Saturday, April 02, 2022

फ़्रेड हॉयल - नार्लीकर के प्रेरणा स्रोत

जयन्त नार्लीकर ने, अपना शोद्ध फ़्रेड हॉयल के साथ किया। इस चिट्ठी में कुछ बातें उनके बारे में।

फ़्रेड हॉयल का यह चित्र The Guardian के लेख 'Fred Hoyle: the scientist whose rudeness cost him a Nobel prize' के सौजन्य से है।

चार नगरोंं की मेरी दुनिया - जयंत विष्णु नार्लीकर

भूमिका।।  कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के किस्से।। फ़्रेड हॉयल - नार्लीकर के प्रेरणा स्रोत।। अरे काहे की पोलिश भाषा।। मूर्खता भरी, सनसनीखेज टिप्पणी - ठीक।। हर दिन, हर समय शुभ है।।

Tuesday, March 15, 2022

रज्जू भैया की शिक्षा और संघ की तरफ झुकाव

 इस चिट्ठी में, रज्जू भैया के अध्यन के दिनों के साथ, उनके संघ की तरफ झुकाव की चर्चा है। 

सेंट जोसेफ नैनीताल - चित्र विकिपीडिया के सौजन्य से

रज्जू भैया, जैसा मैंने जाना

भूमिका।। रज्जू भैया का परिवार।। रज्जू भैया की शिक्षा और संघ की तरफ झुकाव।।

Wednesday, March 09, 2022

कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के किस्से

इस चिट्ठी में, जयंत विष्णु नार्लीकर की आत्मकथा  'चार नगरोंं की मेरी दुनिया' से,    कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के कुछ किस्सों की चर्चा है।

कैम्ब्रिज विश्वविदयाल का फिट्ज़विलियम कॉलेज का खेल का मैदान, जहां जयन्त नार्लीकर ने पढ़ाई की - चित्र विकिफीडिया से

चार नगरोंं की मेरी दुनिया - जयंत विष्णु नार्लीकर

भूमिका।।  कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के किस्से।। फ़्रेड हॉयल - नार्लीकर के प्रेरणा स्रोत।। अरे काहे की पोलिश भाषा।। मूर्खता भरी, सनसनीखेज टिप्पणी - ठीक।। हर दिन, हर समय शुभ है।।

Tuesday, March 01, 2022

सबसे बड़े भगवान

शिवरात्रि, बाबा का जन्मदिन, और उनका एक और किस्सा।

रात के खाने पर - बीते समय की चर्चा

Thursday, February 17, 2022

रज्जू भैया का परिवार

इस चिट्ठी में, रज्जू भैया के परिवार की चर्चा है।

 

कुंवर बलबीर सिंह, रज्जू भैया के पिता जी

 

रज्जू भैया, जैसा मैंने जाना

भूमिका।। रज्जू भैया का परिवार।।

Sunday, February 13, 2022

साड़ी दिवस तो, आज होना चाहिये

इस चिट्ठी में, चर्चा है कि १३ फरवरी को, क्यों साड़ी दिवस होना चाहिये; और

यदि आज काले रंग की साड़ी पहनी जाय, तो क्या बात है।

 
यह मॉडल और काली साड़ी का चित्र पंश इंडिया की वेबसाइट से है। मुझे यह साड़ी सुन्दर लगी पर जब मैं इसे शुभा के लिये खरीदने लगा तो देखा कि यह आउट ऑफ स्टॉक है 😞  

Wednesday, February 02, 2022

जयंत विष्णु नार्लीकर - भूमिका

यह चिट्ठी, जयंत विष्णु नार्लीकर और उनकी आत्मकथा  'चार नगरोंं की मेरी दुनिया' के बारे में नयी श्रंखला की भूमिका है।

जयंत विष्णु नार्लीकर इलाहाबाद तारामंडल में बोलते हुऐ - चित्र प्रमोद पांडे के सौजन्य से

