यह चिट्ठी जेम्स रान्डी को श्रद्धांजलि है।
जेम्स रान्डी का यह चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से
इस चिट्ठी में तनिष्क विज्ञापन पर उठे विवाद पर चर्चा है।
मेरे जीवन में बहुत से लोग महत्वपूर्ण रहे/ हैं। ऐसे दो का, आज जन्मदिन है - इनमें से एक की चर्चा (१९.०९.१९४४ - २८.१०.२०१९) मेरे द्वारा; और दूसरी (१९.०९.२०१६- ), शायद कभी, मेरे बारे में ऐसी चर्चा करे। लेकिन, तब तक मैं बहुत दूर जा चुका होउंगा।
जेके इन्स्टिट्यूट ऑफ अप्लाइड फिजिक्स इलाहाबाद विश्विद्यालय की विज्ञान संकाय में स्थिति है। इसका उद्घाटन ४ अप्रैल, १९५६ में जवाहर लाल नेहरू ने किया था। यह चित्र उसी समय का है। इसके दो कोनो पर दो महत्वपूर्ण व्यक्ति - एक मेरे लिये और दूसरा देश के लिये।
लगता है कि राष्ट्रगान के 'जय हे' पर चित्र खींचा गया है।
जीजी, दादा को राखी बांधते हुऐ |
चित्र पूनम मित्तल की फेसबुक की टाइम्लाइन से डा. मुकुल चंद्रा को प्लाज़्मा दाता मिल गया है और उनकी हलात में सुधार हो रहा है |
समझ - डग्रियों या पैसे की मोहताज नहीं। ओडिसा का आदिवासी गांव चित्र बालाकृष्नन आर के सौजन्य से |
करांची में अन्नदान करते पाकिस्तानी - बीबीसी की रिपोर्ट से |