Saturday, January 31, 2009

मुक्त मानक क्यों उचित साधन हैं

'मुक्त मानक और वामन की वापसी' श्रंखला की इस कड़ी में बताया गया है कि मुक्त मानक क्यों उचित साधन हैं? इसे आप रोमन या किसी और भारतीय लिपि में पढ़ सकते हैं। इसके लिये दाहिने तरफ ऊपर के विज़िट को देखें।

इसे आप सुन भी सकते है। सुनने के लिये यहां चटका लगायें। यह ऑडियो फाइल ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप,

  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में,
सुन सकते हैं। ऑडियो फाइल पर चटका लगायें फिर या तो डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर ले। डाउनलोड करने के लिये पेज पर पहुंच कर जहां Download फिर फाईल का नाम लिखा है, वहां चटका लगायें।


मुक्त मानक महत्वपूर्ण हैं। मैं इस बात को, इसी चिट्ठे में, इसी श्रंखला की चिट्ठी 'मुक्त मानक क्यों महत्वपूर्ण हैं?' में लिख चुका हुं। इसे मैं ई-पाती श्रंखला की चिट्ठी 'पापा, क्या आप उलझन में हैं' पर भी प्रकाशित कर चुका हूं।  इन दोनो चिट्टियों का पॉडकास्ट आप  मेरी बकबक पर यहां और यहां सुन सकते हैं।  'पापा, क्या आप उलझन में हैं' चिट्ठी का पॉडकास्ट आप मेरी बकबक के अतिरिक्त पॉडभारती के ८वें अंक में भी सुन सकते हैं।


मैंने इसी विषय पर एक और चिट्ठी अपने छुटपुट चिट्ठे की चिट्ठी 'मुक्त मानक का प्रयोग करना क्यों बेहतर है'? चिट्ठी पर किया है। यह चिट्ठियां न केवल मुक्त मानक के महत्व पर इसके फायदे को भी बताती हैं। 

मुक्त मानक का प्रयोग करना हमेशा फायदेमन्द ही होता है; इसमें कोई नुकसान नहीं है - यही कारण है कि ये उचित साधन हैं।

मुक्त मानक  न केवल एकाधिकार समाप्त करते हैं पर एक स्वस्थ प्रतिद्वन्तता  प्रेरित करते हैं। सूचना प्रधोगिकी में सबसे ज्यादा उन्नति मुक्त मानक के द्वारा है चाहे वह अंतरजाल हो, या  वेब सूचना स्थानान्तरित करने का तरीका। यह सब मुक्त मानक,  न की किसी मालिकाना मानक, पर आधारित हैं। इसके कम से कम निम्न फायदें हैं:

  • इनका प्रयोग करने से किसी भी प्रकार का लाइसेंस अथवा पेटेंट का भय नहीं होता हैं।
  • सारे मुक्त मानक के लिए कोई न कोई ओपेन सोर्स  सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं।जिसका प्रयोग मुफ्त में बिना कॉपीराइट उल्लघंन के किया जा सकता है।
  • मुक्त मानक में रखी गई फाइलें कभी भी खो नहीं सकती हैं। वह हमेशा लोगों के लिए  उपलब्ध रहेगी।
  • मुक्त मानक किसी भी सॉफ्टवेयर में लागू किया जा सकता है। इस कारण भी व्यक्ति अपनी सूचना या फाइलों का वास्तव में स्वामी रहता है।
यही कारण है कि वे एक उचित साधन हैं।

इस श्रंखला में हम जब अगली बार मिलेंगे तब प्रसिद्व  खगोलशास्त्री जयंत विष्णु नार्लीकर  की विज्ञान कहानी 'वामन की वापसी' (The Return of Vaman) की चर्चा करेंगे। यह विज्ञान कहानी मुक्त मानक के महत्व बताती है।


मुक्त मानक और वामन की वापसी
भूमिका।। मुक्त मानक क्यों महत्वपूर्ण हैं?।। मुक्त मानक क्या होते हैं?।। मुक्त मानक क्यों उचित साधन हैं।। जयंत विष्णु नार्लीकर  की विज्ञान कहानी -वामन की वापसी।। 


is post per bataaya gya hai ki mukta maanak kyon uchit sadhan hote hain. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post explains why ar 'Open formats' good means? It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
Free file format, Free software, information , Information Technology, Intellectual Property Rights, information technology, Internet, Internet, Open Format, Open source software, software, software, technology, technology, Technology, technology, technology, Web, आईटी, अन्तर्जाल, इंटरनेट, इंटरनेट, ओपेन फॉमैट, ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर, टेक्नॉलोजी, टैक्नोलोजी, तकनीक, तकनीक, तकनीक, मुक्त मानक, सूचना प्रद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेर,

Wednesday, January 28, 2009

यह मेरी तरफ से आपको भेंट है

इस चिट्ठी में प्रिटोरिया से क्रुगर राष्ट्रीय पार्क तक के रास्ते का वर्णन है।

मुझे प्रिटोरिया में काम  था और यहीं रूकना था। इसी लिये क्रुगर राष्ट्रीय उद्यान (Kruger National Park) घूमने का चार दिन तीन रात का पैकेज़, प्रिटोरिया से लिया था।  इसकी बुकिंग अन्तरजाल पर भारत से करा ली थी। यह कुछ मंहगा था। यह इसलिए कि पैकेज़ जॉहन्सबर्ग में शुरू होतें है, लोग वहीं से इसे लेते है पर  हमने तो प्रिटोरिया से लिया था। यह केवल एक ही कम्पनी करती है। जाहिर है कि वह मंहगी थी। अधिकतर लोग तो केवल इसी पार्क को देखने आते है इसलिए वे जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे से ही सीधे इस ट्रिप पर चले जाते है। उन्हें किसी भी होटल में रूकनें की जरूरत नहीं है।


हम लोग सुबह, कुगर राष्ट्रीय पार्क के लिए निकले। होटल में नाश्ता मुफ्त रहता है लेकिन हम लोगों को  साढ़े ६ बजे निकलना था और नाश्ते का समय सात बजे शुरू होता था।   होटल वालों ने हमें  नाश्ता पैक कर दे दिया ताकि उसे हम रास्तें में खा सकें।


हमको लेने के लिए मिस्टर जेम्स ट्योटा वैन लेकर आये थे। यह उस  कम्पनी के साथ काम करते है जिनके साथ हम लोगों  क्रुगर पार्क घूमनें का पैकेज लिया था।  इसमें  लगभग १२ लोग बैठ सकते हैं लेकिन जेम्स के मुताबिक ज्यादा भीड़ नहीं है और केवल हम ही लोग हैं। 


हमें दो रातें हेज़ी व्यूह (Hazyview) शहर के उंभाबा होटल (Umbhaba Lodge) में, और तीसरी रात  पिलिग्रमस् रेस्ट ( Pilgrim's rest) शहर के रॉयल होटल में रूकना था।
 

खेतों यांत्रिक तरह से पानी की सिंचाई


रास्ते में न केवल हमें खेती के,पर जानवरों के फार्म भी मिले। यहाँ पर खेतों की सिचाईं एकदम आधुनिक तकनीक  के द्वारा, यंत्रो से होती है।


जानवरों के फार्म पर तरह -तरह के जानवर हिरण, शुतुरमुर्ग आदि थे । यह सब मांस खाने के लिए पाले जाते है। शुतुरमुर्ग के अण्डें मे छेद कर, उसके अन्दर का पदार्थ निकाल, उसे  अच्छी तरह से सजाया जाता है। उसके बाद वे  यादगार निशानी की तरह बेचे  जाते हैं।Aloe Vera with webImage via Wikipedia

हमें एलो वीरा, के भी बाग दिखे। जेम्स ने बताया कि यह काफी मात्रा में पैदा किया जाता है। मेरी पत्नी ने बताया,

