आज चर्चा का विषय है: 'कज़ा केस'। इसे आप सुन भी सकते है। सुनने के लिये यहां चटका लगायें। यह ऑडियो फाइल ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप,
- Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
- Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
- Linux पर सभी प्रोग्रामो में,
सुन सकते हैं। ऑडियो फाइल पर चटका लगायें। यह आपको इन फाइल के पेज पर ले जायगा। उसके बाद जहां Download और उसके बाद फाइल का नाम अंग्रेजी में लिखा है वहां चटका लगायें। इन्हेंं डाउनलोड कर ऊपर बताये प्रोग्राम में सुने या इन प्रोग्रामों मे से किसी एक को अपने कंप्यूटर में डिफॉल्ट में कर ले।
इसके पहली की कड़ी 'नैपस्टर सॉफ्टवेयर, और उस पर चला मुकदमा' को सुनने के लिये यहां चटका लगायें।
इसके पहली की कड़ी 'नैपस्टर सॉफ्टवेयर, और उस पर चला मुकदमा' को सुनने के लिये यहां चटका लगायें।
कज़ा, नैपस्टर की तरह समकक्ष कंप्यूटर के बीच फाइल शेयरिंग (Peer to peer file sharing) सॉफ्टवेयर बनाती है। लेकिन इसका सॉफ्टवेयर, नैपस्टर की तरह mp3 फाइलों तक सीमित नहीं है। यह सब तरह की फाइलों पर काम करता है। जहां नैपस्टर फाइलों की सूची रखने के लिये पहले तरीके का प्रयोग करता है यह दूसरे तरीके का - अर्थात सुपर नोड तरीका। इसमें कुछ खास कंप्यूटर में ही, सारी फाइलों की सूची रहती है। इसलिये यदि कभी आप इस सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर पर स्थापित करते हैं तो ख्याल रखियेगा कि यह आपके कंप्यूटर पर फाइलों की सूची न रखने लगे यदि ऐसा होता है तो हो सकता है कि आप मुश्किल में पड़ जायें।
कज़ा कंपनी का लोगो
हॉलैण्ड में इसके ऊपर मुकदमा चला। इसे २००३ में, हॉलैण्ड के सर्वोच्च न्यायालय ने इसे इसलिये खारिज कर दिया क्योंकि, कज़ा न तो इस पर कोई नियंत्रण रख सकती है, न ही इसे रोक सकती है। न्यायालय के अनुसार जो लोग कॉपीराइटेड सामग्री डाउनलोड कर गैरकानूनी काम कर रहे हैं उनके खिलाफ मुकदमा करना चाहिये।
इस समय दुनिया में इस विषय के कानून में विरोधाभास है। क्योंकि अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय ने ग्रॉकस्टर केस (Grokster case) में दूसरा ही फैसला दिया है। इस केस में ग्रॉकस्टर और स्मार्टकास्ट नाम की दो कंपनियां थीं जो अलग तरह के सॉफ्टवेयर प्रयोग कर रही थीं। इसके बारे में, इस श्रंखला की अगली चिट्ठी पर।
अंतरजाल की मायानगरी में
टिम बरनर्स् ली।। इंटरनेट क्या होता है।। वेब क्या होता है।। लिकिंग, क्या यह गलत है।। चित्र जोड़ना - यह ठीक नहीं।। फ्रेमिंग भी ठीक नहीं।। बैंडविड्थ की चोरी - क्या यह गैर कानूनी है।। बैंडविड्थ की चोरी - कब गैरकानूनी है।। डोमेन नाम विवाद क्या होता है।। समान डोमेन नाम विवाद नीति, साइबर और टाइपो स्कवैटिंग।। की वर्ड और मॅटा टैग विवाद।। समकक्ष कंप्यूटर के बीच फाइल शेयरिंग।। शॉ फैनिंग, नैपस्टर सॉफ्टवेयर, और उस पर चला मुकदमा।। कज़ा केस इस पोस्ट पर कज़ा केस के बारे में चर्चा है। यह हिन्दी (देवनागरी लिपि) में है। इसे आप रोमन या किसी और भारतीय लिपि में पढ़ सकते हैं। इसके लिये दाहिने तरफ ऊपर के विज़िट को देखें। yah post kazaa case. yah hindee {devanaagaree script (lipi)} me hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen. This post talks about kazaa case. It is in Hindi (Devnaagaree script). You can read it in Roman script or any other Indian regional script also – see the right hand widget for converting it in the other script. |
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बढिया है , बधाईयाँ!
ReplyDeleteपहली बार कजा के बारे में मालूम हुआ। जानकारी ज्ञानवर्द्धक और रोचक है। आशा है भविष्य में भी इसी प्रकार की रूचिपूर्ण सामग्री पढने को मिलती रहेगी।
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