Tuesday, December 28, 2021
चौधरी का चांद हो
Friday, December 03, 2021
न्यू-वृन्दावन - मथुरा में बृन्दावन जैसा है
इस चिट्ठी में, डा. रवी प्रकाश के साथ, वेस्ट वर्जीनिया में, न्यू-वृन्दावन घूमने की चर्चा है।
न्यू वृन्दावन में, डा. रवी प्रकाश के साथ |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।। विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में।। नियागरा फॉल्स - हैलीकॉपटर पर।। न्यू-वृन्दावन - मथुरा में बृन्दावन जैसा है।।
Sunday, November 21, 2021
Friday, November 12, 2021
नियागरा फॉल्स - हैलीकॉपटर पर
इस चिट्ठी में, लॉस एंजेलिस में यूनिवर्सल स्टूडियो, कनाडा में विनीपेग, और बफेलो तथा नियागरा फॉलस् घूमने की चर्चा है।
बायें से कुर्सी पर - अनीता चाची, दद्दा (मेेरे पिता), अम्मां और हर्ष चाचा जमीन पर सरित और राशि |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।। विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में।। नियागरा फॉल्स - हैलीकॉपटर पर
Monday, November 01, 2021
पुस्तकें पढ़ना औेर भेंट करना - सबसे उम्दा शौक़
इस चिट्ठी में, मेेरे बाबा के सबसे प्रिय शौक – पुस्तकें पढ़ना और पुस्तकें भेंट करना - की चर्चा है।
रूबी दादा को, बाबा की भेंट की गयी पुस्तक |
Wednesday, October 27, 2021
प्रकृति और ईश्वर, दोनो असममित (asymmetrical) हैं
Saturday, October 23, 2021
दीवाली तो है ही जश्न का त्योहार
फैबइंडिया के दिवाली विज्ञापन पर, दो आपत्तियां हैं: इसे 'जश्न-ए-रिवाज' कहना और मॉडलों का बिंदी न लगाना। इस चिट्ठी में, इसी पर चर्चा है।
फैबइंडिया का ट्वीट और विज्ञापन |
Thursday, October 21, 2021
Monday, October 11, 2021
Girl Child (बेटी) दिवस, विद्या दान, और हिन्दी
इस चिट्ठी में, बालिका (बेटी) ( Girl Child) दिवस के बहाने, कुछ चर्चा हिन्दी के बारे में।
मेरे घरेलू सहायक का बेटा सौरभ और बेटी सुभी अपने स्कूल ग्रीन वैली मॉडर्न स्कूल के सामने
Thursday, October 07, 2021
विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में
विश्व हिन्दू परिषद का सम्मेलन लॉस एंजेलिस में था। इस चिट्ठी में, उस सम्मेलन एवं वहां के डिज़नी वर्ल्ड की चर्चा है।
लॉस एंजलीस में विश्व हिन्दू परिषद के सम्मेलन में - धोती कुर्ते में रज्जू भैइया और उनके बायें अम्मां |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।। विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में।।
Friday, October 01, 2021
जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा
उन दिनों, मेरे एक इंजीनियर फूफा जी, जमाइका में, प्रतिनियुक्ति पर थे; मेरे एक चाचा ने अमेरिकन से शादी कर ली थी वे एरिज़ोना में रहते थे; और मेरे भाई के साले अरुण, सैन फ़्रांसिस्को में रहते थे। अम्मां, वहां उन लोगों के पास भी गयी थीं। इस चिट्ठी में उसी की चर्चा है।
जमाइका में बैठे हुए बांये से राजश्री बुआ, अम्मां और पीछे खड़े हुऐ मानू फूफा जी |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।।
Thursday, September 23, 2021
फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती
वॉशिन्गटन के बाद अम्मां फ्लोरिडा गयीं थी वहां मेरी बहन की दूसरी ननद रहती थी। इस चिट्ठी में वहीं का वर्णन है।
जीजी अपने ससुराल किन्नरपट्टी में, अपनी पाचों ननदों के साथ - सबसे दाहिने हैं मीरा दी जिनके साथ अम्मां फ्लोरिडा में रुकी थी। दाहिने से तीसरी हैं मुक्ता दी जिनके साथ अम्मां लन्दन में थीं। |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।।
Wednesday, September 15, 2021