'यह पेड़  से तरह तरह की दवाईयां बनती हैं और  त्वचा के लिये क्रीम भी बनायी जाती है। अपने घर में भी इसका पेड़ लगा है।'


उसने यह भी बताया कि पिछले साल हमारी बिटिया रानी इसी तरह की Crema Hidernante Aloe Vera नाम की Moistturizing cream लायी थी जो कि यह स्पेन में बनी है। मेरी पत्नी के अनुसार यह क्रीम काफी अच्छी है।


रोड बहुत अच्छी और सीधी थी। मुझे कुछ साल पहले अमेरिका जाने का मौका मिला था। साउथ अफ्रीका में रोड़ देखकर वहां के रास्ते की याद आयी। हांलाकि साउथ अफ्रीका में लोग अपने देश की तरह बांयी तरफ चलते है। आगे कुछ दूर चलने पर एक जगह बोर्ड दिखायी पड़ा जिसमे लिखा हुआ था,
'क्राइम जोन डोंट हाल्ट'।
मैंने जेम्स से पूछा ऎसा क्यों लिखा है तब जेम्स का कहना था,
'यह जगह मौज़म्बीक देश के पास है और वहाँ के बहुत से लोग यहां आ जाते है और कारें रोक कर लूटते  हैं।  इसीलिए लिखा हुआ है कि यहाँ मत रूकिए।'
जेम्स अपने देश की बुराई नहीं करना चाहते थे। इसीलिये उन्होंने यह बात कही
शायद यह बात सच नहीं है। साउथ अफ्रीका में अपराध काफी हैं। मुझे लगता है कि जेम्स अपने देश की बुराई नहीं करना चाहते थे। इसीलिये उन्होंने यह बात कही।



रास्ते में, हम लोगों को एक ट्रक  मिली जिसमे फर्नीचर का समान लदा  हुआ जा रहा था । जेम्स ने बताया कि ये लोग मौज़म्बीक से आये है और यहां से  पुराना माल ले जाकर, वहां महंगे दामो में बेचते हैं।


रास्ते में, एक स्टील प्लान्ट, स्क्रैप प्लान्ट और पेपर मिल मिली। बहुत सारे थर्मल पावर स्टेशन मिले। जेम्स के मुताबिक साउथ अफ्रीका में दो हाइडिल पावर स्टेशन हैं जिसमें एक  सनसिटी के पास है। जेम्स ने हमें सनसिटी देखने जाने  की सलाह दी। उसके मुताबिक यह  बहुत सुन्दर जगह है और यहां पर ऎश्वर्या राय, मिस वर्ल्ड चुनी गयी थी।


रास्ते में टोल एरिया गेट बना हुआ था जिसमें रास्ते के मेनटेंस के लिए पैसा देना पड़ता है। यही कारण है कि यहां की रोड़ बेहतर हैं। रास्ते में जगह जगह पर,   पेट्रोल भरने की जगह है  जहाँ बाथरूम जाया जा सकता हैं। यह बहुत साफ थे। मुझे लगा कि काश अपने भारत मे  कुछ इस तरह की चीज़ें होती जिसका हम लोग प्रयोग कर सकते, तो कितना अच्छा होता।


हम लोग आधा रास्ता तय करने के बाद  एक पेट्रोल  पम्प  पर रूके । यहाँ खाने पीने का समान भी मिलता था। यह बहुत अच्छी साफ सुथरी जगह थी।  हम लोग बहुत सबेरे उठ गये थे इसलिए नींद भी आ रही थी। मैंने जेम्स से पूछा कि क्या वे कॉफी लेना पसंद करेगें। उन्होंने कहा, जरूर। हम कॉफी पीने के लिए वहाँ पहुँचें।

मैंने हिन्दुस्तान में, इस तरह से नक्काकाशी की हुई कॉफी नहीं पी।
मेरी पत्नी ने कॉफी लेने से मना कर दिया । हम लोगों ने दो कॉफी के लिए आर्डर दिया। जो लड़की काफी बना रही थी उसने कॉफी देने के पहले क्रीम से उस पर  सुन्दर सा फूल  बनाया। यानि कि कॉफी के ऊपर क्रीम से नक्काशी। यह बहुत सुन्दर लग रहा था। मैंने उससे कहा, 
'मैं हिन्दुस्तान से आया हूं और मैंने कभी भी इस तरह से नक्काकाशी की हुई कॉफी नहीं पी है। क्या मैं कॉफी बनाते समय,  उसका चित्र ले सकता हूं।' 

वह मुस्कुरायी और उसने कहा जरूर। उसने एक कप कॉफी और बनायी जिसे मेरी पत्नी नें ले लिया पर तीसरी कॉफी का पैसा नहीं लिया। वह मुस्कुरा कर बोली,
'यह मेरी तरफ से आपको भेंट है।'
उस लड़की ने अपना नाम यंतोरा बताया। वह मुस्कुरा रही थी और उसकी बातचीत करने का ढंग बहुत प्यारा था।


रास्ते में जो भी कस्बे मिलते थे उनके नाम के अन्त में बाद डॉर्प (Dorp) लिखा हुआ था। जेम्स ने बताया कि यह डच भाषा का शब्द है जिसका अर्थ कस्बा होता है इसलिए यह कस्बे के नाम के बाद लिखा है।


रास्ते में, मक्का रखने के बड़े बड़े स्टोर मिले जिसमें मक्का बीच से डाला जाता है। 

हमें रास्ते में, यूक्लीपिटिस, चीड़, केले,  काजू , संतरे, और आम के बगीचे मिलें। जेम्स ने बताया कि यूक्लीपिटिस का प्रयोग मकान  में फर्नीचर  और  पेपर बनाने  में होता है। केलों को प्लास्टिक से ढ़क कर रखा था। यह इसलिए किया जाता है कि उन्हें बंदर न खा सके और उनमें कीड़े न लगें। 


रास्ता व उसके अगल बगल की जगह बेहद साफ सुथरी थी। जेम्स ने बताया कि म्यूनिसपल्टी इसको साफ करने के लिए टेंण्डर बुलाती है और वे लोग साफ रखतें हैं। रास्ते में हमनें गाड़ी में पेट्रोल भरवाया। पेट्रोल पम्प पर लिखा था, यहाँ मोबाइल फोन पर बात करना मना है। मैंने पेट्रोल मालिक से पूछा हमारे भारत में ऎसा नहीं होता है। यहाँ पर ऎसा क्यों लिखा है? उसका जवाब था,
'मोबाइल फोन चार्ज करते समय या बात करते समय वे अक्सर फट जाते हैं । यदि पेट्रोल पम्प पर बात करते समय फट जाये तो अर्नथ हो सकता है। इसलिए यहाँ पर मोबाइल पर बात करना मना है।'
 उंभाबा होटल जहां हम हेज़ी व्यूह में ठहरे थे।

हम लोग रास्ते का आनन्द लेते हुए १२ बजे तक हेज़ीव्यूह ( Hazyview) पहुंच गये। यहीं उम्भाबा लॉज़ (Umbhaba Lodge) में  हमें दो रातें गुजारनी थी।  हम लोगों ने, यहां पर अपना समान रखा और क्रुगर पार्क के लिए चल दिए क्योंकि  दोपहर को एक सफारी में जाना था।


अफ्रीकन सफारी: साउथ अफ्रीका की यात्रा
झाड़ क्या होता है? - अफ्रीकन सफारी पर।। साउथ अफ्रीकन एयर लाइन्स और उसकी परिचायिकायें।। मान लीजिये, बाहर निलते समय, मैं आपका कैश कार्ड छीन लूं।। साउथ अफ्रीका में अपराध - जनसंख्या अधिक और नौकरियां कम।। यह मेरी तरफ से आपको भेंट है।।

हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।: Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)
यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।


is post per pretoria se krugar national park kee yatra ka vernan hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This is post describes the journey from Pretria to krugar National Park. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
south africa, साउथ अफ्रीका, Travel, Travel, travel and places, Travel journal, Travel literature, travel, travelogue, सिक्किम, सैर सपाटा, सैर-सपाटा, यात्रा वृत्तांत, यात्रा-विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा संस्मरण,










Reblog this post [with Zemanta]

Saturday, January 24, 2009

मौलिकता हमेशा दूसरे की नकल होती है

यह चिट्ठी ई-पाती श्रंखला की कड़ी है। यह श्रंखला, नयी पीढ़ी के साथ जीवन शैली को समझने, और उसके एवं अपने बीच दूरी कम करने का प्रयत्न है।

पापा
आपकी तबियत ठीक नहीं है और आप आजकल आराम कर रहे हैं। मैं आपके पास एक मग, कुछ संगीत की सीडियां, मग, और कुछ पुस्तकें भेज रही हूं ताकि न केवल आपका मनोरंजन हो पर आपका समय भी अच्छी तरह से बीते। यह सारे उपहार मेरे और मुन्ने के बीच हुऐ अनगिनत फोनों पर, आपकी पसन्द के बारे में हुई बात-चीत का नतीज़ा है।

Wednesday, January 21, 2009

साउथ अफ्रीका में अपराध - जनसंख्या अधिक और नौकरियां कम

इस चिट्ठी में जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे से प्रिटोरिया जाने का वर्णन है।

हमें किसी को जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे {नया नाम टैम्बो अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Tambo International Airport)} पर लेने आना था पर वहां हमें कोई नहीं मिला। मोबाइल से बात करने के बाद पता चले कि उन्हें सूचना मिलने में कुछ गड़बड़ हो गयी थी इसी लिये कोई नहीं आ सका था। 

मोबाइल से बात हो जाने के कुछ देर बाद, फारूक हमें  पर लेने आये। वह  बेहद मज़ेदार व्यक्ति निकले। उनको   साउथ अफ्रीका के बारे में अच्छा ज्ञान था।  वे हिन्दी में बात कर रहे  थे। उन्होंने बताया, 
'मेरे  बाबा सूरत में रहते थे।  वे पहले डरबन में  आये। उनका मकसद यहां पर व्यापार करने का था। शुरू-शुरू में खाली बोतले खरीद कर बेचते थे। उसके बाद कुछ पैसा इक्टठा करके उन्होंने मिठाई की दुकान शुरू कर दी।  यह दुकान 'मुल्ला स्वीट  मीट हाउस' नाम से आज भी  डरबन में चलती है। इसमें मुख्यत: गुजराती मिठाई बिकती है। इस दुकान को उनके चाचा चलाते हैं। इसमें इस समय एक रेस्ट्रां भी है।'


मैंने पूछा कि आप जॉहन्सबर्ग क्यों आ गये। उनका कहना था,
'मैं बचपन से डरबन में रहा और वहां पर रहते-रहते ऊब गया। इसलिए व्यापार करने जॉहन्सबर्ग  आ गया। मै टैक्सी/ ट्रैवल सर्विस चलाता हूँ।
मेरे पिता ऊर्दू बोल व लिख लेते थे। मेरी माँ गुजराती बोल और लिख पाती थीं और मैं  स्वयं अग्रेंजी, हिन्दी, ऊर्दू और गुजराती बोल लेता हूँ।'

रास्ते में फूलों के पेड़ मिले, जिसमें बैगनी रंग का बहुत सुन्दर फूल लगा हुआ था। फारूक के मुताबिक इसका नाम जगरांडा (Jagranda) है। यह सफेद और गुलाबी रंग का भी होता है।


कार में रास्ते भर रेडियों बज रहा था। इस प्रोग्राम को एक लड़की प्रस्तुत कर रही थी। वह बोलती तो अंग्रेजी में थी पर गाने हिन्दी के सुनवा रही थी। फारूक ने बताया, 
'यह साउथ अफ्रीका में भारतीयों द्वारा चलाया जाने वाला एक रेडियो स्टेशन है। इसका नाम लोटस (Lotus) कमल है। सबसे पहले भारतीय जिस पानी के जहाज द्वारा साउथ अफ्रीका गये थे उसका नाम लोटस था इसलिए इस रेडियो स्टेशन का नाम भी लोटस रखा गया है।'


फारुक के साथ जॉहन्सबर्ग से प्रिटोरिया  का सफर बहुत अच्छा बीता।  हम लोग जिस रोड़ पर  जा रहे थे,  वह  बेहद अच्छी व  साफ सुथरी थी। उसको देख कर लगता था कि साउथ अफ्रीका में बहुत प्रगति हुई है। वे हमसे कहीं आगे है पर यहां पर अधिकतर  सफेद  लोग ही दिखाई पड़े। 
 
जॉहन्सबर्ग में यह भी देखने को मिला

साउथ अफ्रीका में नौकरियां कम हैं और लोग ज्यादा है। इसी कारण यहां पर अपराध की संख्या बहुत अधिक है

भारत से चलते समय हमें बताया गया था कि यहाँ पर अपराध बहुत हैं पर वहाँ इतना सब कुछ व्यवस्थित देखकर यह नहीं लगा।  मैने फारूक से पूछा कि क्या यहां पर अपराध काफी ज्यादा हैं।  उन्होंने  कहा,
'यहां पर नौकरियां कम हैं और लोग ज्यादा है। यही कारण है कि यहां पर अपराध की संख्या  बहुत अधिक है।'

प्रिटोरिया में हमें, ग्राडन कोर्ट हैटफील्ड (Garden court Hatfield) में ठहरना था। वहाँ पहुँच कर लगा कि  क्यों न मैं ईमेल चेक कर लूँ।  बर्लिन (जर्मनी) यात्रा के दौरान, मैं जिस होटल में ठहरा था उस होटल के नीचे लॉज़ में एक कम्पूयटर रखा था जहाँ अन्तरजाल पर जाया जा सकता था इसके  इस्तेमाल करने के लिए कुछ पैसा नहीं देना पड़ता था। इसी तरह यहाँ भी एक कम्पूयटर था।  मुझे लगा कि यह भी   जर्मनी की  तरह मुफ्त होगा लेकिन पास जाकर उसकी नोटिस  पढ़ी तो उसमें लिखा था कि इसको प्रयोग करने के लिए आपको  १५ मिनट के लिए १५ रैंड (यानी की लगभग ९०/-रूपये) और आधे घण्टें के लिए २५ रैंड   देनें होगें।  अपना  देश समान्यता  में आधे घण्टें का दाम १५/-रूपया लगता है। मुझे लगा कि यह तो बहुत मंहगा है।


हम लोग  शाम को रात का खाना जल्दी खाकर सो गये क्योंकि अगले दिन सुबह ही हम लोगों को क्रुगर राष्ट्रीय पार्क जाना था। अफ्रीका में बहुत सारे पार्क है पर शायद क्रुगर  पार्क अफ्रीका का सबसे अच्छा और सबसे व्यवस्थित  जानवरों का पार्क है।

अफ्रीकन सफारी: साउथ अफ्रीका की यात्रा
झाड़ क्या होता है? - अफ्रीकन सफारी पर।। साउथ अफ्रीकन एयर लाइन्स और उसकी परिचायिकायें।।  मान लीजिये, बाहर निलते समय, मैं आपका कैश कार्ड छीन लूं।। साउथ अफ्रीका में अपराध - जनसंख्या अधिक और नौकरियां कम।।

हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।: Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)
यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।


is post per johansburg airport se pretoria tak kee yatra ka vernan hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This is post describes the journey from  Johansburg airport to Pretoria. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
south africa, साउथ अफ्रीका, Travel, Travel, travel and places, Travel journal, Travel literature, travel, travelogue, सिक्किम, सैर सपाटा, सैर-सपाटा, यात्रा वृत्तांत, यात्रा-विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा संस्मरण,

Saturday, January 17, 2009

कल्पित चारित्य रमपोल के सृजनकर्ता - जॉन मॉरटिमर की मृत्यु, एक श्रद्धांजलि।


रमपोल, पैरी मेसन की तरह एक कल्पित वकील हैं। उनके सृजनकर्ता हैं - जॉन मॉरटिमर। इनकी मृत्य कल, १६ जनवरी २००९ को ८५ साल की उम्र में हो गयी। यह चिट्ठी उन्हीं को श्रद्धांजलि है।

यदि आप मुझसे पूछें कि दुनिया में आज तक सबसे प्रसिद्ध वकील कौन हुआ है तो निःसन्देह मेरा जवाब होगा पैरी मेसन (Perry Mason)। इस चारित्य का सृजन एर्ल स्टैनली गार्डनर (Erle Stanley Gardner) (जन्म १७-७-१८८९ मृत्यु ११-३-१९७०) ने पैरी मेसन चारित्य का सृजन,१९३० के दशक में, किया था। तब से यह सैकड़ों निर्दोष लोगों को फांसी के फन्दे से छुड़ा सकने में कामयाब हुऐ हैं। मेसन फौजदारी के वकील हैं। उनके मुवक्किल हमेशा निर्दोष होते हैं जिन्हें वे अन्त में बचाने में सफल होते हैं।

एर्ल स्टैनली गार्डनर का यह चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से है।

गार्डनर की मृत्यु के पश्चात थॉमस चेस्टॅन (Thomas Chastain) ने पैरी मेसन के दो उपन्यास लिखे। सच पूछिये तो यह उपन्यास कानूनी उपन्यास कम पर जासूसी उपन्यास ज्यादा हैं। यह अपने में बेहतरीन हैं और आपको को शुरू से अन्त तक, बांध कर रखते हैं। मेरे बचपन और युवा अवस्था में यह उपन्यास आम थे और मेरी युवा अवस्था इन्हीं के बीच बीती।

पैरी मेसन पर १९३३ में लिखा गया, प्रथम उपन्यास - द केस ऑफ वेलवेट क्लॉज़

१९७० के दशक के शुरू में ही मैंने अपनी उच्च शिक्षा समाप्त की और फाइलें को इधर उधर पलटने वाला बन गया। जब यौवन अपने पूरे जोर पर था और मैंने गृहस्थ आश्रम में प्रवेश किया तब ही एक नये कल्पित वकील ने जीवन में प्रवेश किया उसका नाम था - होरेस रमपोल (Horace Rumpole)।

होरेस रमपोल चारित्य का सृजन, जॉन मॉरटिमर (John Mortimer) (जन्म २१-४-१९२३ मृत्यु १६-१-२००९) ने किया। यह सबसे पहले १९७५ में, बीबीसी के टीवी सीरियल के रूप में आये और उसके बाद इसकी सबसे पहली पुस्तक १९७८ में रमपोल ऑफ द बेली (Rumpole of the Bailey) के नाम से आयी। इसके बाद अन्य कई पुस्तकें इस चारित्य के आधार पर लिखी गयी।


मेसन जहां शादी शुदा नहीं हैं पर डेला स्ट्रीट उनकी खास सक्रेटरी हैं। डेला, मेसन का ख्याल रखने में कोई कमी नहीं रखतीं हैं - शायद उनकी पत्नी भी होती तो भी उतना ख्याल न रख पाती पर मेसन और डेल अलग अलग फ्लैट में रहते हैं और होटलों में वे भी अलग अलग कमरों में रुकते हैं। वहीं रमपोल की शादी हिल्डा रमपोल (Hilda Rumpole) जिनके लिये रमपोल कहते है वह जिसकी आज्ञा मानना जरूरी है (She Who Must Be Obeyed)।

हिल्डा महत्वाकांक्षी महिला हैं अपने पति को महरानी का वकील (Queen's Counsel) (Q.C.), जो कि अपने देश में वरिष्ट वकील के बराबर है, बनते और उसे अपने चैम्बर की मुखिया बनते देखना चाहती हैं पर रमपोल को इसमें कोई रुचि नहीं है।

मैं यहां यह बताना चाहूंगा कि जब किसी को महरानी का वकील बनाया जाता है तो इसे टेकिंग द सिल्क (taking the silk) कहते हैं।


रमपोल एक अवकाश लिये हुऐ बैरिस्टर हैं जो अपने मुकदमों के संस्मरण लिख रहे हैं। वे हर तरह के मुकदमें (दीवानी के भी) करते हैं। रमपोल के कई उद्धरण मेरे प्रिय उद्धरणों में से हैं। इनमें से मुख्य हैं
  • 'Abolish crime and we should all vanish.' अपराध समाप्त करें, तो हम सब (वकील) समाप्त हो जायेंगे
  • 'Lawyers and Tarts are two oldest professions in the world. And we always aim to please.' वकील और वेश्या दुनिया के सबसे पुराने पेशों में से हैं। हम दोनो का काम दूसरों को खुश करना है।
  • 'Being a lawyer has got almost nothing to do with knowing the law.' वकील होने का मतलब यह नहीं के आपको कानून अच्छा आता हो।
  • 'Once you are a lawyer you are addicted.' आप जब वकील बन जाते हैं तो अपने पेशे के नशे में धुत रहते हैं।
  • 'I want your opinions and not your doubts.' मैं तुम्हारी राय जानना चाहता हूं न कि तुम्हारे शक।
  • 'I may be wrong and some time am, but I am never in doubt.' मैं गलत हो सकता हूं और कभी कभी गलत हो सकता हूं पर मैं कभी भी शुबह में नहीं रहता।
  • 'I do not envy their reputation in this world or their fate thereafter.' मैं न तो उनकी [वकीलों] की ख्याति से इस दुनिया में डाह करता हूं न ही ही उसके बाद उनके भाग्य पर।
मुझसे आखिरी उद्धरण का अनुवाद ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। अंग्रेजी में यह वकीलों का हास्य बनाते वाक्य की तरह प्रयोग होता है।


रमपोल के पहले टेलीविजन ऍपीसोड का पूर्व-प्रदर्शन यहां देखें। इस ऍपीसोइ को आप पूरा भी देख सकते हैं पर उसके लिये आपको एक वेब प्लेयर स्थापित करना पड़ेगा। मैंने जब इसे स्थापित करने का प्रयत्न किया तो पता चला कि यह केवल विंडोज़ पर चलेगा :-(


मेरे और मुन्ने की मां के बीच अक्सर यह कहानियां आ जाती थीं। यह कहानियां रोचक हैं इनकी अंग्रेजी सरल और वैसी है जैसे कि किसी भाषा को लिखा जाना चाहिये। अक्सर लोग कठिन भाषा में लिखते हैं और इस प्रकार से लिखते हैं कि समझने में कठिनायी हो पर इनमें कुछ भी ऐसा नहीं है। मेरे वकील मित्र इकबाल के अनुसार,
'पैरी मेसन की कहानियां, हिन्दी फिल्मों दिखाये जाने न्यायलय की कहानियों की तरह होती हैं पर यह बात रमपोल के लिये सही नहीं है। इसकी कहानियां बहुत वास्तविकता के बहुत करीब हैं बस उनमें इतनी देरी नहीं होती है।'

