Thursday, October 13, 2016

द मैन हू न्यू इनफिनिटी - फिल्म

इस चिट्ठी में, रॉबर्ट केनिगेल (Robert Kanigel) के द्वारा लिखी पुस्तक 'द मैन हू न्यू इनफिनिटी: अ लाइफ ऑफ द जीनियस रामानुजन' (The Man Who Knew Infinity: A Life of the Genius Ramanujan) पर इसी नाम से बनी फिल्म की समीक्षा है।


रामानुजम महानतम गणितज्ञों में से एक थे। २०१२ में, उन्हें पैदा हुऐ १२५ साल हो गये थे। इस अवसर पर मैंने २० कड़ियों में एक श्रंखला 'अनन्त का ज्ञानी - श्रीनिवास रामानुजन' नाम से लिखी थी। इसकी सारी कड़ियों का लिंक नीचे दिया हुआ है। इसकी कुछ कड़ियों में, मैंने पुुस्तको और उन पर बनी वृत चित्रों का भी जिक्र किया है।

रामानुजम पर सबसे अच्छी पुस्तक, रॉबर्ट केनिगेल ने 'द मैन हू न्यू इनफिनिटी: अ लाइफ ऑफ द जीनियस रामानुजन' नाम से लिखी है। २०१५ में, मैथ्यू ब्रॉउन ने इसी नाम से, इस पुस्तक पर फिल्म बनायी है। मुझे नहीं मालुम कि यह अपने देश में रिलीज हुई या नही पर इंगलैन्ड और अमेरिका में इसी साल रिलीज हुई है। मैंने यह फिल्म अमेरिका में देखी।

फिल्म में १०८ मिनट की है और उनकी युवावस्था से शुरू होती है। फिल्म उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण लहमों को छोड़ देती है। शायद, इतने कम समय में यह संभव नहीं था। इनमें से कुछ घटनाओं की चर्चा मैंने  'क्या शून्य को शून्य से भाग देने पर एक मिलेगा' तथा 'रामानुजन, गणित की मुशकिलों में फंस गये हैं' कड़ियों में की है। 


टैक्सी नम्बर वाली घटना वैसे नहीं दिखायी गयी है जैसे कि वास्तव में हुई थी। मुझे यह फिल्म कुछ धीमी भी लगी। लेकिन इसकी गणित सही है। अभिनय अच्छा है। फिल्म में, हार्डी वे सारे उद्धरण कहीं न कही बोलते हैं जो कि इन दोनो के जीवन के साथ जुड़े हैं या फिर हार्डी की १९४० में लिखी पुस्तक 'अ मैथमेटीशियनस् अपॉलोजी' से अमर हो गये।

यह फिल्म, पुस्तक की तरह प्रेरणाप्रद है, देखने लायक है। यदि आपने नहीं देखी तो अवश्य देखें। लेकिन, अपने मुन्ने या मुन्नी को ले जाना न भूलें। क्या मालुम प्रेरणा पा कर, वे भी निखर जायें। 

मेरे विचार से, भारत सरकार को इसे सारी भारतीय भाषाओं में डब कर इसे टैक्स फ्री कर देना चाहिये तथा से सारे स्कूल कॉलेजों में दिखाने के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये।

काश, अपना बॉलीवुड, कम से कम एक, इस तरह की फिल्म बना पाता।


 

अनन्त का ज्ञानी - श्रीनिवास रामानुजन 
भूमिका।। क्या शून्य को शून्य से भाग देने पर एक मिलेगा।। मैं तुम्हारे पुत्र के माध्यम से बोलूंगी।। गणित छोड़ कर सब विषयों में फेल हो गये।। रामानुजन को भारत में सहायता।। रामानुजन, गणित की मुशकिलों में फंस गये हैं।। दिन भर वह समीकरण, हार्डी के दिमाग पर छाये रहे।। दूसरा न्यूटन मिल गया है।। अभाज्य अंक अनगिनत हैं।। दस खरब असाधारण शून्य सीधी पंक्ति में हैं।। दस लाख डॉलर अब भी प्रतीक्षा में हैं।। मेरे जीवन का रूमानी संयोग शुरू हुआ।। गणित में, भारत इंगलैंड से सदियों पीछे था।। उनका नाम गणित के इतिहास में अमर हो जायगा।। रामनुजम ने स्वयं अपना आविष्कार किया।। रामानुजन को, इंग्लैड का खान-पान  रास नहीं आया।। हार्डी, यह नम्बर अशुभ नहीं है।। द मैन हू न्यू इनफिनिटी।। द इंडियन कलार्क।। बीबीसी द्वारा रामानुजन पर वृत चित्र और कुछ अन्य लेख।। रामानुजन और रीमैन अनुमान से संबन्धित पुस्तकें।। द मैन हू न्यू इनफिनिटी - फिल्म।।



About this post in English and Hindi-Roman
This post in Hindi (Devnagri) is review of the film 'The Man Who Knew Infinity' based on the book on the life of mathematician Ramanuam by the same name by Robert Kanigal. You can translate it in any other language – see the right hand widget for converting it in the other script.

Hindi (Devnagri) kee is chhitthi mein Robert Kanigel kee likhee pustak 'The Man Who Knew Infinity: A Life of the Genius Ramanujan' per isee naam se banee film kee smeeksh hai. ise aap kisee aur bhasha mein anuvaad kar sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

सांकेतिक शब्द  
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6 comments:

  1. फिल्म जरूर देखेंगे।

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  2. हिन्दी में डब होगी तो हम भी देखना चाहेंगे।

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    1. इस समय, अपने देश में, सारी अंग्रेजी फिल्में, हिन्दी में डब कर दिखायी जा रही हैं। मेरे विचार से, इसे भी हिन्दी में डब करके दिखायेंगे। लेकिन यदि टैक्स फ्री न हुई तब शायद बहुुत न चले। इसमें बॉक्स ऑफिस का मसाला नहीं है।

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  3. आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति लाला हरदयाल जी और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। सादर ... अभिनन्दन।।

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  4. यहां रिलीज तो शायद ही हो और शायद टोरेंट भी न मिले

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