा (मेेरे पिता), अम्मां और हर्ष चाचा जमीन पर सरित और राशि |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।। विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में।। नियागरा फॉल्स - हैलीकॉपटर परप्यारे बेटे ...
खूब सा प्यार
तुमको पिछले पत्र में लिखा था कि लॉस एंजेलिस में हमने डिज़नी लैन्ड देखा। दूसरे दिन हम यूनिवर्सल स्टूडियो देखने गये। यहां पर अंग्रेजी फिल्म बनाते है। यह जगह बहुत ही मजेदार है। हमारी ट्रेन एक पुल के ऊपर से चली तो पुल टूटकर गिरने लगा और जब ट्रेन उस पार गयी तो पुल खड़ा हो गया। इसी का चित्र- खींच कर हम लोगो को सिनेमा में, पुल टूटने का दृश्य दिखाते हैं।
हमारी बस झील के किनारे से जा रही थी। पानी से निकलकर एक नकली व्हेल मछली ने हमारी बस को ठोकर मारी, आगे जाकर नाव पर एक नकली आदमी बैठा नाव था। उसकी नाव उलट दी। एक मकान में खूब तेज आग लगी थी वह भी नकली। बस इन्ही के चित्र खिंचे व दिखा दिये। टेन कमान्ड्मेन्ट पिक्चर में समुद्र दो भागो में बट जाता है। वैसे ही हमारी बस चली तो झील का पानी दो भाग में बटने लगा।
यहां से हम लोग हवाई जहाज से कनाडा गये। यू.एस.ए. में एक एयरपोर्ट है मिनियापॉलिस वहीं उतरे। वहां से कनाडा है ५०० मील। तुम्हारे पापा के हर्षेन्द्र चाचा (उरई वाली बुआ जी के पुत्र) मोटर लेकर लेने आये। उनके साथ आनिता चाची व बच्चे थे सरित व राशि।
हम लोग कनाडा गये। वहां हर्षेन्द्र चाचा ने खूब घुमाया। हर्षेन्द्र चाचा विनीपेग में रहते है। विनीपेग में एक बहुत बड़ी झील है। वहां पर पिकनिक करने गये व बोटिंग की। कोट में जो फर (Fur) लगते हैं वह यहां पर बनते है। कनाडा में रुपये-पैसे जहां बनते हैं, वह मिंट हम देखने गये। यहां पर हमने प्लैनेटेरीअम भी देखा। जैसा इलाहाबाद में है जिसमें तरह-तरह के तारे दिखाई देते हैं।
यहां से हम लोग हवाई-जहाज से बफेलो गये। यहां पर ममता-मौसी रहती है। उनके दो-लड़के है अम्बर व अशुमान। यहां पर एक नियागरा नदी है। इसके ऊपर से नीचे गिरने पर बड़ा सुन्दर यू-शेप का जल-प्रपात यानी नियागरा-फॉलस् बनता है। मौसी के घर से २० मील दूर। हम लोग वह देखने गये।
नियागरा नदी के एक तरफ यू.एस.ए. (अमेरिका) है। दूसरी तरफ कनाडा है। हम लोगों ने पहिले अमेरिका की तरफ से देखा। जब रात हो तो दूसरी तरफ कनाडा गये।
रंग बिरंगी रोशनी में, यू-शेप का नियागरा-फॉलस् बड़ा ही सुन्दर लग रहा था। टिकट लेकर, लिफ्ट से एक गुफा (cave) के अन्दर गये। वहां पर बरसाती व जूते पहिनने पड़ते हैं। उसको पहिनकर, अन्दर ही अन्दर जाकर, एकदम वहां पहुंच जाते है। जहां पर पानी गिरता है खूब तेज आवाज होती है - पानी गिरने की और पानी के छीटें ऊपर आते है। हेलिकॉप्टर पर बैठकर बाबाजी ने पूरा़ झरना (fall) देखा।
हेलीकॉप्टर में, दद्दा के साथ, सुभद्रा कुमारी चौहान की पोती सारा |
सस्नेह दादी मां
#DisneyWorld #Winnipeg #NiagaraFalls
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