यदि आपने इन्हें नहीं पढ़ा है तो पढ़ कर देखें यदि आपको कानूनी मुद्दों पर रुचि न हो तब भी इसे इसकी भाषा और कहानियों के लिये पढ़ कर देखें। यह न केवल आपको बांध कर रखेंगी पर आपको आभास भी दिलायेंगी कि कैसी भाषा का प्रयोग किया जाना चाहिये। सच तो यह है कि उच्च कोटि की भाषा वह होती है जो जन मानस को आसानी से समझ में आये - न कि वह जैसे साधरणतयाः समझी जाती है।



जॉन मॉरटिमर ने अपनी शिक्षा हैरो विद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्विद्यालय से १९४२ में पूरी की। इनर टेम्पल (Inner Temple) से १९४८ में वे बैरिस्टर बने। १९६६ में वे को महरानी के वकील (Queen's Counsel) (Q.C.) बने। १९९८ में नाइट की उपाधि मिली।


मॉरटिमर अपने पीछे अपनी विधवा दूसरी पत्नी और पांच बच्चों को छोड़ गये हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी पहली पत्नी से है। दूसरी पत्नी से दो बेटियां है जिसमें कि एक, एमाइली मॉरटिमर (Emily Mortimer), फिल्म अभिनेत्री हैं। उनका एक नाजायज़ बेटा, वेन्डी क्रेग (Wendy Craig), से है।

हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।: Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)
यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।


yeh post runmpole ke srijnkarta John Mortimer ko shrdhanjali hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This is post is tribute to John Mortimer - the creator of character of barrister Horace Rumpole. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
biography, People, जीवनी, जीवनी,
book, book, books, Books, books, book review, book review, book review, Hindi, kitaab, pustak, Review, Reviews, किताबखाना, किताबखाना, किताबनामा, किताबमाला, किताब कोना, किताबी कोना, किताबी दुनिया, किताबें, किताबें, पुस्तक, पुस्तक चर्चा, पुस्तकमाला, पुस्तक समीक्षा, समीक्षा,
Reblog this post [with Zemanta]

Friday, January 16, 2009

मान लीजिये, बाहर निलते समय, मैं आपका कैश कार्ड छीन लूं

इस चिट्ठी में जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे का वर्णन है।
जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे {नया नाम टैम्बो अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Tambo International Airport)} पर हमें किसी व्यक्ति को लेने आना था और हमें प्रिटोरिया के होटल तक पहुँचना था।

जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे {नया नाम टैम्बो अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा} के अन्दर का दृश्य


पर हवाई अड्डे पर हमें कोई व्यक्ति लेने के लिए नही आया। हम लोग परेशान हो गये।


मुन्ने की मां के पास बीएसएनएल की मोबाइल सेवा है और सैमसंग का मोबाइल फोन है। हम लोग इसे इण्टरनेश्नल कराकर ले गये थे। मैं पिछली बार इसको जर्मनी भी ले गया था। विदेश में इसमें फिर से सेट करना पड़ता और इण्टरनेश्नल, का विकल्प लेना पड़ता है। पिछली बार मैं यह विकल्प इण्टरनेशनल नहीं कर पा रहा था क्योंकि मैं सेटिंग में जाकर करता था। वास्तव में यह अप्लीकेशन में जाकर करना चाहिए। जर्मनी यात्रा के दौरान इसमें बहुत मुश्किल पड़ी थी पर इस बार मुझे पूरा विश्वास था कि मैं यह कर लूंगा। जॉहन्सबर्ग पर पहुंचते ही मैने इसे इण्टरनेशनल कर लिया पर फिर भी इसने काम नहीं किया। इससे हमारी परेशानी और बढ़ गयी।


इस हवाई अड्डे का नाम ऑलिवर टैम्बो के नाम पर रखा गया है। उनकी यह मूर्ती हवाई अड्डे पर है।

मुझे लगा कि हम लोग टैक्सी कर प्रिटोरिया चले जाएँ पर साउथ अफ्रीका में केवल उन्हीं के देश का पैसा, जो कि रैंड कहलाता है, चलता है। एक रैंड लगभग छ: रूपये के बराबर है। यह हम लोगों के पास नही था। मेरे पास आईसीआईसीआई बैंक का कैश कार्ड था। इसके द्वारा मेरे सेविंग अकाउंट से कुछ रूपया निकाला जा सकता था। हम अपने साथ आईसीआईसीआई बैंक का यूरो कैशकार्ड भी ले गये थे, साथ में कुछ डॉलर भी थे। इसमें से वहाँ कुछ भी नहीं चलता है जॉहन्सबर्ग से प्रिटोरिटया तक लगभग ३५० रैंड लगते हैं। हमारे पास एक भी रैंड नहीं था। हमें, भारत में रैंड मिल ही नही पाया । हम लोग वह जगह ढूढ़ने लगे, जहाँ से हम पैसों को रैंड में बदल सके।


लोगों ने बताया था कि पैसा एटीएम से बदला जा सकता है। हवाई अड्डे पर एटीएम हम लोग जिस तल पर थे उसके ऊपर के तल पर था। हम लोगों ने अपना समान निकाल लिया था। इसलिए समझ में नहीं आ रहा था कि समान साथ लेकर चले या नहीं। मैंने अपनी पत्नी से एक पुलिस चौकी के बगल मे खड़ा होने को कहा और ऊपर के तल पर पैसा निकालने के लिए चला गया।


ऊपर के तल पर अलग -अलग बैंक के एटीएम लगे थे और काफी लम्बी लाइने थीं। आईसीआईसीआई बैंक का कार्ड वीसा पर चलता है। मैं उसी लाइन में खड़ा हो गया। मेरे आगे के व्यक्ति को पैसा निकालने में देर लग रही थी। बार-बार अपने हाथ को इस तरह दिखा रहा था जैसे कुछ गड़बड़ हो गया है। मेरे पीछे एक महिला खड़ी थी। मैंने कहा कि लगता है यह व्यक्ति मेरी तरह का है जिसने आज तक कभी भी एटीएम से पैसा नहीं निकाला है। मुझे भी बहुत देर लगेगी। वह मुस्कुराने लगी। उसने कहा,
'यदि आप चाहें तो मैं आपकी सहायता कर सकती हूं। आप जब अपना पिन नम्बर टाइप करेंगे तो मै अपना मुंह दूसरे तरफ कर लूंगी।'
मैंने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि मै आपको अपना कार्ड नहीं दूंगा। महिला ने मुस्करा कर कहा,
'मान लीजिए, बाहर निकलते समय मैं आपका कार्ड छीन लूं।'
मैंने कहा, आपका स्वागत है।


मेरे नम्बर आने पर उसने पैसा निकलने में सहायता की। एटीएम को चलाते समय वह कार्ड का विकल्प पूछता है। हमारी समझ में नहीं आया कि कैश कार्ड किस विकल्प आयेगा। उसमें एक विकल्प क्रेडिट कार्ड का था। महिला ने क्रेडिट कार्ड वाला बटन दबाने का सुझाव दिया । मैने डरते डरते क्रेडिट कार्ड वाला बटन दबाया क्योंकि इसमें कैश क्रेडिट कार्ड मशीन के अन्दर चला गया। मुझे घबराहट लग रही थी कि कार्ड बाहर निकलेगा कि नही। लेकिन यह विकल्प सही था। मुझे रैंड मिल गये और मेरा कैश कार्ड भी बाहर आ गया। मैंने महिला को शुक्रिया अदा किया और वापस आया।


मेरे वापस पहुंचते ही मेरी पत्नी ने बताया कि मोबाइल फोन काम करने लगा है। उसने मोबाइल फोन से बात कर ली है और फारूक नामक व्यक्ति हम लोगों को लेने के लिए आ रहा है।

