Tuesday, December 01, 2015

हम अकेले नहीं हैं

बीती बात को पीछे छोड़, जीवन को नयी परिस्थिति में पुनः ढालना ही जीना है। जीना इसी का नाम है। इसी की कुछ चर्चा इस चिट्ठी में।
खुशमय जीवन
 
तुम्हारे बिना
।। 'चौधरी' ख़िताब - राजा अकबर ने दिया।। बलवन्त राजपूत विद्यालय आगरा के पहले प्रधानाचार्य।। मेरे बाबा - राजमाता की ज़बानी।। मेरे बाबा - विद्यार्थी जीवन और बांदा में वकालत।। बाबा, मेरे जहान में।। पुस्तकें पढ़ना औेर भेंट करना - सबसे उम्दा शौक़।। सबसे बड़े भगवान।। जब नेहरू जी और कलाम साहब ने टायर बदला।।  मेरे नाना - राज बहादुर सिंह।। बसंत पंचमी - अम्मां, दद्दा की शादी।। अम्मां - मेरी यादों में।।  दद्दा (मेरे पिता)।।My Father - Virendra Kumar Singh Chaudhary ।।  नैनी सेन्ट्रल जेल और इमरजेन्सी की यादें।। RAJJU BHAIYA AS I KNEW HIM।। मां - हम अकेले नहीं हैं।।  रक्षाबन्धन।। जीजी, शादी के पहले - बचपन की यादें ।।  जीजी की बेटी श्वेता की आवाज में पिछली चिट्ठी का पॉडकास्ट।। चौधरी का चांद हो।।  दिनेश कुमार सिंह उर्फ बावर्ची।। GOODBYE ARVIND।।
 

Saturday, November 21, 2015

हीरा देने वालों का दिल भी हीरे जैसा

इस चिट्ठी में महारानी विक्टोरिया के एक प्रसंग और एक विज्ञापन से, तहज़ीब के बारे में चर्चा है। 

महारानी विक्टोरिया - चित्र विकिपीडिया से

Friday, October 30, 2015

अलविदा फेसबुक

मैं अब फेसबुक पर नहीं हूं। अब केवल गूगल प्लस, ट्वीटर और चिट्ठों पर हूं। ऐसा क्यों है इसके बारे में, इस चिट्ठी चर्चा है।

Sunday, June 28, 2015

अब, मां को बताने पर शर्म कैसी।

इस चिट्टी में, अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय के नवीनतम फैसले की चर्चा है जिससे समलैंगिक लोगों के बीच शादी को, कानूनी मान्यता दे दी गयी है।

Tuesday, January 20, 2015

‘टु किल अ मॉकिंगबर्ड’ पुस्तक ने वकीलों का सम्मान बढ़ाया

मार्क गैलेन्टर ने अपनी पुस्तक 'लोवरिंग द बार - लॉयर जोकस् एन्ड लीगल कलचर' में ‘टु किल अ मॉकिंगबर्ड’ एवं इसके वकील हीरो एटिकस फिन्च के बारे में कुछ रोचक तथ्यों को लिखा  है। इस चिट्ठी में उन्हीं तथ्यों की चर्चा है।