लन्दन होते हुऐ , वॉशिन्गटन
इस चिट्ठी में, अम्मां ने लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन पहुचने और वहां के कुछ दर्शनीय स्थलों की चर्चा की है।
अम्मां और दद्दा, इस ट्रिप में कैनाडा भी गये थे। यह चित्र कैनाडा में विनिपेग में खींचा गया था। |
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।।
Monday, September 06, 2021
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
१९८२ में, मेरी मां, अमेरिका घूमने गयीं थी। उन्होंने इसका विवरण पत्रों के द्वारा मेरे बेटे को दिया। यह चिट्ठी उन पत्रों की भूमिका है।
पहली यात्रा- गंगोत्री |
सबसे नीचे, बायें तरफ से - चन्द्रा बुआ जी (रज्जू भैइया की सगी बहन), रूबी दादा (चन्द्रा बुआ जी के पुत्र), ऊषा बुआ (अशोक सिंघल की सगी बहन)
उसके ऊपर की पंक्ति में - दद्दा (मेरे पिता), अम्मां (मेरी मां), बड़े चाचा जी (रज्जू भैइया)
सबसे ऊपर उनके साथ गये दो सहयोगी
दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा
भूमिका
Friday, April 30, 2021
यह समय है - सकारात्मकता बांटने का
इस चिट्ठी में, लोगों की कोविड महामारी पर आ रही प्रतिक्रियायों और पोस्टों पर कुछ विचार।
Monday, April 19, 2021
Sunday, April 11, 2021
बाबा, मेरे जहान में
सन १९७० में बाबा और पिता - इलाहाबाद के घर में |
Sunday, March 28, 2021
बाबा का विद्यार्थी जीवन और बांदा में वकालत
Saturday, March 20, 2021
आर्ची' कॉमिक्स
इस चिट्ठी में, बचपन में पढ़ी, लोकप्रिय 'आर्ची' कॉमिक्स और इसमें १९९७ में प्रकाशित एक कतरन की चर्चा है।
Thursday, March 11, 2021
मेरे बाबा - राजमाता की ज़बानी
Friday, February 26, 2021
राजा अकबर ने दिया 'चौधरी' का ख़िताब
इस मकान को, चौधरी धनराज सिंह ने १९२० के दशक में बनवाना शुरू किया था। यह १९३४ में पूरा हुआ। धनराज सिंह और उनकी पहली पत्नी यहीं रहे। जिनसे उनके एक पुत्र चन्द्र भान सिंह हुऐ। पहली पत्नी की मृत्यु के बाद, उन्होंने दूसरी शादी की। जिनसे उनकी कोई सन्तान नहीं हुई। वे अवकाश प्राप्त करने के बाद, यहां न रह कर, हमारे बाबा के साथ, बांदा में रहे।
Tuesday, February 16, 2021
बसंत पंचमी - अम्मां, दद्दा की शादी
देवी सरस्वती - चित्र राजा रवि वर्मा |
आज बसंत पंचमी के दिन है। इस चिट्ठी में, इसके महत्व के साथ, मेरे माता-पिता की चर्चा है।
Tuesday, February 09, 2021
मेरे नाना - राज बहादुर सिंह
Wednesday, February 03, 2021
चौधरी धनराज सिंह - राजा बलवन्त सिंह कॉलेज, आगरा के पहले हेडमास्टर
Thursday, January 28, 2021
स्वच्छ भारत अभियान - बिना हमारी भागीदारी के नाकामयाब है
इस चिट्ठी में, राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य की एक घटना के साथ, चर्चा है , कि स्वच्छ भारत अभियान कैसे सफल हो।
Saturday, January 23, 2021
मगर दिखे पर घड़ियाल नहीं
इस चिट्ठी में, राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य में दिखे, जानवरों और चिड़ियों की चर्चा है।
मगर |
चम्बल अभयारण्य
Sunday, January 03, 2021
राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य और मेला कोठी
इस चिट्ठी में - राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य (National Chambal Gharial Wildlife Sanctuary) और 'मेला कोठी, द चंबल सफारी लॉज', जहां हम ठहरे थे - का वर्णन है।
राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य
राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य और मेला कोठी।। मगर दिखे पर घड़ियाल नहीं।। स्वच्छ भारत अभियान - बिना हमारी भागीदारी के नाकामयाब है।।