पुरूषों के टायलेट में, सबसे खास बात - एक सीट भारतीय पद्वति के अनुसार थी।

हवाई अड्डे पर मुझे लगा कि मैं फ्रेश हो लूं। मै पुरूषों के टायलेट में गया। यह काफी साफ सुथरा था। यहां पर सब कुछ नये समय के अनुसार था। नल खोलने के लिए हाथ नहीं लगाना पड़ता था। हाथ ले जाने पर नल से पानी अपने आप गिरता था यह फोटो इलेक्टिक एफॅक्ट के कारण होता है। मुझे जो वहाँ सबसे खास बात यह लगी कि वहां पर एक सीट भारतीय पद्वति के अनुसार थी। साउथ अफ्रीका की सरकार को आभास है कि भारतीय लोग अपनी पद्वति के तरह की सीट पर ही फ्रेश होना पसंद करते है।


हमारी मोबाइल से बात हो जाने के कुछ देर बाद, फारूक हमें जॉहन्सबर्ग हवाई अड्डे पर आये। वह बेहद मजेदार व्यक्ति निकले। इस श्रंखला की अली कड़ी में, उनके साथ जॉहन्सबर्ग से प्रिटोरिया की यात्रा।


इस चिट्ठी के दोनो चित्र विकिपीडिया से हैं।

अफ्रीकन सफारी: साउथ अफ्रीका की यात्रा
झाड़ क्या होता है? - अफ्रीकन सफारी पर।। साउथ अफ्रीकन एयर लाइन्स और उसकी परिचायिकायें।। मान लीजिये, बाहर निलते समय, मैं आपका कैश कार्ड छीन लूं।।

हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।: Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)
यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।


is post per johansburg airport kee charchaa hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This is post describes johansburg airport. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
south africa, साउथ अफ्रीका, Travel, Travel, travel and places, Travel journal, Travel literature, travel, travelogue, सिक्किम, सैर सपाटा, सैर-सपाटा, यात्रा वृत्तांत, यात्रा-विवरण, यात्रा विवरण, यात्रा संस्मरण,

Monday, January 12, 2009

जिया धड़क धड़क जाये

मैं, हिन्दी चिट्ठाजगत, और वर्ष २००८ - लेखा जोखा


वर्ष २००८ में, मैंने अपने इसी उन्मुक्त चिट्ठे पर ८१, छुटपुट पर २९, और लेख पर ६ चिट्ठियां लिखीं। मुझे टिप्पणियां बहुत कम मिलती हैं। इस साल लिखी इन ११६ चिट्ठियों मे केवल छः चिट्ठियों: 'जब एक घन्टा, एक मिनट लगता है', 'क्या आप इस शख्स को जानते हैं?', 'लगता है कि झुंझलाना जारी रहेगा', 'तारीफ करूं क्या उसकी जिसने तुझे बनाया', 'तारों का अन्त कैसे होता है', और 'स्वीट डिश कैसे बांटी जाय' पर १० या उससे अधिक टिप्पणी मिली।

सबसे अधिक १६ टिप्पणियां 'लगता है कि झुंझलाना जारी रहेगा' चिट्ठी पर मिली। यह चिट्ठी दिल्ली की पुस्तकों की दुकानों के बारे में थी।


मेरे चिट्ठों पर लगभग ६५% सर्च के द्वारा, लगभग २०% सीधे और १५% फीड एग्रेगेटर से आते हैं। मेरी चिट्ठियां उतनी नहीं पढ़ी जाती जितनी की औरों की चिट्ठियां। इनमें मेरा लेख चिट्ठा १८-१२-०८ को १४५ बार देखा गया। यह मेरे चिट्ठों में किसी एक दिन में देखे गये चिट्ठों में सबसे अधिक है।

पिछले साल, मेरी लिखी चिट्ठियों में सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली चिट्ठी लेख चिट्ठे की 'ज्योतिष, अंक विद्या, हस्तरेखा विद्या, और टोने-टुटके' थी। यह बात मुझे दुखी भी करती है कि लोग ज्योतिष के बारे में इतनी रुचि रखते हैं। यह चिट्ठी लोगों के द्वारा सबसे अधिक गलत भी समझी गयी। लोगों को लगा कि मैं कोई ज्यतिषाचार्य हूं और ज्योतिष पर विश्वास भी करता हूं। जबकि यह इसके एकदम विपरीत है।


इस साल इसी चिट्टे पर 'बर्लिन यात्रा' समाप्त हो गयी और 'साउथ अफ्रीका यात्रा' का विवरण शुरू किया। मैंने 'वियाना यात्रा' और 'सिक्किम यात्रा' का विवरण भी इसी साल लिखा।


इसी साल, अरविन्द मिश्र जी के कहने पर एक नयी श्रंखला 'बाईबिल, खगोलशास्त्र, और विज्ञान कहानियां' नाम से लिखी। मुझे इस श्रंखला को लिखने में सबसे अधिक आनन्द आया। यह मुझे मेरी बचपन की यादों के पास ले गया। इसका श्रेय अरविन्द जी को जाता है - मेरा आभार, मेरा धन्यवाद।


इसी साल मैंने बकबक पर २२ पॉडकास्ट किये। इसमें 'यदि भगवान साहूकार होता', सबसे अधिक, ९४१ बार देखी गयी। यह 'इफ गॉड वॉज़ ए बैंकर' (If God was a Banker) नामक पुस्तक की समीक्षा है।

पॉडभारती जो हिन्दी पॉडकास्ट की पहली पत्रिका है इसके ८वें और ९वें एपिसोड में मेरी दो पॉडकास्टों 'पापा क्या आप उलझन में हैं', और 'Scott's Last Expedition' को जगह मिली। यह दोनो पॉडकास्ट मेरी बकबक पर भी ८९८ और ६९६ बार सुने गये। मैंने इन्हे अपने चिट्ठे पर यहां और यहां लिखा भी है।

पिछले साल भी कुछ चिट्टकार इस बात से परेशान रहे कि कुछ लोग कॉपीराइटेड सामग्री को बिना लिंक दिया अपने चिट्ठे पर प्रकाशित कर रहे हैं। यह चिन्ता जायज है। यह गलत काम है। जिसको जो देय है वह अवश्य मिलना चाहिये और किसी और की रचना पर अपनी तारीफ करवाना - शर्म की बात है पर ...।


मुझे नहीं लगता है कि हिन्दी चिट्ठाकारिता के लिये यह समय इस बात पर जाया करने का है। इस बारे में मैंने यहां टिप्पणी भी की है। इस विचार धारा के कुछ अन्य लोग (रवी जी, अनूप जी और समीर जी) भी हैं। किसी अन्य परिपेक्ष में उनके द्वारा लिखी गयी चिट्ठियां/ टिप्पणियां यहां, यहां, यहां और यहां हैं। मुझे यह बताने की जरूरत नहीं कि यह तीनों हिन्दी चिट्ठाजगत के स्तम्भ हैं। मेरी इस सोच का एक कारण और भी है।


अन्तरजाल पर इस समय कॉपीराइट का उल्लंघन बचाना बहुत ही मुश्किल कार्य है। यह उतना ही मुश्किल है जितना हर समय, हर जगह के लिये वर्षा की बूंदे रोक पाना। इसके लिये कोई अन्य तरह की तकनीक विकसित करनी होगी, कोई अन्य कारगर कानून बनाना पड़ेगा। इस पर समय नष्ट करने के बजाय, एक अच्छी चिट्ठी ही लिखना उचित है।


उपरोक्त कॉपीराइट उल्लंघन पर चिन्ता वयक्त करने वाली चिट्ठी पर शास्त्री जी ने टिप्पणी की कि कुछ लोगों की रचनाये मुक्त होने के बावजूद न तो कॉपी की जाती हैं और नही उनकी चोरी होती है। इसमें मेरा नाम भी है। यह बात मेरी चिट्ठियों के लिये सही नहीं है।