चार नगरोंं की मेरी दुनिया - जयंत विष्णु नार्लीकर

भूमिका।।  कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के किस्से।। फ़्रेड हॉयल - नार्लीकर के प्रेरणा स्रोत।। अरे काहे की पोलिश भाषा।। मूर्खता भरी, सनसनीखेज टिप्पणी - ठीक।। हर दिन, हर समय शुभ है।।

Saturday, January 29, 2022

रज्जू भैया, जैसा मैंने जाना - भूमिका

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के चौथे सरसंघ चालक, रज्जू भैया का जन्म २९ जनवरी १९२२ में हुआ था। आज उनकी जन्म शताब्दी है। इसी अवसर पर, उनके ऊपर, यह श्रंखला शुरू कर रहा हूं। आने वाले समय में, उनकी यादों को साझा करूंगा।

मेरे पिता के ७०वें जन्मदिन पर, मिठाई खिलाते रज्जू भैया

रज्जू भैया, जैसा मैंने जाना

भूमिका।।

Sunday, January 09, 2022

अनलिखी - हनुमान तो सुपरमैन हैं

इस चिट्ठी में, लॉस ऐंजलीस में हुऐ विश्च हिन्दू परिषद के समारोह की कुछ बातें हैं, जो अम्मा ने मेरे बेटे को नहीं लिखीं थीं। 

इस समारोह में, रज्जू भैया (बड़े चाचा जी) मुख्य वक्ता थे, जाहिर है इस चर्चा में, कुछ बातें, उनके बारे में।

बड़े चाचा जी, सेंट जोसेफ नैनीताल में पढ़े थे। नीचे का चित्र उन्हें वहां पुरस्कार में मिली एक पुस्तक का है। इसमें, कोई तारीख नहीं लिखी है। लेकिन, वे वहां, १९३० के दशक में, विद्यार्थी थे। इसलिये यह पुस्तक ८० साल से भी अधिक पुरानी है। मैंने इसे उनकी याद में रख छोड़ी है। । 


दादी की चिट्ठी - रमरीका यात्रा 

भूमिका।। लन्दन होते हुऐ, वॉशिन्गटन।। फ्लोरिडा के सी-वर्ल्ड में मस्ती।। जमाइका, एरिज़ोना और सैन फ़्रांसिस्को की यात्रा।  विश्व हिन्दू परिषद के लॉस एंजेलिस सम्मेलन में।। नियागरा फॉल्स - हैलीकॉपटर पर।।  न्यू-वृन्दावन - मथुरा में बृन्दावन जैसा है।। अनलिखी - हनुमान तो सुपरमैन हैं।।

Tuesday, December 28, 2021

चौधरी का चांद हो

ममता बहन और ज्ञानू जीजा जी

डा. ममता सिंह, मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज इलाहाबाद में, प्रोफेसर थीं। इस चिट्ठी में, जीजी को याद कर रही हैं।

तुम्हारे बिना
।। 'चौधरी' ख़िताब - राजा अकबर ने दिया।। बलवन्त राजपूत विद्यालय आगरा के पहले प्रधानाचार्य।। मेरे बाबा - राजमाता की ज़बानी।। मेरे बाबा - विद्यार्थी जीवन और बांदा में वकालत।। बाबा, मेरे जहान में।। पुस्तकें पढ़ना औेर भेंट करना - सबसे उम्दा शौक़।। सबसे बड़े भगवान।। जब नेहरू जी और कलाम साहब ने टायर बदला।।  मेरे नाना - राज बहादुर सिंह।। बसंत पंचमी - अम्मां, दद्दा की शादी।। अम्मां - मेरी यादों में।।  दद्दा (मेरे पिता)।।My Father - Virendra Kumar Singh Chaudhary ।।  नैनी सेन्ट्रल जेल और इमरजेन्सी की यादें।। RAJJU BHAIYA AS I KNEW HIM।। मां - हम अकेले नहीं हैं।।  रक्षाबन्धन।। जीजी, शादी के पहले - बचपन की यादें ।।  जीजी की बेटी श्वेता की आवाज में पिछली चिट्ठी का पॉडकास्ट।। चौधरी का चांद हो।।  दिनेश कुमार सिंह उर्फ बावर्ची।। GOODBYE ARVIND।।