मेरी चिट्ठियों के कॉपी होने की बात किसी को पता नहीं लगती क्योंकि न तो मैं कभी इसके बारे में पता करता हूं, न ही लिखता हूं, न ही इस पर समय बरबाद करता हूं। हां कभी कभी अन्तरजाल पर विचरण करते समय वे दिख जाती हैं।


मैंने बहुत सी चिट्ठियां भिन्न भिन्न विषयों पर लिखीं। इनमें से कई चिट्ठियों को लिखने में सबसे मुश्किल हुई। यह इसलिये कि उन्हें हिन्दी में लिखना अत्यन्त कठिन था। यदि मैं उन्हें अंग्रेजी में लिखता तो कोई कठिनायी नहीं होती। मेरे विचार से वे मेरी सबसे अच्छी चिट्ठियां थीं पर फिर भी न तो उनमें कोई टिप्पणी हुई न ही उन्हें कभी चिट्ठा चर्चा में जगह मिली। मेरी यह चिट्ठियों मुख्यतः ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर, या सॉफ्टवेयर, से संबन्धित थी। मुझे यह चिट्ठियां अक्सर अंग्रेजी चिट्ठों में या फिर ओपेन सोर्स के फोरम में दिखायी पड़ती हैं।

दूसरों के चिट्ठों पर, मेरी इन चिट्ठियों का कभी मेरा लिंक दिया होता है कभी नहीं भी। कई सीधे मेरे चिट्ठे से उठा ली गयी हैं तो कई मेरे चिट्ठे से विकिपीडिया पर और वहां से दूसरे चिट्ठों पर। इसमें कोई गलती नहीं है क्योंकि मैं अपने चिट्ठियों पर किसी प्रकार के कॉपीराइट का दावा नहीं करता। मेरी चिट्ठियों को आप अपनी कह कर भी प्रकाशित कर सकते हैं हांलाकि यदि मेरा नाम लेंगे तो मुझे प्रसन्नता होगी। यह शर्त कई को अजीब लगती हैं। इसका शर्त का कारण है कि मैं अपने विचारों को लोगों तक को पहुंचाना चाहता हूं, वे जैसे भी पहुंचे। क्या फर्क पड़ता है कि उन विचारों का माध्यम मैं हूं या कोई और है। कम से कम विचार तो औरों के पास पहुंचे।


मैंने १९ अप्रैल २००६ को, संजय जी के द्वारा आयोजित अनुगूंज के लिये एक चिट्ठी 'मेरे जीवन में धर्म का महत्व' नाम से लिखी थी। रचना जी के द्वारा टैग किये जाने पर मैंने 'एक अनमोल तोहफ़ा' चिट्ठी लिखते समय लिखा था कि मेरी लिखी चिट्ठियों में, मुझे यह चिट्ठी सबसे अच्छी लगती है। यह आज भी सत्य है।

'मेरे जीवन में धर्म का महत्व' चिट्ठी, मेरे दर्शन को उजागर करती है। मुझे वर्ष २००८ में यह चिट्ठी धर्म से संबन्धित सांई बाबा के चिट्ठे पर बिना लिंक दिये 'कुछ अटपटे कुछ हटकर ख्याल' नाम से रमेश रमानी के द्वारा पोस्ट की हुई दिखी। हांलाकि वहां इसे २४ मार्च २००७ को पोस्ट किया गया है जो कि मेरी चिट्ठी के लगभग एक साल बाद है।

सांई बाबा के चिट्ठे पर, उक्त चिट्ठी को, लगभग ७ हज़ार बार देखा गया है। मैं नहीं समझता कि मेरे चिट्ठे पर यह चिट्ठी १५० से अधिक बार देखी गयी है। यह मुझे उत्साहित करती है कि सांई बाबा के चिट्ठे पर इसे ७ हजार लोगों ने इसे पढ़ा ओर वे लोग धर्म के बारे में मेरे विचार से वाकिफ हुऐ। यदि यह चिट्ठी केवल मेरे चिट्ठे पर ही रहती तो उसे केवल १५० लोग ही पढ़ पाते। सांई बाबा के चिट्ठे पर उसे ७,००० लोगों ने पढ़ लिया। इसमें कुछ तो ऐसे होंगे जो उनसे प्रभावित होंगे, उसे अपने जीवन में लागू करते होंगे। यह पुरुस्कार ही मेरे लिये पर्याप्त है।


इस साल कई हिन्दी चिट्टाकारों ने मुझे ई-मेल कर और कई ने अपने चिट्ठे में चिट्ठी लिख कर बताया कि वे लिनेक्स को अपना रहे हैं। यह सही कदम है। मुझे यह भी लगता है कि लिनेक्स पर जाने से पहले, लोगों को उन प्रोग्रामों को विंडोज़ पर ही महारत हासिल कर लेनी चाहिये हो विंडोज़ और लिनेक्स दोनो पर चलते हैं ताकि कम से कम उन्हें उन प्रोग्राम में मुश्किल न हो। इन प्रोग्रामों में प्रमुख हैं,
यह सारे प्रोग्राम लिनेक्स और विंडोज़ पर एक तरह से चलते हैं।


वर्ष २००८, मेरे लिये मुश्किलों का साल भी रहा। मैंने मौत को बहुत करीब से देखा। वह मेरे पास तक आयी पर मालुम नहीं क्यों बगल से गुजर गयी। मैं भगवान नहीं मानता हूं पर यदि वह है तो या वह मुझे बिलकुल पसन्द नहीं करता इसीलिये उसने मुझे अपने पास नहीं बुलाया या फिर मुझसे बहुत प्रेम करता है उसने मुझे कोई खास काम करने के लिये पृथ्वी लोक पर छोड़ दिया। इसमें क्या सही है यह तो भविष्य ही बतायेगा।


वर्ष २००८, मेरे व्यक्तिगत जीवन खुशी भी लाया।


मेरे मुश्किल समय में, अनगिनत लोगों ने मुझे प्यार दिया, समर्थन दिया। मेरे मित्र मुझे अक्सर सनकी या सिर-फिरा कहते हैं। यह मेरे अपने कुछ नियम, कुछ बर्ताव के कारण है। जो कि एक साधारण प्रचलित नियमों, बर्ताव से एकदम उलटे हैं। मैं कभी नहीं समझता था इतने लोग मुश्किल समय में मुझे अपना प्यार, अपना समर्थन देंगे।


मेरी शादी देर में हुई। फिर भी २००८ में, मैंने अपने के जीवन के ३० साल उसके साथ बिता लिये जो, यदि मुन्ने को छोड़ दें तो, मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है। इस मुश्किल के समय में वह मेरे साथ रही। वह भी अपने जीवन में मुश्किल समय के साथ गुजरी है पर उस समय मैं उसके साथ नहीं था। मैंने हमेशा उसे उसके मां, पिता, या भाई के जिम्मे छोड़ दिया था। मुझे दुख है है कि उसके मुश्किल के समय मैं क्यों नहीं उसके साथ था। वह भी मुझे मेरे भाइयों और बहनों के जिम्मे छोड़ सकती थी। मेरा भाई और बहन इस मुश्किल में मेरे साथ थे पर वह भी मेरे साथ बराबर रही। शायद वास्तव में 'मैं तुमसे प्यार करता हूं कहने के एक तरीका यह भी' है। शक नहीं, 'पुराने रिश्तों में नया-पन, नये रिश्ते बनाने से बेहतर है' पर यह रिश्तों को मजबूत करने और एक दूसरे को विश्वास दिलाने का ज्यादा कारगर तरीका है।


मेरे यहां केबल टीवी नहीं आता है। मैंने उसे जानबूझ कर नहीं लिया है। हमारे पास दूरदर्शन का सॅटेलाइट है। इसमें दूरदर्शन के सारे चैनल आते हैं। कभी कभी स्टार उत्सव या ज़ी स्माइल भी आता है। यह दोनो चैनल, बीच बीच में, गायब हो जाते हैं।

ज़ी स्माइल पर एक सीरियल 'कसम से ' आता है। यह ज़ी टीवी से लगभग सवा साल पीछे है। इसकी नायिका बानी है। इसमें अभी भी पुरानी युवती - प्राची देसाई - बानी का रोल कर रही है। ज़ी टीवी के इसके एपीसोड में नयी युवती बानी का रोल अदा कर रही है। मुझे पुरानी बानी बेहद पसन्द है।

मालुम नहीं पुरानी बानी में क्या है और वह मुझे क्यों पसन्द आती है - शायद उसके चेहरे का भोलापन, शायद उसकी सादगी, शायद परिवार के लिये उसका जस्बा, शायद उसका आत्म विश्वास, शायद उसका त्याग, शायद उसका अपने पति के लिये समर्पण।

कसम से सीरियल में एक गाना अक्सर आता है। यह गाना मुझे बहुत पसन्द है। शायद, यह गाना मूल रूप से कलयुग फिल्म से है पर इस सीरियल में किसी और ने गाया है।
'तुझे देख देख सोना,
तुझे देख देख सोना,
तुझे देख कर है जगना।
मैंने यह जिन्दगानी,
संग तेरे बितानी
हाय, जिया धड़क धड़क,
जिया धड़क धड़क
जिया धड़क धड़क जाये'
मुझे कभी कभी इसे गाने का मन करता है पर गा नहीं सकता हूं - ईश्वर ने मुझे सब दिया पर संगीत से वंचित रखा। लेकिन इस गाने को, जरूर सुन लेता हूं। इससे मुझे कोई नहीं रोक सकता है।

वर्ष २००९ हम सब के लिये सुख, समृद्धि लाये। हिन्दी वहां पहुंचे जहां इसे हम सब देखना चाहते हैं।

हिन्दी में नवीनतम पॉडकास्ट Latest podcast in Hindi
(सुनने के लिये चिन्ह शीर्षक के बाद लगे चिन्ह ► पर चटका लगायें यह आपको इस फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें।: Click on the symbol ► after the heading. This will take you to the page where file is. Click where 'Download' and there after name of the file is written.)
यह ऑडियो फइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप -
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में - सुन सकते हैं।
बताये गये चिन्ह पर चटका लगायें या फिर डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर लें।


About this post in Hindi-Roman and English 
2008 mere liye kaisa rhaa, yahee is post per bataaya gayaa hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post describes how was the year 20008 for me. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.

Thursday, January 08, 2009

मुक्त मानक क्या होते हैं?

'मुक्त मानक और वामन की वापसी' श्रंखला की इस कड़ी में बताया गया है कि मुक्त मानक क्या होते हैं? इसे आप रोमन या किसी और भारतीय लिपि में पढ़ सकते हैं। इसके लिये दाहिने तरफ ऊपर के विज़िट को देखें।

इसे आप सुन भी सकते है। सुनने के लिये यहां चटका लगायें। यह ऑडियो फाइल ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप,
  • Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
  • Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
  • Linux पर सभी प्रोग्रामो में,
सुन सकते हैं। ऑडियो फाइल पर चटका लगायें फिर या तो डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर ले। डाउनलोड करने के लिये पेज पर पहुंच कर जहां Download फिर अंग्रेजी में फाइल का नाम लिखा है, वहां चटका लगायें।

मानक, कम्पयूटर दुनिया में, सूचना रखने का तरीका होता है ताकि कोई भी कम्पयूटर प्रोग्राम,

  • उस सूचना को समझ सके। 
  • उसे आपकी स्क्रीन पर दिखा सके और
  • यदि जरूरत पड़े तो उसमें संशोधन किया जा सके।

कम्पूयटर में अलग-अलग तरह की सूचनाएं अलग-अलग मानक में रखी  जाती हैं। जैसे कि टेक्सट (text),  वीडियो, आडियो, चित्र के लिए अलग अलग मानक है। किसी एक तरह की सूचना को भी रखने के भी कई मानक होते हैं। जैसे आडियो फाइल को mp3 में या ogg मानक  में रखा जा सकता है।  इसके अतिरिक्त भी कई अन्य मानक भी हैं।

मानक अक्सर मालिकाना होते हैं।

  • यह मानक किस तरह से काम करते हैं यह बात गुप्त रखी जाय, तब मानक ट्रेड सीक्रेट की तरह सुरक्षित होता है। एम एस वर्ड अपनी टैक्सट फाइलों को doc मानक में रखता है। यह गुप्त है और ट्रेड सीक्रेट की तरह सुरक्षित है।
  • मानक प्रकाशित होकर भी मालिकाना हो सकता है। इस दशा में वे पेटेंट की तरह सुरक्षित किये जाते  हैं। चित्र भी, कई  तरह के (मानक) में रखे जाते हैं जिसमें एक मानक gif है। यह मानक पेटेंट की तरह सुरक्षित हुआ करता था। यही कारण है कि यह मानक बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो सका।

मुक्त मानक, मालिकाना मानक के विपरीत होते हैं। किसी मानक को  मुक्त होने के लिए कम से कम  निम्न शर्तों को पूरा किया जाना चाहिए। मुक्त मानक को,

  • पूरी  तरह से लिखा और प्रकाशित होना चाहिए। ताकि कोई भी व्यक्ति चाहे तो उसे अपने कम्पयूटर प्रोग्राम में लागू कर सके।
  • सबको हर समय के लिए बिना किसी शर्त, रॉयल्टी या फीस के उपलब्ध होना चाहिए।
  • किसी तटस्थ संस्था के द्वारा लागू किया जाना चाहिए जहाँ पर निर्णय सर्वसम्मत्ति से या बहुमत से हो। ताकि अधिक से अधिक लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

ओपेन डॉक्यूमेन्ट फॉरमैट, एक एक्स.एम.एल. आधारित डॉक्यूमेन्ट फइल फॉरमैट जैसे odt, odp, का  लोगो 

मुक्त मानकों के लिए निम्न उदाहरण है:
  • टेक्सट फाइलों के लिए ASCII, Odt, पर doc मुक्त मानक नहीं हैं।
  • चित्रों के लिए Jpeg 2000, png पर bmp नहीं।
  • आडियो और विडियो फाइलों के लिए ogg, theora पर  mp3 नहीं।
  • प्रस्तुतिकरण के लिए odp पर ppt नहीं,
  • वेब पेज लिखने के लिए html/xhtml, यूनिकोड  (Unicode), लेटेक्स (Latex).

इस श्रंखला की अगली कड़ी में चर्चा करेंगे कि मुक्त मानक क्यों उचित साधन हैं?

मुक्त मानक और वामन की वापसी
भूमिका।। मुक्त मानक क्यों महत्वपूर्ण हैं?।। मुक्त मानक क्या होते हैं?।। मुक्त मान क्यों उचित साधन हैं।। 


is post per mukta maanak kyaa hote hain,  bataaya gayaa hai. yeh hindi (devnagree) mein hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post explains what is 'Open formats'? It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script.


सांकेतिक शब्द
Free file format, Free software, information , Information Technology, Intellectual Property Rights, information technology, Internet, Internet, Open Format, Open source software, software, software, technology, technology, Technology, technology, technology, Web, आईटी, अन्तर्जाल, इंटरनेट, इंटरनेट, ओपेन फॉमैट, ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर, टेक्नॉलोजी, टैक्नोलोजी, तकनीक, तकनीक, तकनीक, मुक्त मानक, सूचना प्रद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेर,